MLA Report Card : जानिए BJP विधायक राजेंद्र शुक्ला का रिपोर्ट कार्ड : रीवा शहर से लेकर समूचे जिले का विकास, पढ़िए यह खास रिपोर्ट

 

REWA MLA REPORT CARD : ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। 2003 में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पुष्पराज सिंह को हराकर राजेंद्र शुक्ल ने रीवा को भाजपा के अभेद्य किले के रूप में बदल दिया। इसके बाद से हर चुनाव में रीवा में भाजपा को अजेय बढ़त रही। राजेंद्र शुक्ल का हाथ पकड़कर राजनीति में पहचान बनाने वाले अभय मिश्रा ने ऐनवक्त पर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। राजनीति के मैदान में उन्हें बाहुबली और महत्वाकांक्षी दोनों माना जाता है। कभी गुरु-शिष्य की जोड़ी कहे जाने वाले अब आमने-सामने हैं।

शुक्ल अपने अनुभव और सौम्यता के चलते मतदाताओं को प्रभावित करते हैं तो अभय रीवा को कुछ खास बिल्डरों के चंगुल से आजाद कराने का वादा करते हैं। विकास के दावों पर तो बेबाकी से राय रखते हैं लेकिन अभय मिश्रा की भाजपा में वापसी या समझौता संबंधी सवाल पूछते ही मुस्कुराते हुए निकल जाते हैं। अभय मिश्रा बेबाकी से कहते भी हैं कि पार्टी और पद मेरे लिए महत्व नहीं रखते। मुझे जनता की सेवा करना है।

रीवा शहर में प्रवेश करते ही ...

एक के बाद एक तीन फ्लायओवरों (flyover) पर रात में स्ट्रीट लाइट की रोशनी संभागीय मुख्यालय की सुंदरता को निखारती है। हाईवे के दोनों तरफ बड़े-बड़े व्यावसायिक काम्पलेक्स, उनमें संचालित नामी कंपनियों के आउटलेट्स और होटल शहरी विकास का आभास कराते हैं, परंतु रीवा विधानसभा क्षेत्र (rewa vidhan sabha) में बड़ी संख्या में लोग रोजगार के लिए पलायन करने को मजबूर हैं।

शहरी ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्र में भी नशीली दवाओं का उपयोग इतना बढ़ गया है कि लोगों ने इसे कारोबार बना लिया है। रीवा के विधायक राजेंद्र शुक्ल भाजपा (bjp mla rajendra shukla) की पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री (cabinet minister) थे।

बढ़ते है ग्राउंड रिपोर्ट के साथ

बता दें की रीवा न्यूज़ मीडिया ने जब क्षेत्र के मतदाताओं की राय जानी तो मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई। रीवा शहर के नीरज तिवारी कहते हैं कि जन्म से लेकर अंतिम समय तक का खर्च सरकार उठा रही है। गरीब-गुरबों ने कभी खुद के पक्के मकान का सपना नहीं देखा था, आज गर्मी के मौसम में वे स्वयं की छत (पीएम आवास) पर सो रहे हैं। स्थानीय नेता कौन है, इससे ज्यादा मतलब नहीं, वोटर तो मोदी-शिवराज को जानता है।

शहर भ्रमण के दौरान चाय की चुस्की लेते रीवा न्यूज़ मीडिया की निष्ठा सिंह टीम के साथ आगे बढ़ती है ....

क्या कहती है रीवा की जनता?
चिराहुला मंदिर के पास रीवा न्यूज़ मीडिया की टीम ने जब विकास को लेकर जनता से सवाल किया तो जनता का यह कहना है कि हमें हमारे मन के पक्के मकान, गैस जलाने को सिलेंडर, जगह-जगह स्ट्रीट लाइट, 24 घंटे बिजली सहित कई अन्य सुविधाएं भी मिली है. फर्क नहीं पड़ता सरकार किसकी है लेकिन जो सरकार दे रही है हम उसके साथ हैं जाहिर है कि आने वाले समय में बीजेपी सरकार ही भारी मतों से विजय होगी, वही हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाडली बहना योजना के द्वारा प्रदेश की महिलाओं को हर माह ₹1000 देने का वादा किया गया है जिसकी राशि 1 जून को खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। - निधि साकेत निवासी चिराहूला मंदिर

फ्लाई ओवर क्रॉस करते पहुंचे लोही गांव

लोही गांव में पहुंचते ही सुप्रीम कोर्ट मंदिर के दर्शन किए फिर दुकानदार सागर द्विवेदी से रीवा के विकास को लेकर जब बात की गई तो उनका कहना था कि बीजेपी सरकार में रीवा शहर क्राइम मुक्त हुआ है। गुनाहगारों को सजा देकर उनके घर में जेसीबी चलाई जा रही है, साथ ही साथ रीवा शहर में प्रवेश करते हैं हमारा शहर रोशनी से जगमग है। आज हर जगह जाने के लिए फ्लाईओवर है बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल है तमाम चीजें रीवा शहर में उपलब्ध है। - सागर द्विवेदी लोही गांव निवासी

10 कदम आगे बढ़ते हमें एक बुजुर्ग दिखे जब हमने रीवा विकास को लेकर बुजुर्ग से चर्चा की तो उनका कहना था कि एक जमाना था कि जब हम साइकिल से आया करते थे तब सरकारी ड्यूटी के दौरान अपने घर की ओर जाते थे। अब वह जमाना है कि साइकिल से चलते ही ऐसा लगता है कि फोर व्हीलर में चल रहे हैं। गांव से लेकर शहर तक कांक्रीट की चमकदार रोड बनी हुई है। यह सब अपार सफलता रीवा विकास पुरुष राजेंद्र शुक्ल के कारण संभव हो सका है। लगता ही नहीं था कि हमारा शहर विकास की ओर आगे बढ़ता चला जाएगा खैर मेरे हिसाब से जो सरकार जनता का काम करें शहर को विकास की ओर अग्रसर करें उसकी ही सरकार बननी चाहिए। - राम मनोहर द्विवेदी लोही गांव निवासी

