Budhiya movie Boycott : बुधिया फिल्म की नौटंकी से क्षत्री समाज को ठेस, सस्ती लोकप्रियता हासिल करने फिल्म में हरकतों का उल्लेख

 

रीवा शहर में इन दिनों बघेली फिल्म (bagheli movie) को लेकर जगह-जगह शोरगुल मचा हुआ है जहां कुछ कहते हैं कि विंध्य (vindhy) से यह पहली फिल्म है तो बघेली फिल्म (bagheli movie) को कहीं अच्छा तो कहीं बुरा कहा जा रहा है। आपको बता दें कि विंध्य से यह पहली बघेली फिल्म है जिसका आगाज समदड़िया मल्टीप्लेक्स (Samdiya Multiplex) पर शुभारंभ के तौर पर कल किया गया था। जहां क्षत्रिय समाज के लोगों ने बुधिया फिल्म (Budhiya movie) का जमकर विरोध किया एवं एसडीएम (sdm) के नाम ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि विंध्य से बनी हुई पहली बघेली फिल्म अविनाश तिवारी (Avinash Tiwari) द्वारा समदड़िया मल्टीप्लेक्स (Samadiya Multiplex) पर रिलीज की गई. इसके दूसरे दिन ही क्षत्रिय समाजों ने खुलकर के जमकर विरोध किया जिसमें यह कहा गया कि क्षत्रिय समाज को फिल्म में बलात्कारी दिखाया गया है। बता दें कि यह वही अविनाश तिवारी (Avinash Tiwari) है जिस पर पूर्व में लड़कियों ने कई मामले दर्ज करवाए थे। वही एक बार फिर समदड़िया मल्टीप्लेक्स में बुधिया फिल्म (Budhiya movie) लगते ही क्षत्रिय समाज के लोगों ने टायर में आग जलाकर एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है एवं जमकर इस फिल्म को बायकट(Boycott)  करने का विरोध किया है।

बता दें कि इस फिल्म में ठाकुरों के लड़कों को बलात्कारी दिखाकर बढ़ावा दिया गया है जिस पर विंध्य क्षेत्र के समस्त क्षत्रिय संगठन इकट्ठा होकर फिल्म को बायकट करने में सड़कों पर उतर आए हैं। जगह-जगह अविनाश तिवारी और इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है वहीं कुछ लोगों को गुड़िया फिल्म पसंद भी आई है।

पढ़िए क्यों बन रहा है बुढ़िया फिल्म को लेकर इतना बड़ा तमाशा..

रीवा जिले के बघेली कॉमेडी कलाकार अविनाश तिवारी की फिल्म 12 नवंबर को रिलीज हुई है. लेकिन रिलीज के दूसरे दिन ही फिल्म का भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. बताया गया कि फिल्म में ठाकुर समाज को बलात्कारी के तौर पर पेश किया गया है, जिससे क्षत्रिय समाज की अस्मिता को ठेस पहुंचा है. फिल्म का विरोध बढ़ता देख अविनाश तिवारी ने आनन-फानन में फेसबुक पोस्ट कर अपनी सफाई पेश की है.

आपको बता दें कि अविनाश तिवारी इसके पहले भी ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं. जहां पर उन्होंने लाइव आकर कहा था कि ब्राह्मण दूसरों की चाटते हैं. और अब फिल्म में ठाकुर समाज की भूमिका जिस तरह से दिखाई गई है , वह सवालिया निशान खड़े कर रही है. इसी को लेकर क्षत्रिय समाज के लोग समदड़िया सिनेमा के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन करते देखे गए, कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने हेतु आनन-फानन में पुलिस को बुलाना पड़ा, और बस स्टैंड स्टैंड स्थित समदड़िया सिनेमा में पुलिस की तैनाती कर दी गई है.


टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन

जानिए पूरा मामला

आपको बता दें कि विंध्यक्षेत्र की बोली बघेली को बढ़ावा देने हेतु लगातार काम कर रहे अविनाश तिवारी को अपने फिल्म बुधिया में ठाकुर समाज के लड़के को बलात्कारी दिखाएं जाने का मामला तूल पकड़ रहा है. क्षत्रिय समाज के लोगों का कहना है कि फिल्म में अस्सी और नब्बे के दशक की तरह बनी फिल्मों में जिस तरह से ठाकुर समाज को पेश किया जाता था, उसी तरह आज भी पेश किया जा रहा है, जब की स्थितियां बदल गई हैं. वर्तमान समय में भी लड़कियों से ज्यादती और रेप की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन इस तरह का पैटर्न अब नहीं रहा है, फ़िल्म में जिस तरह से ठाकुर साहब के लड़के को बलात्कारी के तौर पर पेश किया गया है वह सरासर गलत है.

