REWA : इंद्रा नगर में युवती से लूट : गिरोह बनाकर शहर में घूमते हैं बदमाश और छीन लेते हैं युवतियों से मोबाइल

 

रीवा। शहर के भीतर बाइक में तफरी करने वालों की गैँग आए दिन लोगों को निशाना बना रही है। बदमाशों की गैंग झपट्टा मारकर लोगों से मोबाइल छीन लेते है। बुधवार की सुबह उन्होंने टहलने जा रही युवती से मोबाइल छीन लिया और चंपत हो गए। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया हैे लेकिन आरोपियों का पता नहीं चल पाया है।

सुबह मार्निंगवाक पर जा रही थी युवती

स्नेहलता पटेल पिता हर प्रसाद पटेल 21 वर्ष बुधवार की सुबह करीब पांच बजे घर के समीप स्थित पार्क में टहलने जा रही थी। जैसे ही वे पार्क के समीप पहुंची तभी पीछे से बाइक में सवार होकर दो की संख्या में बदमाश पहुंचे। उन्होंने धक्का देकर युवती को गिरा दिया और जैकेट की जेब से मोबाइल निकालकर चंपत हो गए। अचानक हुई इस घटना से हड़कंप मच गया। पीडि़ता ने शोर मचाकर उनको पकडऩे का प्रयास किया लेकिन बाइक में बदमाश पलक झपकते ओझल हो गए। मोबाइल के अंदर एक हजार रुपए भी रखे हुए थे।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

परिजनों के साथ थाने पहुंची पीडि़ता ने घटना की शिकायत दर्ज कराई है जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। घटना में उसी गिरोह का हांथ होने का आशंका जताई जा रही है जो सिलसिलेवार तरीके से शहर के भीतर मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि पीडि़ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। आसपास लगे सीसी टीवी कैमरे चेक कराए जा रहे है।

अधिकांश पीडि़तों से गुमने की शिकायत लेती है पुलिस

शहर के भीतर मोबाइल लूट की आए दिन घटनाएं हो रही है। यदि कोई रास्ते में मोबाइल पर बात करते जा रहा है तो बाइक में तफरी करने वाले बदमाश उसे अपना शिकार बना ेलेते है। अधिकांश मामलों में पुलिस पीडि़तों से मोबाइल छीनने की जगह गुमने की शिकायत लेती है जिसकी वजह से अधिकांश घटनाएं प्रकाश में नहीं आती है। ज्यादातर वारदातें मुख्य मार्गों की जगह शहर की कालोनियों में हो रही है। हालांकि यह गिरोह अभी तक पुलिस के राडार में नहीं आया है।

नशे के लिए छीनते हैं मोबाइल

शहर के भीतर मोबाइल लूट की घटनाओं को बदमाश नशे के लिए अंजाम देते है। पूर्व में पुलिस ने जिन बदमाशों को पकड़ा था वे नशे के शौख को पूरा करने के लिए मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे और उसे बेंचकर अपने शौख को पूरा करते थे। हालांकि इतनी बड़ी संख्या में छिनने वाले मोबाइल कहां खपते है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।