RAILWAY : ट्रेन शुरू होने पर पहली प्राथमिकता सिर्फ इन यात्रियों के लिए, यात्रियों के आकड़ो में जुटी आरपीएफ

 

बिलासपुर। रेल सेवा शुरू होने के बाद शहर में फंसे कितने यात्री ट्रेन से घर लौटेंगे इसका आंकड़ा आरपीएफ खंगाल रही है। इसके लिए आरपीएफ जिला व निगम प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य विभाग से सहयोग मांग रही है। आंकड़ा कम-ज्यादा होने पर अव्यवस्था हो सकती है। इससे संक्रमण का भी खतरा है।

तीन मई के बाद रेल सेवा शुरू होगी या नहीं अभी तय नहीं है। लेकिन अभी की स्थिति में लॉकडाउन का यही अंतिम दिन है। इसी के मद्देनजर रेलवे में तैयारियां की जा रही हैं। मैकेनिकल विभाग जहां कोच को फिट करने में जुटा है वहीं सफाई विभाग प्रतिदिन स्टेशन की सफाई कर रहे हैं।

वहीं ऑपरेटिंग विभाग कौन सी ट्रेन किस प्लेटफार्म पर खड़ी की जाएगी इन्हीं तैयारियों को मूर्तरूप दे रहा है। सबसे बड़ी समस्या आरपीएफ के लिए है। क्योंकि उनके जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी है। लॉकडाउन समाप्त होने और रेल सेवा शुरू होने के बाद हर एक स्टेशन में एक निर्धारित संख्या में यात्रियों को प्रवेश की इजाजत दी जाएगी। इसके बाद चाहे कितने भी यात्री पहुंचे उन्हें लौटा दिया जाएगा।

ट्रेन शुरू होने पर पहली प्राथमिकता उन यात्रियों को देने की संभावना है जो अलग- अलग शहरों में फंसे हैं। बिलासपुर में ऐसे लोग हैं। ये सभी जिला प्रशासन की देखरेख में रह रहे हैं। लेकिन इनकी संख्या कितनी है और कौन कहां के निवासी हैं इसकी जानकारी रेलवे सुरक्षा बल के पास नहीं है। इसलिए आरपीएफ को इसका अनुमान लगा पाना मुश्किल है कि एक साथ कितनी संख्या में यात्रियों की भीड़ रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।

संभावना जताने में व्यवस्था बिगड़ सकती है। यदि 500 लोगों का आकलन करते हैं और एक हजार से अधिक पहुंच गई तब उस स्थिति में स्टेशन में अव्यवस्था होगी। इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। इसे देखते हुए ही सही आंकड़े की जानकारी जुटाने कोशिश की जा रही है। इसके अनुसार शारीरिक दूरी व मास्क की व्यवस्था की जा सकती है। इसके बिना स्टेशन में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा भीड़ के मुताबिक गेट खोले जाएंगे।