मऊगंज में खौफनाक 'लव ट्रायंगल' का अंत, 17 साल के मासूम की बेरहमी से हत्या - 'इलेक्ट्रिक रॉड' से जलाया शव, फिर खेत में फेंका!

 

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मऊगंज जिले की नईगढ़ी थाना पुलिस ने एक साल पहले हुए एक जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक मऊगंज दिलीप कुमार सोनी के निर्देशन में और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह परिहार तथा एसडीओपी श्रीमती सचि पाठक के मार्गदर्शन में यह सफलता मिली है। थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के कुशल नेतृत्व में हमराह स्टाफ ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई है।

क्या था मामला?

घटना करीब एक साल पुरानी है। मृतक सुमित शर्मा (उम्र 17 वर्ष), पिता सुभाष चंद्र शर्मा, निवासी देवरी सेंगरान, थाना नईगढ़ी, दिनांक 15 अगस्त 2024 की रात 9:00 बजे किसी से फोन पर बात करते हुए घर से निकला था। कुछ देर बाद परिजनों ने उसे फोन किया तो उसने उठाया नहीं। अगले दिन, दिनांक 16 अगस्त 2024 को सुबह करीब 7:00 बजे, घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर सुमित शर्मा का शव मिला। शव पर गंभीर चोट के निशान थे। पंचनामा की कार्यवाही के बाद, पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की, लेकिन कई महीनों तक कोई सुराग नहीं मिला।

जांच में मिली सफलता और खुलासे का आधार

कई महीनों तक चली पड़ताल के बाद, पुलिस ने गांव और आस-पड़ोस में सघन पूछताछ की। साक्ष्यों के आधार पर कुछ संदिग्धों की पहचान की गई और उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, संदिग्धों ने चौंकाने वाला खुलासा किया।

हत्या का खौफनाक मकसद और तरीका

आरोपियों ने बताया कि मृतक सुमित शर्मा का पड़ोस में ही किसी से प्रेम प्रसंग था। मृतक के परिजन कई बार उसे इस बात के लिए मना कर चुके थे, लेकिन वह नहीं मान रहा था। इसी बात को लेकर आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुमित को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के तहत, आरोपियों ने सुमित को फोन करके अपने घर बुलाया। जब सुमित शर्मा वहां आया, तो कमरे में पहले से ही मौजूद आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और चाकू से कई वार कर उसकी हत्या कर दी।

हत्या के बाद, सबूत मिटाने और शव को पहचानने से रोकने के लिए आरोपियों ने एक पानी गर्म करने वाली रॉड से मृतक के पैर और हाथ को जला दिया था।

शव ठिकाने लगाने की कोशिश और गिरफ्तारी

हत्या के बाद, आरोपी मृतक सुमित के शव को ठिकाने लगाने के लिए बहुती कूड़ा ले जा रहे थे। तभी रास्ते में गांव के कुछ लोगों ने आरोपियों को देख लिया। ग्रामीणों द्वारा देखे जाने के बाद, आरोपी घबरा गए और मृतक के शव को वहीं खेत में फेंक कर भाग गए।

संदेहियों ने घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया है।

गिरफ्तार आरोपी:

  1. दुर्गेश तिवारी पिता भास्कर दत्त तिवारी (उम्र 27 वर्ष), निवासी देवरी सेंगरान, थाना नईगढ़ी, जिला मऊगंज।

  2. अर्पित त्रिपाठी पिता चंद्रप्रताप त्रिपाठी (उम्र 20 वर्ष), निवासी देवरी सेंगरान, थाना नईगढ़ी, जिला मऊगंज।

  3. अमित त्रिपाठी पिता चंद्रप्रताप त्रिपाठी (उम्र 18 वर्ष), निवासी देवरी सेंगरान, थाना नईगढ़ी, जिला मऊगंज।

इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मी:

  • उनि जगदीश सिंह ठाकुर (थाना प्रभारी)

  • सहा उप निरीक्षक नारेंद्र मिश्रा

  • प्र.आर. 14 राकेश सिंह

  • आर. 99 दिवाकर सिंह

  • आर. 82 अविनाश सिंह

  • आर. 63 प्रकाश कुशवाहा

  • आर. धर्मराज

  • आर. धर्मराज (एसडीओपी कार्यालय)

पुलिस की इस कार्रवाई से एक साल से अनसुलझे पड़े हत्याकांड का खुलासा हुआ है, जिससे मृतक के परिजनों को न्याय की उम्मीद मिली है।