MP में बाढ़ से बर्बादी : एक हजार लोग बेघर, छोटे-बड़े दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में..
मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़
Updated: Aug 26, 2022, 00:11 IST
MP में बारिश का रौद्र रूप, बाढ़ से हर तरफ तबाही का मंजर
मध्यप्रदेश में लगातार दो दिन हुई भारी बारिश के दौर को चार दिन बीत चुके हैं। अब पानी उतरने के बाद बाढ़ के जख्म नजर आ रहे हैं। चंबल नदी किनारे करीब 1000 लोग बेघर हो गए। कई इलाके पानी में डूब गए हैं. हर तरफ तबाही और बर्बादी का मंजर नजर आ रहा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और राजस्थान (Rajasthan) में भारी बारिश (Heavy Rain) और बाढ़ (Flood) ने तबाही मचाई हुई है.
चंबल के भानपुर गांव के 1000 लोग बेघर
मुरैना जिले में धौलपुर हाईवे के पास भानपुर गांव। गुरुवार सुबह 11 बजे। जब हम यहां पहुंचे तो चारों ओर बर्बादी का मंजर था। ये गांव चंबल नदी के किनारे है। इस गांव के करीब 1000 लोग बेघर हो चुके हैं। कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। प्रशासन ने इन लोगों के खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की है। कई ग्रामीणों के मवेशी भी अब तक पानी में फंसे हुए हैं। कितने बह चुके हैं, इसका आकलन अभी नहीं हो पा रहा। लोग प्रशासन से राहत की आस लगाए बैठे हैं।
बेतवा में तबाही
विदिशा जिले में दो दिनों तक बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई। कई बस्तियां जल मग्न रहीं। घरों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया। गुरुवार को हम रायपुरा बस्ती पहुंचे। यहां बाढ़ का पानी उतर चुका है। हालांकि कुछ घरों में अब भी पानी है और कुछ में कीचड़। लोगों का कहना है कि बाढ़ ने उनकी जिंदगी भर की कमाई पर पानी फेर दिया। अब उनके पास कुछ नहीं बचा। मोहर बाई कुशवाह के घर में अभी भी पानी भरा हुआ है। उनको पता ही नहीं क्या-क्या बह गया और क्या बचा है।
राजस्थान के बारां और करौली में भी बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं. डैम का पानी रिहायशी इलाकों में पहुंचा तो लोग सैलाब में घिर गए. पानी का प्रवाह सब कुछ अपने साथ बहा ले जाने पर आमादा है. लोग जान जोखिम में डालकर सैलाब के बीच से आने जाने को मजबूर हैं. पानी का तेज बहाव जैसे ही सड़क पर पहुंचा तो बाइक सवार पानी के तेज बहाव में लड़खड़ाने लगा. गनीमत रही कि वहां मौजूद लोगों ने उसे संभाल लिया.
कई जिले बुरी तरह से प्रभावित
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बाढ़ (Flood) भंयकर रूप ले चुकी है. एक दो नहीं कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. यहां बाढ़ का मंजर ऐसा है जैसे कि बादल फटने के बाद तबाही आई हो. आसमानी आफत कहर बनकर टूटी है. शहर के शहर डूब गए हैं. शिवपुरी, रतलाम, रायसेन, मुरैना, उज्जैन, राजगढ़ और मालवा जैसे जिलों में सैलाब आया हुआ है. गुना जिला इस सैलाब में घिर गया है और खुद सीएम शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) ने इस इलाके का हवाई दौरा किया है.