Tons Waterfall : घने जंगलों में स्थित इस जल प्रपात को और भी खूबसूरत बनने तैयार हो रहा वॉटर फॉल, मिलेंगी ये सुविधाएं 

 
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है टोंस वाटर फॉल

रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले का यह वाटर फाल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां बड़ी संख्या में झरने का लुत्फ लेने आते हैं। बारिश में तो यह और भी खूबसूरत हो जाता है। साथ ही पहाड़ों पर छाने वाली हरियाली इसकी खूबसूरती में और भी चार चांद लगा देती है। दो साल बाद यह वॉटर फॉल (Tons Waterfall) फिर से पर्यटकों को सौंपने की तैयारी की जा रही है।

जिले के खूबसूरत टोंस वॉटर फाल (Tons Waterfall) को फिर से पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है। वन विभाग ने सुरक्षा सहित अन्य इंतजाम के लिए कवायद शुरू कर दी है। इसे पर्यटकों के लिए सुरक्षित बनाया जाएगा। मनोरंजन क्षेत्र घोषित होने के बाद टोंस वाटर फाल के सौंदर्यीकरण व अन्य सुरक्षा इंतजाम के लिए ईको पर्यटन विभाग से राशि जारी की गई थी। 35 लाख रुपए खर्च कर टोंस वॉटर फाल का सौंदर्यीकरण कराकर पर्यटन केन्द्र बनाया गया था, लेकिन घटिया निर्माण कार्य के कारण चंद महीने में ही यहां की रेलिंग, कुर्सियां और सीढ़ियां टूट गई थीं। एक पर्यटक के घायल होने के बाद अक्टूबर 2020 में इसे बंद कर दिया गया था। मामले में शिकायत और जांच भी हुई, लेकिन सब में लीपापोती कर दी गई थी। घटिया काम का नतीजा ही था कि रेंजर सिरमौर ने डीएफओ को पत्र लिखकर टोंस वाटर फाल मनोरंजन क्षेत्र को पर्यटकों के लिए असुरक्षित बताया था। अब दो साल बाद विभाग इसे दोबारा शुरू करने की तैयारी में है। टूट रेलिंग सहित अन्य कार्य कराने के बाद्र साल के अंत तक पर्यटक फॉल का लुत्फ उठा सकेंगे।

आउटसोर्स पर देने की तैयारी

टोंस वॉटर फाल की सुरक्षा बनी रहे और लंबे समय तक पर्यटकों को इसका लाभ मिलता रहे, इसके लिए इसे आउटसोर्स पर देने की तैयारी की जा रही है। अभी तक कोई आवेदन नहीं आए हैं, लेकिन विभाग इसकी तैयारी कर रहा है।

रोक के बाद भी यहां पर लोगों की एंट्री हो रही थी। जिसके चलते हाल ही में एक परिवार के साथ लूटपाट हुई थी। साथ उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई थी। इसके बाद पुलिस ने पहरा बैठा दिया है, अब यह पर्यटन क्षेत्र पुलिस के पहरे में है। भले ही विभाग के कर्मचारी यहां तैनात हैं लेकिन पुलिस की अनुमति के बगैर यहां कोई नहीं जा सकता।

मरम्मत के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी

बताया गया है कि उक्त राशि से जो कायाकल्प कराय गया था उसमें से अधिकांश नष्ट हो चुका है। अब टूटी-फुटी कुर्सियों, रेलिंग व सीढ़ियों की मरम्मत तो जरूरी है ही, साथ ही यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने होंगे। जिससे पर्यटकों की सुरक्षा के साथ पर्यटन केन्द्र का इंतजाम भी ठीक बना रहे।

प्रतिबंध के बाद भी आते रहे पर्यटक

टोंस वाटर फॉल सिरमौर में लगी सीढ़ी एवं स्टील रेलिंग टूटने के कारण 18 अक्टूबर 2020 को एक पर्यटक गिर गया था। इसके बाद ही वन विभाग ने यहां की एंट्री पर रोक लगाई थी और विभाग के कर्मचारियों को यहां तैनात कर दिया गया था। इसके बाद भी पर्यटक चोरी छिपे यहां पहुंचते रहे हैं। बताया गया है कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य इतना अद्वितीय है कि लोग यहां आने से अपने को नहीं रोक पाते।

आउटसोर्स पर देने की तैयारी की जा रही है। आवेदन मंगाए जाएंगे और अक्टूबर के अंतिम सप्ताह या फिर नवंबर में जरूरी मरम्मत कार्य पूरा कराने के बाद टोंस वॉटर फाल को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।

-चंद्रशेखर सिंह, डीएफओ रीवा