बिजली विभाग का 'महा-घोटाला': राजा-महाराजा को फ्री बिजली, सिस्टम फेल, प्रशासन मौन! कलेक्टर-एसपी को सब मालूम, फिर भी क्यों नहीं हो रही कार्रवाई?
ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा रियासत के महाराज पुष्पराज सिंह का बिजली बिल लगातार छह महीने तक 'जीरो' आया, जबकि इसी शहर में दो पंखे और बल्ब जलाने वाले एक जवान को 79,000 रुपए का बिल थमा दिया गया। यह कोई इकलौता मामला नहीं है, बल्कि यह वीआईपी को रियायत और आम आदमी को लूटने के एक बड़े सिलसिले का खुलासा करता है। जब दैनिक भास्कर की टीम ने इस मामले की पड़ताल की तो कई और चौंकाने वाले मामले सामने आए। इस खुलासे के बाद बिजली कंपनी ने आनन-फानन में जांच शुरू कर दी है।
महाराजा के नाम से जारी दो कनेक्शनों में मिली बड़ी अनियमितता
रीवा शहर की 'पीली कोठी' में महाराज पुष्पराज सिंह के नाम से दो बिजली कनेक्शन हैं। दोनों कनेक्शनों में भारी अनियमितता सामने आई है। पहले कनेक्शन में फरवरी 2025 से लेकर जुलाई 2025 तक लगातार छह महीने तक रीडिंग और बिल दोनों शून्य आए। वहीं, दूसरे कनेक्शन में जुलाई 2025 में 54 यूनिट बिजली खपत होने के बावजूद बिल 'जीरो' ही आया। अधिकारियों का कहना है कि दुकानें बंद होने के कारण खपत नहीं हुई, लेकिन जब मीटर में यूनिट दर्ज हुई, तो बिल शून्य क्यों आया? इस सवाल का उनके पास कोई जवाब नहीं है।
बिजली कंपनी की लापरवाही: 7 चौंकाने वाले मामले सामने
जांच में सिर्फ महाराजा का मामला ही सामने नहीं आया, बल्कि बिजली कंपनी की मनमानी के सात और बड़े मामले उजागर हुए हैं:
- केस 1 & 2: महाराजा पुष्पराज सिंह के दोनों कनेक्शनों में बिल शून्य रहा, जबकि एक में रीडिंग भी दर्ज थी।
- केस 3: राजविलास परिसर में सुनील पाण्डेय के 2 किलोवाट कनेक्शन का बिल जुलाई 2025 में शून्य आया।
- केस 4: अजय कुमार गुप्ता का जुलाई 2025 का बिल भी शून्य था, जबकि रीडिंग की कोई जानकारी नहीं थी।
- केस 5: धीरेन्द्र सोनी का बिल भी रीडिंग और राशि दोनों में शून्य आया।
- केस 6: व्यंकट क्लब का बिल माइनस 366 रुपए आया। यह एक थ्री फेस कनेक्शन है, फिर भी कोई चार्ज नहीं लगाया गया था।
- केस 7: एसडीओ सिविल लाइन का बिल भी माइनस में था, जिसमें -22,958 रुपए का 'ओल्ड ड्यू' दर्ज था, जिससे बिल शून्य हो गया।
इन सभी मामलों से यह स्पष्ट होता है कि बिलिंग सिस्टम में जानबूझकर बड़े लोगों को फायदा पहुँचाने के लिए छेड़छाड़ की गई है।
आम आदमी की आपबीती: एक जवान को 79 हजार का बिल, किसान को 3000 का बिल
जहां वीआईपी को रियायत दी जा रही थी, वहीं आम आदमी को लूटा जा रहा था। स्पेशल फोर्स के जवान पांडव कुमार अग्निहोत्री को दो पंखे और दो लाइट के लिए 78,968 रुपए का बिल थमा दिया गया। उन्होंने बताया कि उनका घर काफी समय से बंद था, फिर भी इतना ज्यादा बिल कैसे आ गया? उन्होंने कई जगह शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी तरह, सोहागी के आदिवासी किसान अंकित कुमार को भी 200 रुपए की जगह 3,000 रुपए का बिल भेज दिया गया, जबकि उनके घर में सिर्फ एक पंखा और दो लाइट हैं। ये मामले दर्शाते हैं कि घरेलू कनेक्शन पर भी कॉमर्शियल जितना बिल भेजा जा रहा है।
जांच के घेरे में जेई और संविदा कर्मचारी, एई का तबादला
मामला उजागर होने के बाद सांसद जनार्दन मिश्रा ने हस्तक्षेप किया। इसके बाद रीवा पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जूनियर इंजीनियर शिखा तिवारी और संविदा लाइनमैन घनश्याम सिंह की भूमिका की जांच शुरू की है। वहीं, एई रविंद्र कौशल का तबादला अमरपाटन कर दिया गया है। लोगों का आरोप है कि इन कर्मचारियों ने जानबूझकर वीआईपी लोगों के बिलों में हेरफेर किया और मनमाने बिल भेजकर आम उपभोक्ताओं से वसूली की।
स्मार्ट मीटर का वादा: क्या इससे पारदर्शिता आएगी?
बिजली कंपनी के असिस्टेंट इंजीनियर चंद्रमणि भास्कर ने बताया है कि अब बिलिंग स्मार्ट मीटर के आधार पर हो रही है, जिससे पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि गलत बिलों को जांच के बाद सुधारा जाएगा। अब तक 55 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और 25 हजार और लगाने की योजना है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि क्या यह नई तकनीक वास्तव में भ्रष्टाचार पर लगाम लगा पाएगी।
कौन हैं महाराज पुष्पराज सिंह?
महाराज पुष्पराज सिंह रीवा राजघराने के वर्तमान उत्तराधिकारी और बघेल वंश के सदस्य हैं। वे राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं और दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनका बेटा दिव्यराज सिंह वर्तमान में रीवा की सिरमौर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। यह परिवार रीवा क्षेत्र में काफी प्रभावशाली माना जाता है और सामाजिक कार्यों में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: महाराजा पुष्पराज सिंह का बिजली बिल शून्य क्यों आया?
उत्तर: बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, उनकी दुकानें बंद थीं, जिसके कारण खपत शून्य रही और बिल शून्य आया। हालांकि, इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
प्रश्न: स्पेशल फोर्स के जवान को कितना बिल आया?
उत्तर: जवान पांडव कुमार अग्निहोत्री को 78,968 रुपए का भारी-भरकम बिजली बिल भेजा गया।
प्रश्न: इस मामले में किन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है?
उत्तर: जूनियर इंजीनियर शिखा तिवारी और संविदा लाइनमैन घनश्याम सिंह की भूमिका की जांच हो रही है और एई रविंद्र कौशल का तबादला कर दिया गया है।
प्रश्न: क्या रीवा में अब स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं?
उत्तर: हाँ, बिजली कंपनी के अनुसार अब तक 55 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और आने वाले समय में 25 हजार और लगाए जाएंगे।