रीवा में 'फिल्मी' वारदात: ₹2 करोड़ के लालच में पति-पत्नी बने हत्यारे, बेगुनाह को कार में जलाकर खुद की मौत का रचा स्वांग; ऐसे खुली परतें!
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) चित्रकूट: कर्ज के बोझ तले दबे रीवा के एक पति-पत्नी ने 2 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम पाने के लिए ऐसी खौफनाक साजिश रची, जिसे सुनकर किसी के भी होश उड़ जाएंगे। यूट्यूब पर क्राइम धारावाहिक देखकर बनाई गई इस 'परफेक्ट क्राइम' योजना में, उन्होंने एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी, उसके शव को अपनी ही कार में जला दिया, और फिर जली हुई लाश को अपना पति बताकर पूरे परिवार से उसका अंतिम संस्कार भी करवा दिया। हालांकि, पुलिस की सूझबूझ और एक डीएनए टेस्ट की मांग ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
30 जून को जली कार में मिला था अज्ञात शव
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि 30 जून की सुबह करीब 4:30 बजे थाना राजापुर को डायल 112 पर सूचना मिली थी। लालता रोड से राजापुर मार्ग पर ग्राम सिकरी अमान के पास एक अल्टो K10 कार (MP 19 CB 3053) पूरी तरह जली हुई हालत में मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। कार के अंदर एक अज्ञात शव भी जली हुई अवस्था में मिला था, जिसकी पहचान नहीं हो पा रही थी।
पुलिस ने शव की पहचान के लिए प्रयास शुरू किए। बाद में पता चला कि यह कार सगमेन्द्र सिंह के नाम रजिस्टर्ड है और उनके दामाद सुनील सिंह पिता अवध बिहारी सिंह (39 वर्ष, निवासी कनपुरा थाना जवा, जिला रीवा) इसे चलाते थे। सुनील के ससुर गिरजा शरण सिंह (निवासी कंधवनिया थाना राजापुर, जनपद चित्रकूट, उत्तर प्रदेश) ने मौके पर पहुंच कर कार की शिनाख्त की। इसके बाद, सुनील सिंह की पत्नी हेमा सिंह (35 वर्ष) ने जले हुए शव को अपने पति सुनील सिंह का ही शव होने की पुष्टि कर दी। सुनील सिंह के ससुर ने दामाद की हत्या की आशंका भी जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और शव का डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजा। हालांकि, डीएनए रिपोर्ट आने से पहले ही पुलिस ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
कर्ज से परेशान पति-पत्नी ने क्राइम सीरियल से ली प्रेरणा
पुलिस जांच में सामने आया कि कनपुरा थाना जवा निवासी सुनील सिंह (39) पर काफी कर्ज था। उसने हार्वेस्टर खरीदने के लिए लोन लिया था और अपनी पत्नी हेमा सिंह (35) का ब्यूटी पार्लर भी खुलवाया था, जिससे कर्ज का बोझ बढ़ता चला गया। किश्तें न भर पाने के कारण सुनील तनाव में रहता था और पत्नी भी उसे ताना मारती थी। इस समस्या से निकलने के लिए उसने 'शॉर्टकट' रास्ता ढूंढा और यूट्यूब पर आने वाले क्राइम धारावाहिक देखना शुरू किया। यहीं से उसे एक 'खतरनाक आइडिया' सूझा और उसने इस योजना में अपनी पत्नी हेमा को भी शामिल कर लिया।
2 करोड़ का बीमा और 'बलि का बकरा' विनय चौहान
योजना के तहत, सुनील ने अक्टूबर 2024 में 2 करोड़ रुपये का बीमा कराया। अब उसे अपनी मौत को साबित करने के लिए एक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जिसका आगे-पीछे कोई न हो। तभी उसकी मुलाकात नेहरू नगर निवासी विनय चौहान पिता शंभू चौहान से एक शराब के ठेके पर हुई। विनय को ठेके पर शराब पीते देखकर सुनील को लगा कि वह उसकी साजिश में 'फिट' बैठेगा।
