REWA : स्वच्छता सर्वेक्षण में एक बार फिर रीवा फिसड्डी हुआ साबित, मिला 93 वां स्थान

 

रीवा। स्वच्छता सर्वेक्षण में एक बार फिर रीवा फिसड्डी साबित हुआ हैं, हालांकि राहत की खबर यह है कि देश के 100 साफ शहरों में रीवा भी शामिल हो गया है और एक लाख से लेकर पांच लाख केबीच देश भर के साफ शहरों में रीवा को 93वी रैंक मिली है। स्वच्छता सर्वेक्षण भारत सरकार के द्वारा सूची जारी होते ही सभी शहर में सफाई को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

सफाई की दिशा में बढ़ा आगे

जिस तरह से रीवा को रैंक मिली है उस हिसाब से माना गया है कि सफाई की दिशा में यह शहर आगे बढ़ा है। दरअसल गत वर्ष रीवा शहर सफाई के मामले में 116वें रैंक पर रहा है। कचरा प्लांट के साथ ही सफाई कर्मियों की मेहनत भी रंग लाई और इससे रीवा एक बार फिर सफाई को लेकर देश के 100 साफ शहरों में शमिल हो गया है।

यहां मिले अच्छे प्वाइंट

रीवा शहर की रैकिंग को आगे बढ़ाने में पहड़िया का कचरा प्लांट की अहम भूमिका रही। भारत स्वच्छ मिशन के तहत कराया गए स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने पहड़िया के कचरा प्लांट और कचरा परिवहन को अच्छे अंक दिए है। दरअसल घर-घर से गीला व सूखा कचरा कलेक्शन करके उसे पहड़िया गांव में स्थित कचरा प्लांट में परिवहन किया जाना तथा उससे खाद बनाया जाना, कचरे का सही उपयोग होना पाया गया है। हालांकि गीले कचरे की तो खाद बराबर बनाई जा रही है जबकि सूखा कचरा अभी पूरी तरह से उपयोग में नही लाया जा रहा है और यह कमी भी पाई गई है।

शहर को साफ सुथरा करने में सफाई कर्मचारियों की मेहनत भी शामिल है। जहां रात्रिकालिन सफाई सहित कई तरह से शहर को साफ करने में किया गया प्रयोग सफल रहा है।

कोरोना सक्रमण के समय निकलने वाले बेस्ट का सही निष्पादन कराया जाना एवं सफाई पर फोकस किया जाना भी शहर की स्वच्छता रैंक में चार चांद लगाया है।

जबकि निर्माण कार्य के चलते सफाई रैंक में प्रभाव पड़ा है, क्योकि इससे शहर में डस्ट बढ़ने के साथ ही सही तरीके से व्यवस्थित न हो पाना स्वच्छता रैंक के अंक में खलल डालता है।

वर्जन

सफाई के क्षेत्र में आगे बढ़े है। इस वर्ष 93वें रैंक रीवा शहर को मिली है। यह देखा जा रहा है कि किस क्षेत्र में कम प्वांइट मिले है, उस पर विशेष फोकस किया जाएगा।

मृणाल मीड़ा आयुक्त नगर निगम रीवा।