उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल की दूरदर्शिता ने रीवा को दिल्ली से जोड़ा; रीवा-दिल्ली 72 सीटर हवाई सेवा का ऐतिहासिक शुभारंभ: विकास, व्यापार और पर्यटन के नए युग की शुरुआत
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) "रीवा से दिल्ली की सीधी उड़ान एक सपना था, जो आज साकार हुआ है।"— यह शब्द हैं मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल के, जिन्होंने इस ऐतिहासिक दिन पर विंध्यवासियों की भावनाओं को स्वर दिया। सोमवार को रीवा एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए 72 सीटर नियमित हवाई सेवा का शुभारंभ, विंध्य क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्रांति है। यह क्रांति किसी अचानक घटना का परिणाम नहीं, बल्कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के अथक प्रयासों, दृढ़ संकल्प और दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक है। वर्षों से विंध्य क्षेत्र को वायुमार्ग से जोड़ने का उनका प्रयास आज न केवल सफल हुआ है, बल्कि इस पूरे क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक विकास की आधारशिला भी रख दी है।
श्री शुक्ल ने इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता सूची में शीर्ष पर रखा। उनके निरंतर मॉनिटरिंग और केंद्र सरकार के साथ प्रभावी समन्वय के कारण ही यह परियोजना रिकॉर्ड समय में पूरी हो पाई। आज, जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल से वर्चुअल माध्यम से इस सेवा को हरी झंडी दिखाई, तब एयरपोर्ट पर उपस्थित उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और विंध्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के चेहरे पर गौरव और संतुष्टि का भाव साफ झलक रहा था। विंध्य वासियों के लिए यह केवल एक उड़ान नहीं, बल्कि प्रगति और सम्मान की उड़ान है, जिसे राजेंद्र शुक्ल की राजनीतिक इच्छाशक्ति ने संभव कर दिखाया है।
उद्घाटन समारोह और विंध्य के लिए शुभकामनाएं
रीवा-नई दिल्ली हवाई सेवा का शुभारंभ समारोह उत्साह और उमंग से भरा रहा। इस ऐतिहासिक दिन की शुरुआत एयरपोर्ट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से हुई, जिसने विंध्य की समृद्ध संस्कृति को दर्शाया।
विमान को विदाई देने से पहले, उसे वाटर सेल्यूट दिया गया, जो विमानन जगत में नई सेवा के प्रति सम्मान और शुभकामना का प्रतीक है। मंच पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, सांसद जनार्दन मिश्रा, सांसद गणेश सिंह, सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, विधायक नरेंद्र प्रजापति और रीति पाठक समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे, जिन्होंने यात्रियों को शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं पत्र भेजकर विंध्यवासियों को इस बड़ी उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। यह संदेश विंध्य के विकास के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का वक्तव्य:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि "विंध्य अब वायु मार्ग से पूरी तरह जुड़ गया है।" उन्होंने जोर दिया कि यह सेवा औद्योगिक विकास के साथ-साथ मैहर, चित्रकूट, खजुराहो जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी को नई दिशा देगी। उन्होंने जल्द ही हेलिकॉप्टर सेवा और एयर एम्बुलेंस सुविधा को और व्यापक करने की घोषणा भी की।
विमान सेवा का तकनीकी पक्ष और ऐतिहासिक नींव
रीवा एयरपोर्ट का शिलान्यास 15 फरवरी 2023 को किया गया था। यह तारीख विंध्य में आधुनिक कनेक्टिविटी की नींव डालने वाली साबित हुई। शिलान्यास के दिन से ही रीवा–जबलपुर, भोपाल, खजुराहो और सिंगरौली के लिए एयर टैक्सी और 17 सीटर विमान की सुविधा शुरू की गई थी, जिसने छोटे शहरों को जोड़ा। 72 सीटर ATR-72 विमान की नियमित उड़ान शुरू करने के लिए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के मार्गदर्शन में तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा किया गया।
- सफल ट्रायल: बीते 28 अक्टूबर को रीवा के पायलट राघव मिश्रा ने ATR-72 विमान का सफल ट्रायल कर यह सुनिश्चित किया कि एयरपोर्ट बड़े विमानों के संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है।