नशाखोरी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर फूटा गुस्सा
पीटीएस तिराहा पर जब चाय की चुस्की ले रहे कुछ लोगों से चर्चा की गई तो नशाखोरी, सरकारी कामकाज में भ्रष्टाचार व बेरोजगारी पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। श्रीनिवास तिवारी, अवध बिहारी द्विवेदी, मयंकधर द्विवेदी, दिनेंद्र कुमार दुबे, प्रभात गौतम और अखिलेश शर्मा ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है, जिसके कारण अपराध बढ़ रहे हैं। नशे के रूप में कफ सीरप, इंजेक्शन व नशे की गोलियां गांव-गांव पहुंचाई जा रही हैं। अब तो बच्चे भी कफ सीरप पीने लगे हैं। अखिलेश सिंह ने कहा कि विकास जैसा पहले था, वैसा ही अब है। कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। युवा अब भी बेरोजगारी का दंश झेल रहा है, तब भी झेलता था। अखिलेश शर्मा, प्रभात गौतम कहते हैं कि जिले के पर्यटन स्थलों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं की हालत पस्त है। मरीज इलाज के लिए दूसरे शहरों में पलायन करने को मजबूर हैं। मेडिकल कालेज अस्पताल, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल कहने भर को हैं।

पृथक विंध्य प्रदेश की मांग
पृथक विंध्य प्रदेश की मांग पर लोगों ने कहा कि रीवा मध्य प्रदेश का अभिन्न अंग है। बात पृथक राज्य की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार, विकास व रोजगार की है, वहीं अधिवक्ता बसंत यादव पृथक विंध्य प्रदेश की मांग से सहमत दिखे।

विधानसभा में प्रदर्शन

विधायक राजेंद्र शुक्ल का दावा है कि विधानसभा कार्यवाही में उनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति रही। वे विधानसभा में 95 से ज्यादा सवाल उठा चुके हैं। विधायक निधि का सर्वाधिक उपयोग क्षेत्र की सड़कों के निर्माण व प्रकाश व्यवस्था पर खर्च किया। पात्र लोगों को स्वेच्छानुदान की राशि वितरित की गई।

तीर्थदर्शन योजना की तारीफ आवास योजना से नाराजगी
रीवा जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर लोही गांव में किराना दुकान के सामने बैठे लोगों ने लाड़ली लक्ष्मी व लाड़ली बहना योजना के साथ तीर्थदर्शन योजना की तारीफ की, परंतु आवास योजनाओं के सर्वे में हुई गड़बड़ी पर नाराजगी जताई। रामप्रकाश वैश्य कहते हैं कि नौकरशाह मनमानी करते हैं। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी सिफारिश लगानी पड़ती है। सुरेश प्रसाद ने कहा कि सरकार की योजनाएं अच्छी हैं। उनके कुटुंब में हर व्यक्ति को पीएम आवास का लाभ मिला परंतु महंगाई परेशान कर रही है।

अब घर-घर दिखने लगे नेता
कलक्ट्रेट के पास चर्चा में आरबी यादव, राकेश यादव और अशोक यादव ने कहा कि चोराहटा से रतेहरा फोरलेन को पांच साल में बनाने का दावा किया गया था। 15 साल बाद भी वह नहीं बन पाया। चिरौला मंदिर क्षेत्र के रामचरण शुक्ला कहते हैं कि दीया तले अंधेरा है। चुनाव आते ही नेता अब घर-घर दिखने लगे हैं।

कांक्रीट के जंगल से विकास नहीं रीवा को कांक्रीट का जंगल बनाया जा रहा है। इससे विकास नहीं होता। महंगाई, बेरोजगारी से राहत व स्वास्थ्य सुविधाएं देने में विधायक नाकाम साबित हुए हैं। यहां सरकारी जमीन की लूट हुई है। खुद का विकास किया है। दिखाने के लिए ढिंढोरा पीटा जा रहा है। रीवा फर्स्ट, रीवा लास्ट कोई मुझे बाहुबली कहे या महत्वाकांक्षी, मैं जनता के हित के लिए लड़ता हूं। अगले पांच साल में रीवा को एक बिल्डर (एक खास नाम) से मुक्त कर दूंगा। यह नहीं होगा कि जिला हमारा और पैसा दूसरा कोई कमाए। मैं सुनिश्चित करूंगा कि रीवा में उद्योग लगें तो नौकरी में शहर के लोग ही फर्स्ट और लास्ट रहें।  - अभय मिश्रा कांग्रेस प्रत्याशी, 2018 विस चुनाव

जिस तेजी से रीवा शहर से लेकर समूचे जिले का विकास हुआ है वह अभूतपूर्व है। यहां पर्यटन, मेडिकल व औद्योगिक क्षेत्र में निवेश, सड़कों का जाल, फ्लायओवर, रीवा-सीधी टनल, रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजना समेत अन्य क्षेत्रों में बेहतर कार्य हुआ है। एयरपोर्ट निर्माण से कनेक्टिविटी बढ़ेगी। नहरों का जाल बिछाया गया है। - राजेंद्र शुक्ल, विधायक, रीवा