भोपाल पुलिस शर्मसार! नंबर प्लेट विहीन XUV में आए नशेड़ी युवक-युवती ने किया 'कल्चरल टेररिज्म', सीएम तक हड़कंप!
ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) भोपाल के बाग मुगैया इलाके में दशहरा पर्व के दिन सुबह-सुबह एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे आयोजन को बाधित कर दिया। जिस दिन शाम को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन का भव्य समारोह होना था, उसी दिन सुबह लगभग 6 बजे रावण के विशाल पुतले में आग लगा दी गई। आग लगने से पुतला पूरी तरह जलकर राख हो गया, जिससे आयोजकों को भारी नुकसान हुआ और समारोह की तैयारियों में बड़ी बाधा आई।
यह घटना न केवल आयोजकों के लिए बल्कि आम जनता की धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने वाली है।
संदिग्ध और वारदात का तरीका
यह आगजनी किसी सामान्य घटना की तरह नहीं थी; यह एक सुनियोजित अपराध की ओर इशारा करती है:
- संदिग्ध: आग लगाने की इस हरकत को एक अज्ञात युवक और युवती ने अंजाम दिया।
- वाहन: आरोपी एक लाल रंग की नई महिंद्रा XUV 100 कार में सवार थे।
- पहचान छुपाने का प्रयास: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस नई कार पर नंबर प्लेट नहीं लगी थी, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि आरोपियों का इरादा अपनी पहचान को छिपाना था।
- फरार: वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद, दोनों आरोपी कार से तेजी से फरार हो गए।
चश्मदीदों का बयान और नशे की स्थिति
चश्मदीदों ने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जो संदिग्धों के इरादों पर रोशनी डालती है:
- नशे में आरोपी: चश्मदीदों के अनुसार, युवक और युवती नशे की हालत में थे। नशे की स्थिति में उनका यह हिंसक और गैरकानूनी कृत्य उनकी अस्थिर मानसिकता को दर्शाता है।
- रेकी का संदेह: आरोपियों को घटना स्थल के पास काफी देर तक घूमते हुए देखा गया था। इससे यह संदेह होता है कि उन्होंने आग लगाने से पहले मौके की तलाश (रेकी) की थी।
आगजनी की यह समयावधि (सुबह 6 बजे) भी उनके बाधित करने के इरादे को स्पष्ट करती है, क्योंकि यह समारोह से कई घंटे पहले जानबूझकर किया गया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 पर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित प्रतिक्रिया दी:
- मौके पर पहुँच: पुलिस ने तुरंत बाग मुगैया इलाके में घटनास्थल पर पहुँचकर जांच शुरू की।
- तकनीकी जांच: पुलिस अब आसपास लगे सभी सीसीटीवी (CCTV) फुटेज खंगाल रही है, जिससे उन्हें बिना नंबर प्लेट वाली लाल XUV 100 और उसमें सवार संदिग्धों की पहचान करने में मदद मिल सके।
- प्रभारी का बयान: पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को हिरासत में लेने की उम्मीद है।
आयोजन पर प्रभाव और निष्कर्ष
रावण का पुतला जलकर राख हो जाने से दशहरा उत्सव में निश्चित रूप से बड़ी बाधा आई है। सांस्कृतिक आयोजन के समय इस तरह की आगजनी न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक सौहार्द्र के लिए भी एक गंभीर खतरा है।
यह घटना भोपाल के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा करना आवश्यक है। पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद है कि जल्द ही संदिग्धों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, जिससे सामाजिक तनाव को कम किया जा सके और दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जा सके।