REWA : बैंक मैनेजर को झांसा देकर वाहन एजेंसी मालिक के खाते से निकाल लिए 36 लाख, भेज दी लेटर हेड व कैंसिल चेक की फर्जी कॉपी

 

रीवा। शहर में जालसाजों ने बैंक मैनेजर को झांसा देकर वाहन एजेंसी मालिक (vehicle agency owner) के खाते से 36.50 लाख रुपए ट्रांसफर  (Rs 36.50 lakh transferred) करा लिए। पुलिस ने केस दर्ज किया है। मामला, अमहिया थाने (amahiya police station) के जान टावर स्थित आइडीबीआई बैंक (idbi bank john tower) का है। बैंक में उप्पल मोटर्स एजेंसी (uppal motor agency) का खाता है। बैंक मैनेजर दुर्गा सिंह परिहार (bank manager durga singh parihar) के मोबाइल पर दोपहर में किसी ने फोन पर अपनी पहचान जेके उप्पल बताई। उसने 20 लाख की एफडी कराने व दो लाख आरटीजीएस चेक (rtgs check) देने की बात कही। उन्होंने जब खाता चेक किया तो दो लाख का आरटीजीएस (2 lakh rtgs) हो चुका था।

लेटर हेड व कैंसिल चेक की भेज दी कॉपी

इसकी जानकारी सिर्फ बैंक या फिर आरटीजीएस देने वाले को होती है। ऐसे में बैंक मैनेजर ठगों के जाल में फंस गए। उसने दो और आरटीजीएस करने को बोला व दस्तावेज शोरूम से लेने की जानकारी दी। आरोपी ने मोबाइल पर एजेंसी का लेटर हेड व कैंसिल चेक की कॉपी भेज दी। इस पर दस्तखत हूबहू एजेंसी संचालक के थे। लेटर हेड में मेडिकल की जरूरत बताकर रकम दूसरे खाते में 36.50 लाख ट्रांसफर कराए। फर्जीवाड़ा तब खुला, जब आरोपी ने एक और आरटीजीएस करने को कहा।

मैनेजर ने एजेंसी संचालक राहुल उप्पल (Agency Director Rahul Uppal) से फोन पर जानकारी ली तो उन्होंने ऐसे आरटीजीएस से इनकार किया। इसके बाद तत्काल संबंधित खाते को होल्ड करने का मैसेज जारी किया। अब एचडीएफसी बैंक (HDFC bank) ने एफआइआर (fir copy) की कापी मांगी है।

कोटेशन के लेटर हेड से फर्जीवाड़ा

बैंक अफसरों की जांच में सामने आया कि 3 मार्च को उप्पल एजेंसी से किसी ने गाड़ियों का कोटेशन मांगा था। एजेंसी के लेटरहेड पर कोटेशन और दो लाख वाले आरटीजीएस चेक की कॉपी दी थी। इसी का धोखाधड़ी में इस्तेमाल किया।