रीवा GMH गैंगरेप: 'डिप्टी CM का भरोसा', लेकिन क्या दब रहा मामला? मीडिया ने खोली पोल!
रीवा, मध्य प्रदेश: विंध्य के सबसे बड़े स्वास्थ्य केंद्र, रीवा के गांधी मेमोरियल अस्पताल (GMH) में एक नाबालिग किशोरी से कथित छेड़छाड़ और फिर गैंगरेप के संदिग्ध मामले ने हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में प्रदेश के डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक राजेंद्र शुक्ला ने शासन, प्रशासन और पुलिस पर पूरा भरोसा जताया है।
डिप्टी सीएम का आश्वासन
डिप्टी सीएम शुक्ला ने अपने बयान में कहा कि पीड़िता के बयान CRPC की धारा 164 के तहत न्यायालय में दर्ज कराए गए हैं, और उन्हीं बयानों के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता ने दूसरी बार भी बयान दिए हैं, जिसकी जांच जारी है। शुक्ला ने जोर देकर कहा, "इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।" उन्होंने दोहराया कि शासन और प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हैं और कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज की बेटी (नाबालिग) के साथ वॉर्ड बॉय सहित कुछ अन्य लोगों द्वारा कथित गैंगरेप का मामला सामने आया था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने इसे छेड़छाड़ का मामला बताया था। हालांकि, पुलिस के इस खुलासे के बाद पीड़िता खुद मीडिया के सामने आई और उसने अपने साथ गैंगरेप होने की बात दोहराई। इसके बाद मामला एक बार फिर गरमा गया है।
वर्तमान स्थिति और आरोप
पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है और कुछ संदिग्धों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है। वर्तमान में इसमें छेड़छाड़ का मामला दर्ज है और पीड़िता का 164 का बयान भी न्यायालय में दर्ज हो चुका है।
हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने डिप्टी सीएम पर सीधा सवाल दागते हुए कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, और यह "साफ-साफ भ्रष्टाचार" है जिसे प्रशासन कथित तौर पर पनाह दे रहा है। यह सवाल प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर तब जब पीड़िता खुद गैंगरेप की बात कह रही है और पुलिस ने सिर्फ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है।
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला का बयान:
- डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने इस मामले में शासन, प्रशासन और पुलिस पर भरोसा जताया है।
- उन्होंने बताया कि पीड़िता के बयान CRPC की धारा 164 के तहत न्यायालय में दर्ज किए गए हैं।
- पुलिस ने उन्हीं बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की है।
- डिप्टी सीएम ने यह भी जानकारी दी कि पीड़िता ने दूसरी बार भी बयान दिए हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
- उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
- उनका कहना है कि शासन और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हैं और कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
मामले का घटनाक्रम:
- तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज की बेटी (नाबालिग) के साथ वॉर्ड बॉय सहित अन्य लोगों द्वारा कथित गैंगरेप का मामला सामने आया था।
- शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया था कि पीड़िता के साथ केवल छेड़छाड़ हुई है।
- पुलिस के इस बयान के बाद, पीड़िता खुद मीडिया के सामने आई और उसने अपने साथ गैंगरेप होने की बात दोहराई, जिसके बाद मामला एक बार फिर गरमा गया।
वर्तमान स्थिति:
- पुलिस इस पूरे मामले की फिलहाल जांच कर रही है।
- कुछ संदेहियों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है।
- वर्तमान में, पुलिस ने इसमें छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है।
- पीड़िता का 164 का बयान भी न्यायालय में दर्ज हो चुका है।
मीडिया का सवाल:
- खबर के अंत में एक पत्रकार मंत्री जी से सवाल करता है कि क्या वे इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और वे इसे साफ-साफ भ्रष्टाचार मान रहे हैं जिसे मंत्री और प्रशासन बढ़ावा दे रहे हैं।
कुल मिलाकर, यह खबर रीवा GMH में हुए कथित गैंगरेप मामले की वर्तमान स्थिति, डिप्टी सीएम के आश्वासन और मामले को लेकर उठ रहे सवालों को दर्शाती है।