Chhatarpur : बिन बियाहे युवाओं को धीरेंद्र शास्त्री का फरमान : तीन चार बच्चे पैदा करो और 2 को रामजी के काम में लगा दो...

 

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने युवाओं से कहा कि ब्याह करो, 3-4 बाल-बच्चे हों। उनमें से दो को रामजी के काम में लगा दो। उन्होंने कहा कि हमें हिंदू धर्म और हिंदू राष्ट्र के लिए आगे आना पड़ेगा। धीरेंद्र शास्त्री सोमवार को यहां रामचरित मानस रामलीला मैदान में रामालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उन्होंने मंच से कविताएं और शायरी भी सुनाईं।

जो राम का नहीं, उनकी ठठरी बांध दो
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- रामनवमी की कौन-कौन तैयारी कर रहा है। जो राम का नहीं उनकी ठठरी बांध दो। उन्होंने कहा कि वैसे तो बच्चे 2 ही अच्छे हैं, लेकिन एक बच्चा रामजी और हिंदू राष्ट्र के लिए काम करने वाला होना चाहिए। हमारे पिताजी के भी 2 बच्चे हैं एक मैं सनातन के काम में लगा हूं। किसी को राम के नाम से, हिंदू राष्ट्र के नाम से टेंशन है तो हम क्या करें। हार्ट अटैक की दवाई खाओ।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रामराज्य और हिंदू राष्ट्र के लिए सभी को आगे आना पड़ेगा।

बार-बार मिल रहे चैलेंज पर बोले- हम कोई फरमाइशी गीत नहीं
आयुर्वेदाचार्य प्रकाश टाटा ने उन्हें चैलेंज दिया था कि यदि उनके पर्चे को पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने पर्चे में लिखकर बता दें तो उन्हें एक करोड़ रुपए की दक्षिणा देंगे। इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम कोई फरमाइशी गीत नहीं हैं। कितनी बार एक्सेप्ट नहीं किया? कितनी बार प्रतिउत्तर नहीं दिया? कितनी बार टेस्ट नहीं दिया? यही तो नहीं करते रहेंगे? यह सस्ती लोकप्रियता पाने का एक तरीका है।

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा था- 5-5 बच्चे गोद में खिलाओ

छिंदवाड़ा के दशहरा मैदान में 10 फरवरी से 19 फरवरी तक शिवमहापुराण कथा आयोजन किया गया था।

फरवरी में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर छिंदवाड़ा में ऐसा ही बयान दे चुके हैं। दशहरा मैदान में आयोजित शिव महापुराण कथा पंडाल में उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कहा था कि देश में जब तक यह कानून नहीं बन जाए, तब तक पांच-पांच बच्चे हर हिंदू अपनी गोद में खिलाएं।

दरअसल, देवकीनंदन ठाकुर हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कथा पंडाल से कहा कि कुछ लोगों को खुले सांड की तरह छोड़ दिया गया है और हमें सिर्फ दो बच्चों तक सीमित कर दिया गया है।+