रीवा में NDPS एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई: ₹44K मूल्य की 220 CC नशीली सिरप के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, मास्टरमाइंड अर्पित गुप्ता का बड़ा खुलासा
ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) क्या रीवा में नशे के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है? जी हाँ! रीवा पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार पर अपनी सख्त और तेज कार्रवाई जारी रखते हुए दो कुख्यात तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह सफलता समान थाना पुलिस को तब मिली जब उन्होंने मुखबिर की सूचना पर स्कूटी पर डिलीवरी देने जा रहे इन आरोपियों को घेराबंदी कर धर दबोचा। यह गिरफ्तारी न केवल शहर में चल रहे अवैध नशे के कारोबार की रीढ़ तोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि नशा मुक्त समाज की ओर पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
नशीली सिरप की बड़ी खेप पकड़ी गई
पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से ₹44,000 मूल्य की 220 सीसी नशीली ओक्स कप सिरप (Ox Cup Syrup) बरामद की है। यह बरामदगी स्पष्ट रूप से बताती है कि नशा तस्कर युवाओं को निशाना बनाकर किस बड़े पैमाने पर इस अवैध व्यापार को संचालित कर रहे थे। ओक्स कप सिरप जैसी नशीली दवाओं की तस्करी एक गंभीर समस्या है, जो तत्काल पुलिस कार्रवाई की मांग करती है।
नशीली ओक्स कप सिरप कैसे पकड़ी गई? समान थाना पुलिस को एक विश्वसनीय मुखबिर से सटीक सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने रणनीतिक घेराबंदी कर स्कूटी पर नशे की खेप ले जा रहे दोनों तस्करों को रंगे हाथ पकड़ा। यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया का परिणाम है।
फरार मास्टरमाइंड अर्पित गुप्ता की गिरफ्तारी
इस कार्रवाई की सबसे खास बात यह है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक अर्पित गुप्ता है, जिसे इस पूरे अवैध कारोबार का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
ड्रग्स मास्टरमाइंड अर्पित गुप्ता कौन है? अर्पित गुप्ता एक ऐसा अपराधी है, जो पहले भी पुलिस की गिरफ्त से बच निकला था। एक दिन पूर्व ही वह रायपुर के करुयान थाना क्षेत्र में नशे के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान फरार हो गया था। पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार करके अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है।
अर्पित गुप्ता का नशे का जाल सिर्फ रीवा तक सीमित नहीं था; वह रीवा के साथ-साथ सीधी और सतना जिलों में भी अवैध नशे का कारोबार फैला रहा था, जो इस समस्या की जटिलता और व्यापकता को दर्शाता है। उसकी गिरफ्तारी से इस अंतर-जिला ड्रग्स नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई
एनडीपीएस एक्ट के तहत क्या सजा मिलती है? पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट सहित संबंधित कड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर यह त्वरित कार्रवाई की गई। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज होना दर्शाता है कि यह एक गंभीर कानूनी कदम है, जिसमें दोष सिद्ध होने पर कठोर कारावास का प्रावधान है, जिससे अपराधियों को कड़ी सजा मिल सकेगी।
रीवा पुलिस का व्यापक नशा-विरोधी अभियान
यह गिरफ्तारी रीवा पुलिस के लगातार और तेज अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाना है।
अवैध शराब और कोरेक्स के खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है? पुलिस न केवल नारकोटिक्स, बल्कि अवैध शराब, कोरेक्स सिरप और अन्य मादक पदार्थों के खिलाफ भी विशेष अभियान चला रही है। यह विस्तृत कार्रवाई पुलिस की व्यापक रणनीति को दर्शाती है, जिसका फोकस सभी प्रकार के अवैध मादक पदार्थों पर नियंत्रण स्थापित करना है।
क्या पुलिस अपराधियों का पुराना रिकॉर्ड जांच रही है? जी हाँ। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों के पूर्व अपराध रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है। इससे न केवल उनके आपराधिक इतिहास का पता चलेगा, बल्कि भविष्य में उनके गतिविधियों की पूरी जानकारी भी मिलेगी, जिससे बेहतर और प्रभावी कार्रवाई की जा सकेगी।
अपराध नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
रीवा पुलिस की यह सफलता जिले में नशे के नियंत्रण और एक स्वस्थ समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस की सतत निगरानी और त्वरित कार्रवाई से नशे के अवैध कारोबार पर प्रभावी दबाव बन रहा है।
यह घटना यह संदेश भी देती है कि अपराधी कितनी भी चालाकी से फरार क्यों न हो जाएं, पुलिस की पकड़ मजबूत है। इस प्रकार की कठोर कार्रवाई से न केवल तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा सकता है, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण रूप से युवाओं को नशे के खतरों से बचाने में भी मदद मिलती है।
इस सफलता से उम्मीद है कि अन्य जिले भी नशे के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे, जिससे पूरे क्षेत्र में नशे का कारोबार कम होगा और अपराध नियंत्रण बेहतर होगा।