रीवा की पहचान पर उठे सवाल: 'छपरी' कंटेंट क्रिएटर्स, गुटखा वाले 'मॉडल', और फर्जी मॉडलिंग शो पर जनता का आक्रोश!
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) बीते कुछ समय से रीवा शहर अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक छवि को लेकर एक बड़े विवाद में घिरा हुआ है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और अश्लील कंटेंट बनाने वाले 'कंटेंट क्रिएटर्स', गुटखा सेवन को बढ़ावा देने वाले 'सुपर मॉडल्स', और फर्जी मॉडलिंग शो के आयोजक, ये सभी अब जनता के निशाने पर हैं। इन घटनाओं से रीवा की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच रही है, और शहर के नागरिक इन पर लगाम लगाने की पुरजोर मांग कर रहे हैं।
'कलयुग कृष्णा' (टी झंडू) पर महिलाओं के अपमान और ऑनलाइन भीख मांगने का आरोप
रीवा का एक कथित "कंटेंट क्रिएटर" "कलयुग कृष्णा", जिसे "टी झंडू" के नाम से भी जाना जाता है, अपनी आपत्तिजनक हरकतों के कारण सुर्खियों में है। उस पर आरोप है कि वह अपने वीडियो में महिलाओं को बेहद अश्लील और अपमानजनक तरीके से दिखाता है, मानो वे उसकी "रखैल" हों। ऐसी भाषा और चित्रण को समाज में व्यापक रूप से निंदनीय माना जा रहा है।
इसके अलावा, "टी झंडू" पर ऑनलाइन "भीख मांगने" का आरोप भी लगा है। वह अपने फॉलोअर्स से "रातरी खत्म हो गई" जैसे बहाने बनाकर पैसे की मांग करता है। उसके कंटेंट में खुलेआम शराब और 'रास्तरी' (राशन या अन्य मदद) का प्रचार भी देखा गया है, जो एक जिम्मेदार कंटेंट क्रिएटर के रूप में उसकी भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है। रीवा के निवासी ऐसे क्रिएटर्स को "सुंदर शहर में एक गंधाता हुआ फूल" बता रहे हैं, जो शहर की संस्कृति और सम्मान को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
'सुपर मॉडल' गौरव बाजपेयी पर गुटखा सेवन और अश्लीलता से रीवा को बदनाम करने का आरोप
रीवा का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले "सुपर मॉडल" और "मिस्टर इंडिया" गौरव बाजपेयी भी विवादों के घेरे में हैं। उन पर आरोप है कि वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गुटखा सेवन और आपत्तिजनक हावभाव वाले वीडियो और तस्वीरें पोस्ट करते हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि गुटखा खाने के बाद उनके 'पोज़' बेहद अश्लील और अशोभनीय होते हैं, जिससे युवा पीढ़ी पर गलत असर पड़ रहा है।
एक शिकायतकर्ता ने सीधे तौर पर कहा, "तू नाम रीवा का लिखता है कि मिस्टर इंडिया मिस्टर सुपर मॉडल रीवा। तू एक शहर को रिप्रेजेंट करता है और जिम्मेदारी होती है वो तुझे समझनी पड़ेगी।" उनकी तुलना पेशेवर मॉडल गोकुल गणेश से की जा रही है, जिनकी फीड को गरिमापूर्ण माना जाता है। जनता की मांग है कि गौरव बाजपेयी इस तरह की "गंदगी" फैलाना बंद करें और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह व्यवहार करें।
रीवा के मॉडलिंग शो पर 'फर्जीवाड़ा' और ठगी के गंभीर आरोप
रीवा में आयोजित होने वाले मॉडलिंग शो की सच्चाई भी अब सवालों के घेरे में है। एक शिकायतकर्ता ने इन शो के आयोजकों पर पैसे लेकर नकली वादे करने और गुणवत्ताहीन प्रमाणपत्र बांटने का आरोप लगाया है। दावा किया गया है कि आयोजक स्टेज पर भव्यता का दिखावा करते हैं, जिससे प्रतिभागियों को लगता है कि उन्हें बड़े ब्रांड्स और डायरेक्टर्स का समर्थन मिलेगा।
लेकिन हकीकत यह है कि प्रतिभागियों से 1500 रुपये लिए जाते हैं, और बदले में उन्हें सिर्फ "सामने वाले इवेंट वालों की तालियां" मिलती हैं। इसके अलावा, 30 रुपये की एक 'रिपोर्ट' और 10 रुपये के प्रिंटिंग वाले 'सर्टिफिकेट' दिए जाते हैं, जिन पर 'टाइम्स विनर मॉडलिंग' जैसे बड़े-बड़े दावे लिखे होते हैं। शिकायतकर्ता ने इन सबको "व्यर्थ" बताया है। यह भी आरोप है कि जो प्रतिभागी पैसे नहीं दे पाते, उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाता है। यह खुलासा मॉडलिंग इंडस्ट्री में पारदर्शिता की कमी और महत्वाकांक्षी मॉडल्स के शोषण की ओर इशारा करता है।
रीवा में भारतीय सेना के अपमान का मामला: मनीष पटेल ने वीडियो बनाकर मांगी माफी!
रीवा में सोशल मीडिया पर भारतीय सेना का कथित तौर पर अपमान करने वाले एक वीडियो का मामला सामने आया है। इस वीडियो को मनीष पटेल नाम के एक शख्स ने बनाया था, जिसके बाद उसे जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यह घटनाक्रम अभी दो दिन पहले का ही है, और इसने रीवा में सेना के सम्मान और सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
जानकारी के अनुसार, मनीष पटेल ने अपने वीडियो में कुछ ऐसा दिखाया या कहा था, जिसे भारतीय सेना के प्रति अनादर के रूप में देखा गया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। खासकर, उन लोगों में ज्यादा गुस्सा देखा गया जिनके परिवार के सदस्य सेना में हैं या रहे हैं। जनता के बढ़ते आक्रोश और विरोध के बाद, मनीष पटेल ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए एक माफीनामा जारी किया है। हालांकि, इस घटना ने यह सवाल फिर से खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया पर कंटेंट बनाते समय क्रिएटर्स को कितनी जिम्मेदारी दिखानी चाहिए, खासकर जब बात देश की सेना जैसे संवेदनशील विषयों की हो।
रीवा के लोग अब इन सभी मामलों पर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि शहर की गरिमा और पहचान को बचाया जा सके।