रीवा से दिल्ली तक हिला सियासी गलियारा, सरकार की किरकिरी! अभद्रता पर माफी बनी 'कलंक'! रीवा में पूर्व विधायक का वीडियो वायरल, सत्ता के गलियारों में सन्नाटा

 
सीएसपी ऋतु उपाध्याय से अभद्रता पर खेद व्यक्त किया, कांग्रेस ने बताया 'दिखावा'

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) शुक्रवार को रीवा के चोरहटा थाने में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पुलिस प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। भाजपा के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी और उनके समर्थक, कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर थाने में घुस गए। इस दौरान वहां मौजूद महिला सीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) ऋतु उपाध्याय से उनकी तीखी बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि पूर्व विधायक ने सीएसपी को "असंवेदनशील औरत" कह दिया और उन्हें अपनी नजरों से हटने का आदेश दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद सार्वजनिक तौर पर इस मामले की कड़ी निंदा की गई।

पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी ने मांगी माफी / Former MLA KP Tripathi Apologizes
सार्वजनिक दबाव और अपनी ही पार्टी के भीतर से मिली फटकार के बाद, पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी ने रविवार को एक वीडियो जारी कर अपनी अभद्रता के लिए माफी मांगी। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा, "मैंने सीएसपी ऋतु उपाध्याय के लिए हल्के शब्दों का इस्तेमाल किया। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि सीएसपी उनकी छोटी बहन जैसी हैं और वे अपने व्यवहार से दुखी हैं। यह माफी एक ऐसे समय में आई जब पूरे प्रदेश में इस घटना को लेकर आक्रोश था और महिला पुलिस अधिकारी के अपमान को लेकर सवाल उठ रहे थे। त्रिपाठी ने अपने शब्दों पर खेद व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि उनके इस कदम से तनाव कम होगा।

कांग्रेस का आरोप: सिर्फ दिखावा / Congress Alleges: Just a Show-off
केपी त्रिपाठी की माफी पर कांग्रेस ने तुरंत अपनी प्रतिक्रिया दी और इसे "महज दिखावा" करार दिया। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह माफी राजनीतिक दबाव में "डैमेज कंट्रोल" की कोशिश है। कांग्रेस ने जोर देकर कहा कि एक महिला पुलिस अधिकारी का इस तरह से सार्वजनिक अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और केवल माफी मांग लेने से अपराध कम नहीं हो जाता। उन्होंने मांग की कि इस मामले में पूर्व विधायक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कांग्रेस ने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप भी लगाया, जहां एक तरफ वे महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं और दूसरी तरफ उनके नेता सार्वजनिक रूप से महिलाओं का अपमान करते हैं।

भाजपा नेतृत्व का दबाव / Pressure from BJP Leadership
सूत्रों के अनुसार, महिला अधिकारी से इस तरह की अभद्रता के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने केपी त्रिपाठी को कड़ी फटकार लगाई। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि आलाकमान इस घटना से बेहद नाराज था, क्योंकि इससे पार्टी की छवि खराब हो रही थी, खासकर तब जब भाजपा महिला सशक्तिकरण का दावा करती है। इस दबाव के चलते ही त्रिपाठी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह दर्शाता है कि पार्टी ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगी, खासकर जब मामला पुलिस और कानून-व्यवस्था से जुड़ा हो।

थाने में हंगामा: कांग्रेस विधायक पर FIR की मांग / Ruckus at Police Station: Demand for FIR Against Congress MLA
यह पूरा घटनाक्रम 25 जुलाई की रात का है, जब पूर्व विधायक त्रिपाठी अपने समर्थकों के साथ चोरहटा थाने में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर पहुंचे थे। उनका आरोप था कि अभय मिश्रा ने एक युवक अभिषेक तिवारी के साथ मारपीट की है। थाने में तैनात सीएसपी ऋतु उपाध्याय ने जब उन्हें नियमों का पालन करने को कहा, तो त्रिपाठी और उनके समर्थकों का पारा चढ़ गया। उन्होंने सीएसपी को "असंवेदनशील औरत" कहा और उन्हें तुरंत अपनी नजरों से दूर होने के लिए कहा। सीएसपी ने जब इसका विरोध किया और उन्हें "तमीज में रहने" की हिदायत दी, तो समर्थकों ने थाने में हंगामा कर दिया और अधिकारी की ओर बढ़ने लगे।

