मास्टर प्लान लागू: रीवा की सबसे व्यस्त सड़क पर एक्शन, 200 से ज्यादा दुकानें-मकान हटेंगे,अवैध निर्माणों पर चलेगी प्रशासन की गाज
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर, जो अपनी ऐतिहासिक और शैक्षणिक पहचान के लिए जाना जाता है, आज अव्यवस्था और ट्रैफिक जाम जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। शहर की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक, अमहिया रोड, इस अव्यवस्था का सबसे बड़ा उदाहरण है। दशकों से, इस सड़क पर अतिक्रमण इतना बढ़ गया था कि यह 7-8 मीटर से भी कम चौड़ी रह गई थी। सड़क के दोनों ओर पक्के मकान, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन गए थे, जिससे न केवल पैदल चलने वालों के लिए जगह कम हो गई थी, बल्कि वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो गया था। इस गंभीर समस्या के बावजूद, प्रशासन ने लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे लोगों में यह सवाल उठने लगा था कि क्या रीवा के मास्टर प्लान को लागू नहीं किया जाएगा? आखिरकार, अब प्रशासन और नगर निगम ने एक बड़ा कदम उठाया है और अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिससे शहर की सबसे बड़ी और पुरानी समस्याओं में से एक का समाधान होने की उम्मीद जगी है। यह कार्रवाई, हालांकि कुछ लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है, लेकिन बड़े पैमाने पर यह शहर के विकास और व्यवस्थित यातायात के लिए बेहद जरूरी है।
अमहिया रोड का नया मास्टर प्लान: क्या है तैयारी?
रीवा शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने अब मास्टर प्लान को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है। अमहिया रोड को इसी मास्टर प्लान के तहत चौड़ा किया जा रहा है। अमहिया रोड को चौड़ा कैसे किया जा रहा है? इसके लिए, प्रशासन ने सड़क को तीन अलग-अलग हिस्सों में विभाजित किया है, और हर हिस्से की चौड़ाई अलग-अलग रखी गई है, ताकि मौजूदा ढांचे को यथासंभव कम नुकसान हो और योजना प्रभावी रूप से लागू हो सके।
- पहला हिस्सा (सिरमौर चौराहा से अमहिया नाला तक): इस हिस्से में सड़क की चौड़ाई को 18 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। यह हिस्सा सबसे ज्यादा व्यस्त है और यहां पर चौड़ीकरण की सबसे ज्यादा जरूरत है।
- दूसरा हिस्सा (अमहिया नाला से गल्ला मंडी गुरुद्वारा तक): यहां सड़क की चौड़ाई को 15 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। यह हिस्सा भी महत्वपूर्ण है और यहां भी अतिक्रमण से काफी समस्या थी।
- तीसरा हिस्सा (गल्ला मंडी से अस्पताल चौराहा तक): इस हिस्से को भी 18 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा, जो सीधे तौर पर शहर के सबसे बड़े अस्पतालों से जुड़ता है।
यह योजना न केवल ट्रैफिक जाम को खत्म करने में मदद करेगी, बल्कि भविष्य में बढ़ते यातायात के दबाव को भी संभालने में सक्षम होगी।
अतिक्रमण: एम्बुलेंस के लिए भी मुसीबत
रीवा के अमहिया रोड पर ट्रैफिक जाम की समस्या सिर्फ वाहनों की धीमी गति तक सीमित नहीं थी। यह सीधे तौर पर लोगों के जीवन और मृत्यु का सवाल बन गई थी। अमहिया रोड के अतिक्रमण से क्या नुकसान है? नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ संजय सोनवडे ने बताया कि इस सड़क पर शहर के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संस्थान, जैसे कि संजय गांधी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल मौजूद हैं। इन अस्पतालों तक पहुंचने के लिए अमहिया रोड ही मुख्य रास्ता है। अतिक्रमण के कारण सड़क इतनी संकरी हो गई थी कि आपात स्थिति में एम्बुलेंस तक जाम में फंस जाती थी। मरीजों को समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाना लगभग असंभव हो गया था, जिससे कई बार उनकी जान को खतरा हो जाता था। इस समस्या को देखते हुए, सड़क का चौड़ीकरण केवल एक विकास कार्य नहीं है, बल्कि एक जीवन रक्षक कदम भी है।
सड़क चौड़ीकरण: एक बड़ा फैसला
अमहिया रोड पर अतिक्रमण हटाकर सड़क को चौड़ा करने का फैसला रीवा प्रशासन का एक बड़ा और साहसिक कदम है। अमहिया रोड पर अतिक्रमण क्यों है? क्योंकि यह कई दशकों से अनियंत्रित रूप से बढ़ता रहा था, जिस पर पहले के प्रशासन ने शायद ही कभी गंभीरता से ध्यान दिया हो। अब, प्रशासन ने इस पुरानी समस्या को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया है। इस फैसले के पीछे की मंशा स्पष्ट है - शहर के विकास और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना। सड़क चौड़ी होने से न केवल ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी, बल्कि शहर की सुंदरता में भी सुधार होगा और यातायात सुगम होगा।
अतिक्रमण की पहचान और नोटिस
प्रशासन और नगर निगम की टीमों ने मिलकर अमहिया रोड पर एक विस्तृत सर्वे किया है। नगर निगम ने क्या सर्वे किया है? इस सर्वे में सिरमौर चौराहा से अस्पताल चौराहा तक उन सभी पक्के मकानों और दुकानों को चिन्हित किया गया है, जो मास्टर प्लान के अनुरूप नहीं हैं और सड़क पर अतिक्रमण कर रहे हैं। इस सर्वे के बाद, 100 से 200 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है। यह एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसके बाद प्रशासन क्या दुकानें और मकान तोड़े जाएंगे? इस सवाल का जवाब देगा। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जल्द ही अतिक्रमण हटाने और तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करेगी कि रीवा का मास्टर प्लान प्रभावी रूप से लागू हो और शहर एक बेहतर और सुव्यवस्थित भविष्य की ओर बढ़ सके।