REWA BIG NEWS : 7 सालों में 150 करोड़ का घोटाला : RTI से निकली जानकारी में खुलासे के बाद लोकायुक्त से शिकायत

 

हरदीशंकर पंचायत में बिना काम कराए कर लिया गया राशि का आहरण आरटीआई से निकली जानकारी में खुलासे के बाद लोकायुक्त से शिकायत

REWA NEWS : जनपद पंचायत रीवा के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरदीशंकर  में पिछले 7 सालों के दौरान डेढ़ सौ करोड़ घोटाला सामने आया है यह सनसनीखेज जानकारी आरटीआई के तहत निकाले गए पंचायत के दस्तावेजों से सामने आई है।

सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक ने मिलकर केवल योजनाएं बनाई और उन्हें क्रियान्वित किए बिना सिर्फ राशि का आहरण में 10 लाख की लागत से कराया जाना दिखाया किया। जिन जिन कार्यों के लिए राशि का आहरण किया गया है उनमें से अधिकांश कार्य ग्राम पंचायत हरदीशंकर में कराए ही नहीं गए हैं। आरटीआई कार्यकर्ता सुखेंद्र सिंह द्वारा घोटाला सामने आने के बाद इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस एवं ईओडब्ल्यू से भी की गई है।

लोकायुक्त पुलिस में की गई शिकायत के मुताबिक हरदीशंकर ग्राम पंचायत के तत्कालीन सरपंच हे रामकली सिंह तत्कालीन सचिव शिव प्रताप सिंह एवं ग्राम रोजगार सहायक अजय पांडेय द्वारा आपस में मिलकर वर्ष 2015 से 2022 तक के दर्मियान विकास कार्यों में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है. कई कार्यों को मौके पर कराया ही नहीं गया किंतु उस मद की राशि आहरित कर ली गई है ग्राम पंचायत द्वारा जो कार कराए भी गए उन्हें भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है चेकडैम का निर्माण गर्भाधान नाला कछियान टोला में 10 लाख की लागत से कराया जाना दिखाया गया है, जबकि इसकी वास्तविकता कुछ और है शिकायत में कहा गया है कि वर्ष 2021 में 10 लाख की लागत से नाला घाट का निर्माण कराना बताया गया है जबकि वास्तविकता यह है की किसी प्रकार का घाट का निर्माण नहीं किया गया.

इसी तरह अहरी टोला शाला भवन की बाउंड्री निर्माण, खेल तालाब योजना में नागेंद्र सिंह के खेत में निर्माण करना बताया गया है. इसी तरह शीतला तालाब का विस्तारीकरण किया जाना दर्शाया गया है. लेकिन मौके पर निरीक्षण करने पर कोई भी कार्य नहीं कराया गया. इसके अलावा खेल मैदान,वृक्षारोपन, सामुदायिक भवन मरम्मत, सीसी रोड निर्माण, कपिलधारा योजना के अंतर्गत कूप निर्माण आदि में व्यापक पैमाने पर हेराफेरी की गई है. अपने सगे संबंधियों के नाम से कपिल धारा योजना का लाभ लिया गया है केवल राशि निकाली गई है जबकि निर्माण किया ही नहीं गया.

इसी तरह प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कराए बगैर केवल राशि का आहरण किया गया है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तत्कालीन सरपंच सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक द्वारा  सरकारी राशि का आहरण करने के लिये मेहमान क्रेसिंग प्लांट जो  सरपंच रामकली के पति नंदकिशोर सिंह का है. उन्हीं के खाते में पंचायत के विकास की मदद की 80% हस्तानांतरित की गई है. इसी प्रकार रतन किराना जनरल स्टोर सिरमौर चौराहा रीवा, किरण बोरवेल, धीरेन्द्र  लाइट मशीनरी स्टोर, नारायण ट्रेडर, अजय सिंह गहरवार, मुरूम सप्लायर, अरुषा कंप्यूटर, फोटोकॉपी सेंटर, नितिन फोटोकॉपी फ्लैक्स स्टेशनरी के नाम से भारी भरकम भुगतान किया गया है.

इसमें से अधिकांश राशि अनियमितता की भेंट चढ़ गई है इसी तरह मनरेगा के कार्य में भी ज्योति सिंह पुत्री महेंद्र सिंह, सुनीता सिंह पति पुष्पेंद्र सिंह, विजय सिंह पिता रामकली सिंह, नीलम सिंह पत्नी भूपेंद्र सिंह सहित कई ऐसे लोगों को मनरेगा के तहत भुगतान किया गया है लेकिन उनके द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया.

शिकायतकर्ता सुखेंद्र सिंह का दावा है कि 2015 से 2022 तक हरदीशंकर पंचायत में किए गए कार्यों की विस्तृत जांच की जाए तो पूरे घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है.