सड़क पर विरोध प्रदर्शन
आपको बता दें कि समदड़िया सिनेमा के बाहर क्षत्रिय समाज के सैकड़ों लोग टायर जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया है. जिसके बाद समदड़िया सिनेमा में 12:00 बजे का शो भी रद्द कर दिया गया था.

अविनाश तिवारी ने मांगी माफी
मैं एक कलाकार हूं और मेरे लिए सभी व्यक्ति और सभी जातियां सभी धर्म महत्वपूर्ण हैं और सम्माननीय है मैंने बघेली भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए व बेटियों को सम्मान दिलाने के लिए उनकी शिक्षा को बढ़ाने के मकसद से समस्त विंध्य वासियों से सहयोग लेकर के बघेली फिल्म बुधिया बनाई मेरा किसी भी जाति विशेष को अपमानित करने व उन को नीचा दिखाने का उद्देश्य नहीं है.

और ना ही फिल्म के माध्यम से है और ना ही व्यक्तिगत जीवन से रहा मेरे लिए सभी समाज के व्यक्ति चाहे वह किसी भी धर्म को मानने वाले व्यक्तियों सब मेरे लिए पूजनीय हैं क्योंकि मैं एक कलाकार हूं आज मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी हुई कि मेरे फिल्म को लेकर के कुछ लोग कुछ आपत्तिजनक शब्दों को लेकर विरोध कर रहे हैं तो मैं आप सभी को इस सोशल मीडिया के माध्यम से कहना चाहता हूं कि ठाकुर शब्द का उपयोग मैंने क्षत्रिय समाज को लेकर उपयोग नहीं किया है.

सम्माननीय बोलचाल की भाषा में मजबूत व्यक्ति को कहानी के अनुसार ठाकुर साहब बोला गया है यदि इस ठाकुर शब्द से क्षत्रिय समाज को उनके मान सम्मान को कोई अपमान हुआ तो मैं एक कलाकार होने के नाते उनसे क्षमा प्रार्थी हूं मेरा कतई उद्देश्य नहीं है कि मैं किसी समाज या जाति विशेष को किसी भी माध्यम से अपमानित करूं.

मैं सभी धर्म को मानने वाले सभी समाज के व्यक्तियों को क्षत्रिय भाइयों माताओं बहनों को इस संदेश के माध्यम से अपील करना चाहता हूं कि आप आइए थिएटर में फिल्म देखिए और मुझे बघेली बोली को बढ़ाने वाले कदम का सपोर्ट करिए मेरा यह पूरा विश्वास है कि फिल्म देखने के पश्चात जिस तरह का विरोध क्षत्रिय समाज को भड़काने के लिए किया जा रहा है वह बिल्कुल भी आप फिल्म में नहीं पाएंगे

मैं एक नया कलाकार हूं अगर मुझसे या मेरे किसी कलाकार से फिल्म में कोई गलती हुई हो तो उसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं.

अविनाश तिवारी एवं अविनाश फिल्म टीम, जय विंध्य जय बघेली

किसी एक व्यक्ति की भावना को भी अगर ठेस पहुंची हैं तो मैं उन सभी आदरणीय बंधुओ से क्षमा प्रार्थी हूं मेरा उद्देश्य क्षत्रिय समाज की भावनाओ को आहत करना नहीं था ब्राह्मण ,क्षत्रिय ,वैश्य, शूद्र हम सब एक शरीर के अंग हैं मेरे सभी सबसे प्रिय मित्र क्षत्रिय हैं मैं कभी भी क्षत्रिय समाज का अहित का विचार स्वप्न में भी नही कर सकता हमारा देश क्षत्रिय वीर भरत के नाम पर है क्षत्रियों का गौरवशाली इतिहास रहा है.

552 रियासतो के सभी राजाओं ने देश के लिए अपनी संपत्ति पद कुर्बान कर दिया था तब देश बना क्षत्राणी माताओं के जौहर को कोई कैसे भूल सकता है मैं अगर मुझसे अनजाने में कोई चूक हुई है तो दिल से क्षमा प्रार्थी हूं भरपाई करूंगा मैं क्षत्रिय गौरव को लेकर एक फिल्म अवश्य बनाऊंगा जय भवानी, जय राजपुताना, साहब सलाम ,जय हिंद जय विंध्य