MP : इंदौर अग्निकांड में 7 लोग जिन्दा जले : युवती से एकतरफा प्यार में युवक ने लगाई थी आग, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता

 

MP NEWS : इंदौर की दो मंजिला इमारत स्वर्ण बाग कॉलोनी की मल्टी में आग लगने से उस वक़्त हड़कंप मच गया जब शुक्रवार रात आग लग गई. ये आग मुख्य आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित  युवक ने लगाई थी, जो पूरी बिल्डिंग में फैल गई। यह बड़ा खुलासा मकान मालिक इंसाफ पटेल के घर के नजदीक लगे CCTV फुटेज में हुआ है। फुटेज में आरोपी वाहन में आग लगाता दिख रहा है। आपको बता दे की युवक ने बिल्डिंग में रहने वाली युवती से एकतरफा प्यार करता था। युवती से उसकी कहासुनी हुई थी। इसके बाद युवक ने उसी युवती के दोपहिया वाहन में आग लगा दी। यही आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई। 

आपको बता दे की युवक रात के 2;54 पर पार्किंग में खड़े एक वाहन से पेट्रोल निकाला और वहीं आग लगा दी। आग लगाने के बाद यह लड़का फुटेज में जाता हुआ भी दिखाई दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर जांच की जा रही है. 

दो मंजिला इमारत में 7 की मौत

आपको बता दे की इस अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 6 महिलाएं और एक पुरुष है।लोगों को भागने की जगह नहीं मिली तो गैलरी से कूदकर जान बचाई। शुरुआती जांच में बिजली जाने की वजह से आग लगने का पता चला था। 

बचाव दल ने 9 लोगों को बचाया गया

पुलिस के मुताबिक इस अग्निकांड से रेस्क्यू (rescue) कर 9 लोगों को बचाया है. 12 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था। इनमें से 7 की मौत हो चुकी है। 

ये है मृतकों के नाम 

मृतकों में ईश्वर सिंह सिसौदिया (45), नीतू सिसौदिया (45), आशीष (30), गौरव (38) और आकांक्षा अग्रवाल (25) शामिल हैं। देवास की रहने वाली आकांक्षा ने 15 दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था। आकांक्षा के माता-पिता नहीं हैं। वह यहां लिव इन में रह रही थी।

वर्जन थाना प्रभारी 

विजय नगर (vijay nagar) टीआई तहजीब काजी (Tehzeeb Qazi) ने बताया कि घटना के वक्त बिल्डिंग में 15-16 लोग थे। बताया गया कि बिल्डिंग के मालिक के मोहल्ले में 4 मकान हैं, जो किराए से दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि कहीं भी सेफ्टी नहीं है। 

घायलों को भी मिलेगा मुआवजा

कलेक्टर मनीष सिंह ने एमवाय हॉस्पिटल (MY Hospital) जाकर घायलों को देखा। कलेक्टर ने की 7 लोगों के मौत की पुष्टि की है। कलेक्टर बोले कॉलोनी अवैध है। अवैध निर्माण की होगी जांच। घायलों को भी मिलेगा मुआवजा दिया जाएगा। घायलों से मिलने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट (tulshi silvat) भी अस्पताल पहुंचे।