एक्सपोज्ड: रीवा-सिंगरौली रेल पर 'फर्जीवाड़े' का भूत! वायरल वीडियो ने सिस्टम को किया नंगा, डिप्टी सीएम की पोस्ट पर मचा बवाल!
रीवा में फर्जी निकला रेल ट्रैक ट्रायल वीडियो, डिप्टी सीएम की पोस्ट पर मचा बवाल!
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा-सिंगरौली रेल मार्ग पर एक फर्जी ट्रेन ट्रायल का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। इस वीडियो में दावा किया गया था कि एक 4D इंजन ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल ट्रायल पूरा कर लिया है, जबकि सच्चाई कुछ और ही निकली।
नेताओं ने भी शेयर किया फर्जी वीडियो
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस फर्जी वीडियो को उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा सहित कई भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को टैग करते हुए इसे क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इस तरह की एक बड़ी परियोजना से जुड़ी खबर को बिना पुष्टि के साझा करने पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
क्या थी वीडियो की हकीकत?
बाद में पता चला कि यह वीडियो रीवा-सिंगरौली रेल मार्ग का नहीं, बल्कि मार्च 2025 में कर्नाटक में हुए एक ट्रायल का था। जैसे ही यह फर्जी जानकारी सामने आई, उपमुख्यमंत्री और सांसद सहित अन्य भाजपा नेताओं ने अपनी पोस्ट हटा दीं। इस घटना ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत सूचनाओं और उसकी सत्यता की पुष्टि न होने के गंभीर परिणामों को उजागर किया है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
इस पूरे प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने सरकार और नेताओं पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार जनता को केवल सपने दिखाकर लूट रही है और काम से ज्यादा दिखावा कर रही है। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में खूब सुर्खियां बटोरी हैं और नेताओं की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रीवा-सिंगरौली रेल मार्ग की वर्तमान स्थिति
वास्तविक स्थिति यह है कि रीवा-सिंगरौली रेल मार्ग पर गोविंदगढ़ से बघवार तक ट्रेन का एक बार ट्रायल हो चुका है, और अब चौराहट के बीच पटरी बिछाई जा रही है। ऐसे में फर्जी वीडियो का वायरल होना और उसे नेताओं द्वारा साझा किया जाना, जनता के बीच गलत जानकारी फैलाने का एक गंभीर मामला बन गया है।