सुनील ने शराब पिलाने के बहाने विनय से दोस्ती बढ़ानी शुरू की। 28 जून को सुनील सिंह विनय चौहान को हौली में शराब पिलाने ले गया, जिसके बाद उसे अपने घर ले आया। घर में सुनील ने विनय को कुछ पैसे भी दिए। इस दौरान पत्नी हेमा ने पैसे देने का कारण पूछा तो सुनील ने बताया कि "यह उसकी कहानी का वही किरदार है, जो 2 करोड़ रुपये दिलाएगा और कर्ज उतारेगा।" सुनील ने पत्नी को यह भी बताया कि यदि वे विनय के साथ कुछ भी करते हैं, तो कोई पूछने वाला नहीं होगा और वे उसे मृत दिखाकर बीमा क्लेम की राशि ले सकेंगे। पत्नी को अपनी पूरी योजना बताकर सुनील, विनय को लेकर राजापुर की तरफ चल दिया।
ब्लास्ट से जलाई कार और शव: फिल्मी अंदाज में फरार
अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए सुनील सिंह ने अल्टो कार में एक छोटा गैस सिलेंडर रखा, उसमें गैस भरवाई, हार्वेस्टर का एक छोटा टायर, दो बॉडी स्प्रे की बोतलें और कपूर के कुछ पैकेट भी गाड़ी में रख लिए। हौली पहुंचकर विनय को और शराब पिलाई और उसे गाड़ी में बिठाकर घटना स्थल की ओर निकल गया।
रीवा से निकलने के बाद बरगढ़ से आगे बारिश होने लगी, जिससे उसे कोई खाली जगह नहीं मिली। इसके बाद उसने इलाहाबाद की तरफ खाली जगह तलाशनी शुरू की, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी। अंततः वह लालता रोड होते हुए लखनऊ जाने की योजना बनाने लगा। रास्ते में उसने पहले से खरीदी हुई शराब विनय को और पिलाई। लालता रोड में अमान गांव के पास गाड़ी खड़ी कर दी। सुनील सीट से उतरकर पीछे से नशे में धुत विनय के शरीर पर कपूर फेंक कर सिलेंडर में आग लगा दी। सिलेंडर में हुए जोरदार ब्लास्ट से कार पूरी तरह जल गई। सुनील दूर से छिपकर कार को जलता हुआ देखता रहा और उसके बाद वहां से प्रयागराज भाग गया।
पत्नी ने किया 'पति' के शव का अंतिम संस्कार, DNA ने खोली पोल
वहीं, पति सुनील सिंह के बताए अनुसार, पत्नी हेमा सिंह अपने पति की 'मौत' के प्रचार-प्रसार में जुट गई। जैसे ही जली कार और उसमें मिले जले शव की बातें सामने आईं, हेमा सिंह ने तत्काल उसे अपने पति सुनील सिंह का शव होने का दावा करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसने पति के रूप में उस जले हुए शव के अंतिम संस्कार में भी पूरी तरह से शामिल होकर नाटक किया।
इस बीच, पुलिस ने जली हुई लाश की वास्तविक पहचान के लिए विनय सिंह चौहान के घरवालों की तलाश की। जब पुलिस नेहरू नगर में विनय चौहान के घर पहुंची, तो उसका भाई विकास चौहान घर पर मिला, जिसने 29 जून से विनय के गायब होने की बात कही। पुलिस ने डीएनए सैंपल की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही अपनी पड़ताल में इस पूरी साजिश का खुलासा कर दिया।
पुलिस ने अब इस दो करोड़ रुपये के बीमा क्लेम की खौफनाक साजिश रचने वाले पति-पत्नी सुनील सिंह और हेमा सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कर्ज के दलदल में फंसे लोग किस हद तक अपराध की राह पर उतर सकते हैं।