SIDHI की बेटी प्रियंका ने बढ़ाया विंध्य का मान : यूरोप के जॉर्जिया में अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक की किया अपने नाम

 


SIDHI NEWS : सीधी की बेटी प्रियंका ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। पूर्वी यूरोप के जॉर्जिया (Georgia) में खेले जा रही अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता (international wushu competition) में प्रियंका के पिता शिवदयाल केवट सीधी के एक नर्सिंग होम में कैशियर का काम करते है। वहीं उनकी माता सोनिया केवट प्राइवेट स्कूल में नौकरी करती है। सामान्य परिवार से आने वाली प्रियंका ने भारत को स्वर्ण दिलाया है।

कौन है प्रियंका 

अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता का आयोजन पूर्वी यूरोप के जॉर्जिया में किया जा रहा है। इसमें सीधी जिले की बेटी प्रियंका केवट ने भी भाग लिया, जिसमें उसने स्वर्ण पदक हासिल किया है। प्रियंका की माता सोनिया केवट प्राइवेट स्कूल में भृत्य के रूप में 2007 से पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि प्रियंका को पढ़ाने के लिए उसी ज्योत्सना विद्यालय में प्रवेश दिलाया था। प्रियंका ने ज्योत्सना विद्यालय से ही 8वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद राज्य स्तरीय गोल्ड मेडल हासिल किया था। जिसके बाद राज्य शासन ने अपने खर्च से प्रियंका की 9वीं की पढ़ाई सहित हायर सेकेंडरी स्तर तक पढ़ाई करवाई। जिस वजह से प्रियंका भोपाल में पढ़ाई कर रही थी।

तीन बहनों और एक भाई 

प्रियंका केवट की काबिलियत इस तरह आगे आई कि वो कम समय में कॉलेज में कदम रखने के बाद वुशू प्रतियोगिता में पूर्वी यूरोप गई और स्वर्ण पदक हासिल किया। सोनिया ने बताया कि तीन बहनों और एक भाई के बीच प्रियंका दूसरे नंबर की बेटी है। प्रियंका के पिता शिवराज केवट निजी नर्सिंग होम में कैशियर पद पर हैं। उन्होंने कहा कि काश हर बेटी को इसी तरह उपलब्धि मिले।

माता- पिता का दिल हुआ गदगद

विदेश में उपलब्धि हासिल करने वाली प्रियंका केवट की माता सोनिया केवट ने कहा कि आज हमारा दिल गदगद है। हमें ये नहीं मालुम था कि हमारी बेटी इस मुकाम तक पहुंचेगी कि विदेश में भी उनका नाम रोशन होगा। उन्होंने कहा कि मैंने तो उनकी शादी के लिए कपड़ों की खरीदी कर ली थी, शादी करने की तैयारी थी, लेकिन स्कूल की मैडम श्वेता ने हमें मना किया। बोली कि अभी उन्हें उनके तरक्की के स्थान पर जाने दीजिए। आज मेरी बिटिया पूरे देश में एक अलग पहचान बनाकर जो मैडल हासिल किया है उससे हम सब गौरवान्वित हैं। ये हमारे लिए स्वर्णिम पल है।

प्रियंका की शिक्षक श्वेता सिंह ने कहा कि हम लोगों के लिए ये बहुत खुशी की बात है कि इस विद्यालय में अध्ययनरत रही प्रियंका ने वुशू में स्वर्ण पदक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हर विधा में बच्चों को आगे आने की जरूरत है। प्रयास से ही सब कुछ संभव होता है। यह मानकर किसी भी बच्चे को उनकी भावनाओं के साथ अभिभावक कभी ठेस न पहुंचाए।