- समय की बचत: रीवा एयरपोर्ट से दिल्ली की यह उड़ान यात्रियों को मात्र दो घंटे में राष्ट्रीय राजधानी पहुंचाएगी, जिससे लगभग 15-20 घंटे की लंबी रेल या सड़क यात्रा से मुक्ति मिलेगी। रीवा से दिल्ली जाने में कितना समय लगेगा, इस सवाल का जवाब अब सिर्फ दो घंटे है।
विंध्य की अर्थव्यवस्था को नई गति: व्यापार और उद्योग का विस्तार
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इस सेवा के आर्थिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि "रीवा से दिल्ली और जल्द ही इंदौर की सीधी उड़ानें क्षेत्र के व्यापार को नई दिशा देंगी।"
व्यापारिक सुविधा:
- पुराना संघर्ष समाप्त: पहले विंध्य के व्यापारियों को प्रयागराज या वाराणसी तक लंबी यात्रा करनी पड़ती थी। अब सीधी कनेक्टिविटी से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि परिवहन लागत भी कम होगी।
- निवेश और उद्योग: बेहतर कनेक्टिविटी किसी भी क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने का मुख्य कारक होती है। रीवा एयरपोर्ट का विकास क्यों महत्वपूर्ण है, यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उद्योगपतियों को विंध्य में निवेश करने के लिए एक ठोस आधार प्रदान करता है, जिससे औद्योगिक विकास को नई ऊर्जा मिलेगी।
यह हवाई सेवा व्यापार और उद्योग के लिए एक गेम चेंजर है, जो विंध्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़कर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी।
पर्यटन और धार्मिक स्थलों को सीधी कनेक्टिविटी का लाभ
श्री राजेंद्र शुक्ल ने अपने वक्तव्य में पर्यटन के महत्व पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि "रीवा के जलप्रपातों, मंदिरों और नेशनल पार्कों तक देश-विदेश के पर्यटक आसानी से पहुंच पाएंगे।"
विंध्य क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व से भरपूर है:
- प्राकृतिक आकर्षण: चचाई जलप्रपात जैसे अद्भुत झरने और बांधवगढ़, पन्ना जैसे नेशनल पार्कों तक पर्यटकों का पहुंचना आसान हो जाएगा।
- धार्मिक पर्यटन: मैहर का शारदा माता मंदिर और चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थल अब देश के हर कोने से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सीधे तौर पर कनेक्ट हो जाएंगे।
क्या कर रहे हो (यात्रियों को आकर्षित करने के लिए), इस संदर्भ में, सीधी उड़ान सेवा पर्यटकों को एक तेज, आरामदायक और सुविधाजनक विकल्प प्रदान करके पर्यटन वृद्धि के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के नए आयाम
हवाई सेवा शुरू होने के साथ ही विंध्य वासियों के लिए यह उपलब्धि कैसे है, इसका उत्तर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में छिपी संभावनाओं में है।
- स्वास्थ्य सेवा: गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को तत्काल एयर एम्बुलेंस या नियमित उड़ान के माध्यम से दिल्ली के विशेषज्ञ अस्पतालों तक पहुंचाना अब कम समय में संभव होगा।
- शिक्षा: छात्र और शिक्षाविद अब दिल्ली जैसे बड़े शैक्षणिक केंद्रों से आसानी से संपर्क स्थापित कर सकेंगे, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा और शोध के अवसर मिलेंगे।
- रोजगार: पर्यटन और उद्योग में वृद्धि के साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के हजारों नए अवसर पैदा होंगे, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
यह हवाई सेवा सामाजिक और मानवीय विकास को भी नई गति प्रदान करेगी।
रीवा एयरपोर्ट: विकास की निरंतरता और भविष्य की योजनाएं
रीवा एयरपोर्ट का यह शुभारंभ केवल दिल्ली की उड़ान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विंध्य के लिए बड़े विकास की निरंतरता का प्रतीक है। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने जल्द ही इंदौर के लिए भी 72 सीटर हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा की है, जो विंध्य को मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी से सीधे जोड़ देगी।
कैसे करे (विंध्य का सर्वांगीण विकास), इस प्रश्न का उत्तर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के विजन में है, जिसका लक्ष्य विंध्य को देश के प्रमुख विकासशील क्षेत्रों की श्रेणी में लाना है। यह एयरपोर्ट अब विंध्य के सपनों को पंख देने के लिए पूरी तरह तैयार है, और यह क्षेत्र अब राष्ट्रीय मंच पर अपनी अलग पहचान बनाने के लिए अग्रसर है।