घटनाक्रम की तस्वीरें और विवरण / Pictures and Details of the Incident

  • घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पूरे घटनाक्रम को साफ देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहा है कि:
  • बहस के बीच पूर्व विधायक ने सीएसपी ऋतु उपाध्याय को अंदर जाने के लिए कहा।
  • त्रिपाठी ने सीएसपी को "असंवेदनशील औरत" कहा, जिस पर अफसर ने उन्हें तमीज में बात करने के लिए कहा।
  • यह सुनते ही पूर्व विधायक और उनके समर्थक भड़क गए और थाना प्रभारी आशीष मिश्रा से हाथापाई करने लगे।
  • हालात को संभालने के लिए थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने हाथ जोड़कर समर्थकों और त्रिपाठी से शांत रहने के लिए कहा, लेकिन हंगामा जारी रहा।
  • वीडियो में सीएसपी ऋतु उपाध्याय लगातार अपनी बात मजबूती से रखती नजर आईं, जबकि पूर्व विधायक उन पर "मूर्ख बना रही हो" जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल करते दिखे।
  • यह वीडियो पुलिस थाने के भीतर कानून के रखवालों के साथ खुलेआम हुई अभद्रता को दर्शाता है और एक गंभीर चिंता का विषय है।

मारपीट के आरोप और पुलिस की भूमिका / Allegations of Assault and Role of Police
इस पूरी घटना की शुरुआत अभिषेक तिवारी नाम के एक युवक द्वारा लगाए गए आरोप से हुई थी। अभिषेक ने कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा पर "थर्ड डिग्री टॉर्चर" का आरोप लगाया था। अभिषेक के अनुसार, वह अभय मिश्रा के फार्म हाउस पर पैसे मांगने गया था, जहां विधायक ने पहले उसे गालियां दीं और फिर खुद 30 लाठियां मारीं और अपने गुर्गों से भी पिटवाया। युवक ने यह भी आरोप लगाया कि जब वह चोरहटा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गया, तो पुलिस ने उसकी शिकायत लेने से मना कर दिया और विधायक को इसकी सूचना दे दी। यह आरोप पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े करता है और इस पूरे मामले को और जटिल बना देता है।

निष्कर्ष / Conclusion
केपी त्रिपाठी द्वारा सीएसपी ऋतु उपाध्याय से सार्वजनिक माफी मांगना इस बात का संकेत है कि राजनीतिक दबाव और सार्वजनिक आक्रोश के कारण उन्हें अपने व्यवहार पर पश्चाताप करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस ने इसे महज दिखावा करार दिया है, जिससे इस घटना पर राजनीतिक खींचतान जारी है। यह घटना पुलिस अधिकारियों, विशेषकर महिला अधिकारियों के प्रति सार्वजनिक व्यवहार और कानून व्यवस्था के सम्मान पर महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। यह देखना बाकी है कि क्या इस घटना के बाद कोई और कानूनी कार्रवाई होती है या यह मामला केवल माफी और राजनीतिक बयानों तक ही सीमित रहता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: रीवा में किस पूर्व विधायक ने माफी मांगी है?
A1: रीवा में भाजपा के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी ने सीएसपी ऋतु उपाध्याय से अभद्रता के मामले में माफी मांगी है।

Q2: उन्होंने किससे और किस बात के लिए माफी मांगी?
A2: उन्होंने रीवा की सीएसपी ऋतु उपाध्याय से थाने में उनके प्रति "हल्के शब्दों" और अभद्र व्यवहार के लिए माफी मांगी है।

Q3: यह घटना कब और कहां हुई थी?
A3: यह घटना शुक्रवार को रीवा के चोरहटा थाने में हुई थी।

Q4: कांग्रेस ने केपी त्रिपाठी की माफी पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
A4: कांग्रेस ने केपी त्रिपाठी की माफी को "महज दिखावा" और "राजनीतिक दबाव में डैमेज कंट्रोल" की कोशिश बताया है।

Q5: पूर्व विधायक थाने क्यों गए थे?
A5: पूर्व विधायक कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर अपने समर्थकों के साथ थाने गए थे।