दहला दिल्ली का दिल: I-20 कार ब्लास्ट में 11 की मौत, 24 घायल; यूपी-मुंबई सहित 7 राज्यों में सुरक्षा बढ़ी, LNJP अस्पताल में हड़कंप

 

वैशाली चावला/ नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक ऐतिहासिक स्थल, लाल किले (Red Fort) के बेहद करीब, फोर्ट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम को एक भीषण कार विस्फोट हुआ। यह घटना देश की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा के अनुसार, शाम करीब 6:52 बजे यह विस्फोट हुआ।

धमाका एक हुंडई i-20 कार के पिछले हिस्से में हुआ। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पहले बयान में इसकी पुष्टि की।

फोटोज में देखिए घटना...

कैसे हुआ यह भयानक हादसा?
पुलिस कमिश्नर गोलचा ने बताया कि विस्फोट एक धीमी गति से चल रहे वाहन में हुआ, जो रेड लाइट की ओर बढ़ रहा था। यह बताता है कि वाहन या तो ट्रैफिक में फंसा था या जानबूझकर धीमा किया गया था। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आस-पास की अन्य गाड़ियां भी जल गईं और दुकानों के शीशे व खिड़कियां टूट गईं, जिससे पूरे इलाके में भगदड़ और दहशत फैल गई।

जान और माल का नुकसान: आंकड़े और चश्मदीदों की आँखें
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है, जिसने दिल्ली को झकझोर कर रख दिया है।

कितने लोगों की मौत हुई और कितने घायल हुए?
शुरुआती रिपोर्ट्स में 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने पुष्टि की कि कुल 15 घायलों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से 8 की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी। 3 गंभीर रूप से घायल हैं और एक की हालत स्थिर बताई गई है। यह आंकड़ा इस बात की भयावहता को दिखाता है कि मरने वालों की संख्या अधिक हो सकती है।

चश्मदीदों ने रीवा न्यूज़ मीडिया रिपोर्टर को क्या बताया?
हादसे की भयावहता को समझने के लिए चश्मदीदों के बयान सबसे महत्वपूर्ण हैं, जैसा कि रीवा न्यूज़ मीडिया के रिपोर्टर ने घटनास्थल पर दर्ज किए:

  • दुकानदार: एक दुकानदार ने बताया, "मैंने अपनी जिंदगी में इतना जोरदार धमाका कभी नहीं सुना। मैं धमाके की वजह से तीन बार गिरा। ऐसा लगा जैसे हम सब मर जाएंगे।"
  • राजभर पांडे (चश्मदीद): उन्होंने बताया कि उनके घर तक धमाके की आवाज़ सुनाई दी और घर की खिड़कियां हिल गईं। बाहर आकर देखा तो आग की लपटें दिखाई दे रही थीं।
  • ड्राइवर (रीवा न्यूज़ मीडिया रिपोर्टर को): एक निजी गाड़ी वाले ड्राइवर ने बताया कि स्थानीय लोग और निजी वाहन वाले ही घायलों को अस्पताल लाए।

ये बयान बताते हैं कि विस्फोट न केवल तेज था बल्कि इसने तत्काल सहायता की आवश्यकता पैदा की, जिसे स्थानीय लोगों ने सबसे पहले प्रदान किया। सड़क पर अंग बिखरे पड़े थे, जो घटनास्थल की विकट स्थिति को बयां करता है।

विस्फोट की प्रकृति और घटनास्थल पर जाँच एजेंसियाँ
विस्फोट की प्रकृति गंभीर थी और यह स्पष्ट रूप से एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक साज़िश की ओर इशारा करता है।

I-20 कार में ब्लास्ट: क्या यह साजिश है?
गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि विस्फोट i-20 कार के पिछले हिस्से में हुआ। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने इसे एक धीमी गति से चल रहे वाहन में विस्फोट बताया। इन तथ्यों के आधार पर, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह:

  • आतंकवादी हमला: लाल किले के पास यह घटना, जिसमें एक वाहन को निशाना बनाया गया, इसे एक सुनियोजित आतंकवादी कृत्य का रूप दे सकती है।
  • IED का इस्तेमाल: कार के पिछले हिस्से में विस्फोट किसी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) या शक्तिशाली विस्फोटक के इस्तेमाल का संकेत हो सकता है, जिसकी जाँच FSL टीम कर रही है।
  • टारगेटेड अटैक: क्या कार में बैठे लोग या उस स्थान पर मौजूद लोग किसी विशेष निशाने पर थे, इसकी भी जाँच की जा रही है।

जाँच में कौन-कौन सी एजेंसियाँ जुटी हैं?
घटना की गंभीरता को देखते हुए, भारत की शीर्ष जाँच और सुरक्षा एजेंसियाँ तुरंत हरकत में आ गईं:

  • दिल्ली पुलिस (स्पेशल और क्राइम ब्रांच): ये टीमें सूचना मिलने के 10 मिनट के भीतर ही मौके पर पहुँच गईं।
  • FSL (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी): विस्फोट की प्रकृति, विस्फोटक के प्रकार और साक्ष्य जुटाने के लिए FSL टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुँची।
  • NIA (राष्ट्रीय जाँच एजेंसी): आतंकवाद से जुड़े मामलों की जाँच करने वाली NIA की टीम भी मौके पर पहुँची, जो इस बात का संकेत है कि अधिकारी इसे एक संभावित आतंकवादी घटना के रूप में देख रहे हैं।
  • NSG (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड): NSG की टीमें भी रवाना कर दी गई हैं। NSG, खासकर बॉम्ब डिस्पोजल और पोस्ट-ब्लास्ट इन्वेस्टिगेशन में विशेषज्ञता रखती है।
  • CCTV फुटेज: आसपास के सभी CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कार कहाँ से आई और उसमें कौन लोग सवार थे।

उच्च स्तरीय प्रतिक्रिया और सरकार के कदम
केंद्रीय और राज्य स्तर पर इस घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया दी गई, जिसमें उच्च-स्तरीय जाँच और सुरक्षा के निर्देश दिए गए।

गृह मंत्री अमित शाह का बयान और एक्शन
गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की। उन्होंने अपने पहले बयान में घटना की पुष्टि की और कहा कि:

  • "हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं और सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गहन जांच करेंगे। सभी विकल्पों की तुरंत जांच की जाएगी और हम परिणाम जनता के सामने पेश करेंगे। मैं शीघ्र ही घटनास्थल पर जाऊंगा और तुरंत अस्पताल भी जाऊंगा।"
  • शाह ने घायलों से मिलने के लिए LNJP अस्पताल का दौरा किया और फिर घटनास्थल के लिए भी रवाना हुए। यह दिखाता है कि सरकार इस मामले को कितनी गंभीरता से ले रही है।

पीएम मोदी और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया

  • पीएम नरेंद्र मोदी: उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से बात करके घटना की जानकारी ली और बाद में X पर पोस्ट करके दुख जताया।
  • राहुल गांधी: उन्होंने कई निर्दोषों की मौत पर दुखी होने की बात कही।
  • अरविंद केजरीवाल: दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सरकार से फौरन जाँच करने की मांग की।

देशव्यापी हाई अलर्ट: किन राज्यों में बढ़ी सुरक्षा?
दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए तुरंत कार्रवाई की और देशव्यापी हाई अलर्ट जारी कर दिया।

हाई अलर्ट क्यों जारी किया गया?
लाल किला एक संवेदनशील और ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ हुए विस्फोट का सीधा संबंध राष्ट्रीय सुरक्षा से हो सकता है। हाई अलर्ट जारी करने का मुख्य उद्देश्य है:

  • अन्य शहरों में साजिशों को नाकाम करना।
  • सार्वजनिक और संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाना।
  • जाँच एजेंसियों को खुफिया जानकारी तेजी से साझा करने में मदद करना।

यूपी समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था क्या कर रही है?
धमाके के बाद दिल्ली समेत निम्नलिखित राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है:

  • मुंबई
  • राजस्थान
  • उत्तर प्रदेश
  • बिहार
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • उत्तराखंड
  • गुजरात (अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट)

उत्तर प्रदेश (यूपी) के एडीजी (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि डीजीपी ने राज्य के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को संवेदनशील धार्मिक स्थलों, संवेदनशील जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ समेत अन्य शहरों में गश्त और जांच बढ़ा दी गई है।

फॉरेंन्सिक टीम ब्लास्ट साइट पर पहुंची, पुलिस ने पूरे इलाके को घेरा

दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया।

आगे की जांच में क्या हो सकता है?

यह प्रश्न महत्वपूर्ण है कि दिल्ली ब्लास्ट की जांच कौन कर रहा है और कैसे। अब जबकि NIA और NSG मौके पर हैं, जांच के केंद्र बिंदु ये होंगे:

  • विस्फोटक का स्रोत: क्या यह स्थानीय रूप से बनाया गया था या सीमा पार से आया था?
  • कार का मालिक: I-20 कार का मालिक कौन है, और क्या वह विस्फोट में मारा गया है?
  • आतंकवादी लिंक: क्या इस घटना के पीछे किसी ज्ञात आतंकवादी संगठन का हाथ है?
  • टाइमिंग और लोकेशन: हमलावर ने शाम 6:52 बजे की व्यस्त ट्रैफिक टाइमिंग और लाल किले के पास की लोकेशन को क्यों चुना?

दिल्ली ब्लास्ट: निष्कर्ष और अपील
लाल किले के पास हुआ यह कार में धमाका कैसे हुआ, इसका सटीक उत्तर अभी जाँच एजेंसियों के हाथ में है। यह घटना उरी से पहलगाम तक 6 बड़े आतंकी हमले की याद दिलाती है और देश को एक बार फिर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी देती है। क्या यह आतंकवादी हमला है, इसका खुलासा आधिकारिक जांच के बाद ही होगा, लेकिन वर्तमान परिस्थितियाँ इसे सुरक्षा चूक के तौर पर देखती हैं।

सरकार और जाँच एजेंसियाँ पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं। यह समय है कि जनता भी धैर्य बनाए रखे और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दे।