रीवा में 'जमीन का जंजाल': भूमाफियाओं ने बिछाया ऐसा जाल कि अब आप भी हो सकते हैं शिकार!
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर में भूमाफियाओं द्वारा फैलाए गए अवैध कॉलोनियों के जाल ने शहर के विकास को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। नगर निगम द्वारा 121 अवैध कॉलोनियों को वैध करने की मुहिम शुरू करने के साथ ही, इन अवैध कॉलोनियों का निर्माण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।
नगर निगम की कार्रवाई:
नगर निगम आयुक्त ने सिटी कोतवाली में 14 लोगों के खिलाफ अवैध कॉलोनियों का निर्माण जारी रखने के लिए मामले दर्ज कराए हैं। आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
भूमाफियाओं का खेल:
लंबे समय से सक्रिय भूमाफिया, मालिकों से कम दाम पर जमीन खरीदकर उसे ऊँचे दामों पर बेचकर गायब हो जाते हैं। इस अवैध धंधे के कारण, मूल भू-मालिक और खरीदार दोनों ही मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
खरीदारों की चिंता:
121 अवैध कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया में यह खुलासा हुआ है कि भूमाफियाओं के अवैध कार्यों से अनजान मूल भू-मालिकों को अब परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं। कई खरीदारों ने इन भूखंडों में अपनी जीवन भर की कमाई लगाई थी, और अब वे अपने सपनों के घरों को लेकर चिंतित हैं।
वर्तमान स्थिति:
रीवा के निपनिया के वार्ड नंबर 2 में एक कॉलोनी वर्तमान में स्थापित की जा रही है, और नगर निगम आयुक्त ने इसके खिलाफ कार्रवाई की योजना की घोषणा की है। उन कॉलोनाइजरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं जो वैध होने का दावा करते हैं लेकिन उनके पास उचित दस्तावेज नहीं हैं।
अवैधता के कारण:
पिछले चार से पांच वर्षों में विकसित कई कॉलोनियों में अनिवार्य कॉलोनाइजर पंजीकरण और नगर निगम से आवश्यक परमिट की कमी थी। इसमें हरित क्षेत्रों में विकास और नगर तथा ग्राम निवेश (TNCP) से मंजूरी न मिलना भी शामिल है।
जांच जारी:
नगर निगम आयुक्त ने ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, और यह वादा किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अन्य लोगों के खिलाफ और भी FIR दर्ज होने की उम्मीद है जिनके दस्तावेजों की प्रक्रिया अभी चल रही है।
जनता से अपील:
वीडियो में भूमि में निवेश करते समय जनता को जागरूक रहने के महत्व पर जोर दिया गया है ताकि अवैध योजनाओं का शिकार होने से बचा जा सके।