MP : रीवा में श्याम शाह मेडिकल के PG छात्रों की सांकेतिक हड़ताल : मेडिकल कॉलेजों में ओटी और ओपीडी का कार्य पूर्ण रूपेण बंद

 

देशभर में नीट पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी को लेकर प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर रीवा में जुडा ने सांकेतिक हड़ताल की। जूनियर डॉक्टर्स की मानें तो फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के आव्हान पर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया है।

इसी कड़ी में श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के पीजी के छात्रों ने सोमवार को विरोध स्वरूप खुद को OPD सेवाओं से दूर रखा। हालांकि ओटी यथावत चल रही थी। बल्कि प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में ओटी और ओपीडी का कार्य पूर्ण रूपेण बंद था।

रीवा में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हृदयेश ​दीक्षित ने बताया कि एमडी-एमएस के पहले बैच का शैक्षणिक सत्र जून से शुरू हो जाना चाहिए। लेकिन पहले कोरोना के चलते परीक्षाओं में देरी हुई। फिर आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में केस लंबित हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को 4 हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा। इधर जुडा की मांग है कि सरकार जल्दी से जल्दी अपना जवाब सुप्रीम कोर्ट में पेश करें ताकि मामले का जल्द ही निपटारा हो सके।

सभी कॉलेजों में पहला बैच मिस

डॉ. रजनीश मिश्रा ने कहा कि नीट पीजी काउंसलिंग में देरी के चलते लगभग पहला बैच मिस हो चुका है। सीनियरों के पास जूनियर न होने से कार्य का ज्यादा बोझ है। प्रदेश में प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष को मिलाकर डेढ़ हजार के आसपास डॉक्टर रहते हैं। जिससे इलाज में काफी सुविधा रहती है। काउंसलिंग में देरी की वजह से प्रथम वर्ष में जूनियर डॉक्टर नहीं है। इस कारण बाकी दो बैच पर काम का दबाव बहुत ज्यादा है। ऐसे में जुडा से लेकर मरीजों को भी परेशानी होती है।

ओपीडी सेवाएं रहीं बंद

देशभर में शुरू हड़ताल का रीवा मेडिकल कॉलेज में भी जबरदस्त असर दिखा। जूनियर डॉक्टर्स ने सांकेतिक हड़ताल के रूप में सोमवार को ओपीडी सेवाओं से खुद को दूर रखा। मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि पहले से ही देरी से चल रहे नीट पीजी के मामले में हम सकारात्मक परिणाम के लिए आज तक धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहे हैं। शारीरिक और मानसिक संकट से कोई राहत नहीं मिल रही है।