"12 घंटे का रेस्क्यू, खौफनाक मंजर और फिर मिली लाश: काल बनकर आई बाइक, पिता-पुत्री को निगल गई नहर; रीवा के गोविंदगढ़ में चीख उठा माहिया गांव!"

 
गोविंदगढ़ के माहिया गांव में दो बाइकों की टक्कर के बाद नहर में गिरे पिता और बेटी की जान गई, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर।

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत माहिया गांव में देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने हुई जोरदार भिड़ंत के बाद, एक पिता अपनी मासूम बेटी के साथ सड़क किनारे स्थित नहर में जा गिरे। इस हृदयविदारक घटना में पिता और पुत्री दोनों की असमय मृत्यु हो गई है।

हादसे की पूरी कहानी: माहिया गांव में क्या हुआ था?
जानकारी के अनुसार, गणेश प्रसाद चतुर्वेदी अपनी दो बेटियों के साथ बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक माहिया गांव के पास पहुंची, विपरीत दिशा से आ रही एक तेज रफ्तार मोटरसाइकिल ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गणेश प्रसाद का संतुलन बिगड़ गया और वह अपनी एक बेटी, शिवानी चतुर्वेदी के साथ सीधे गहरी नहर में जा गिरे।

बाइक नहर में गिरने से बच्ची की मौत हो गई।

दूसरी बाइक पर सवार दो युवक और गणेश की दूसरी बेटी सड़क पर ही गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े।

शिवानी की मौके पर मौत, पिता का शव 12 घंटे बाद मिला
नहर में गिरने के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। मासूम शिवानी को नहर से बाहर निकाला गया और तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, पिता गणेश प्रसाद चतुर्वेदी नहर के तेज बहाव में लापता हो गए थे।

प्रशासन का सर्च ऑपरेशन और 12 घंटे की मशक्कत
हादसे की खबर मिलते ही गोविंदगढ़ पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। अंधेरा होने के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन रात के समय तेज बहाव के कारण गणेश प्रसाद का सुराग नहीं लग सका। शुक्रवार सुबह एक बार फिर गोताखोरों और एसडीईआरएफ (SDERF) की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया। आखिरकार, हादसे के करीब 12 घंटे बाद सुबह 10 बजे गणेश प्रसाद का शव नहर से बरामद किया गया।

घायलों की स्थिति: अस्पताल में चल रहा है इलाज
इस दुर्घटना में दूसरी बाइक पर सवार दो युवक और गणेश की दूसरी बेटी भी बुरी तरह घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल और फिर बेहतर इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल (SGMH) रेफर किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, घायलों की स्थिति स्थिर है लेकिन वे गहरे सदमे में हैं।

तेज रफ्तार और लापरवाही बनी काल
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हादसे का मुख्य कारण दोनों बाइकों की तेज रफ्तार थी। माहिया गांव के पास सड़क संकरी होने और मोड़ होने के बावजूद वाहन चालक सावधानी नहीं बरत रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दोनों वाहनों की स्थिति की जांच की जा रही है।

माहिया गांव में पसरा सन्नाटा: परिजनों का बुरा हाल
गणेश प्रसाद और उनकी बेटी शिवानी की मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, वहां मातम छा गया। परिवार के दो सदस्यों को एक साथ खोने का गम परिजनों के लिए असहनीय है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि नहर के किनारे सुरक्षा दीवार (Railing) बनाई जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

सड़क सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी सावधानियां 

  • हेलमेट का प्रयोग: बाइक चलाते समय हमेशा आईएसआई (ISI) मार्क वाला हेलमेट पहनें।
  • गति पर नियंत्रण: ग्रामीण क्षेत्रों और नहर के किनारे वाली सड़कों पर वाहन की गति सीमित रखें।
  • इंडिकेटर का उपयोग: मुड़ते समय या ओवरटेक करते समय उचित संकेत दें।
  • नहर के किनारे सावधानी: यदि सड़क नहर के पास है, तो किनारे से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।

पुलिस प्रशासन का बयान और आगामी कार्रवाई
गोविंदगढ़ पुलिस के अनुसार, शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस क्षेत्र में यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त नजर रखेंगे। साथ ही, लोक निर्माण विभाग (PWD) को पत्र लिखकर नहर के संवेदनशील हिस्सों पर फेंसिंग या बैरियर लगाने का सुझाव दिया जाएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. रीवा के गोविंदगढ़ में हादसा कहां हुआ? यह हादसा गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के माहिया गांव के पास स्थित नहर वाली सड़क पर हुआ।
2. हादसे में कितने लोगों की जान गई? इस दुखद घटना में पिता (गणेश प्रसाद चतुर्वेदी) और उनकी बेटी (शिवानी) की जान चली गई।
3. पिता का शव कितने समय बाद मिला? पुलिस और रेस्क्यू टीम ने करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिता का शव शुक्रवार सुबह बरामद किया।
4. घायलों का इलाज कहां चल रहा है? हादसे में घायल दूसरी बेटी और अन्य दो युवकों का इलाज जिला अस्पताल और रीवा के मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
5. हादसे का मुख्य कारण क्या था? प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, वाहनों की तेज रफ्तार और अनियंत्रित ड्राइविंग इस भीषण टक्कर का मुख्य कारण थी।