रीवा हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा: 'डंडे' से नहीं, 'गोली' मारकर की गई नेहा सिंह की हत्या!
ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के दयालु नगर में शुक्रवार को हुई 35 वर्षीय नेहा सिंह की हत्या के मामले में सबसे बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जाँच में पुलिस ने जहाँ सिर पर भारी डंडे या हथियार से पीट-पीटकर हत्या किए जाने का दावा किया था, वहीं संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (SGMH) की रिपोर्ट ने इस पूरे मामले को बिल्कुल नया मोड़ दे दिया है।
अस्पताल की मर्ग रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि महिला की मौत गोली लगने के कारण हुई है, न कि किसी धारदार या भारी हथियार से पीटने के कारण। यह खुलासा इस हत्याकांड की गुत्थी को और भी गहरा बना देता है।
गोली लगने से हुई मौत: अस्पताल की रिपोर्ट में सच आया सामने
पोस्टमॉर्टम के लिए शव को संजय गांधी अस्पताल (SGMH) ले जाया गया था। अस्पताल के आकस्मिक वार्ड से एसजीएमएच चौकी को भेजी गई मर्ग रिपोर्ट में हत्या की प्रकृति पर से पर्दा हट गया।
नेहा सिंह का खून से लथपथ शव शुक्रवार दोपहर को उनके दयालु नगर स्थित घर के बिस्तर पर मिला था। घटना के समय महिला के पति, जो सीधी में शराब दुकान में कैशियर के पद पर कार्यरत हैं, घर पर मौजूद नहीं थे।
- रिपोर्ट विवरण: मर्ग क्रमांक 1079/25, दिनांक 26 सितंबर 2025, समय 7:30 बजे की इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि मृतका नेहा सिंह की मौत का कारण गोली लगना है।
- स्थिति: रिपोर्ट के अनुसार, महिला को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था और उनके सिर में गोली लगी हुई थी।
इस आधिकारिक अस्पताल दस्तावेज़ ने पुलिस और पति द्वारा शुरुआत में किए जा रहे गोली लगने की बात से इनकार को सीधे तौर पर खारिज कर दिया है।
- सनसनीखेज जानकारी: बताया जा रहा है कि महिला के बेटे ने ही वीडियो कॉल के जरिए अपने पिता को कमरे में बिस्तर पर पड़ी माँ का शव दिखाया था।
- पति की प्रतिक्रिया: पति ने बेटे को साहस देते हुए स्थानीय लोगों की मदद से माँ को तुरंत अस्पताल ले जाने को कहा और स्वयं सीधी से रीवा के लिए रवाना हो गए।
सिर से अत्यधिक खून बहने के कारण घटनास्थल पर बहुत अधिक खून फैला हुआ था, जिसकी वजह से शुरुआत में यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया था कि घाव किस हथियार का है।
शुरुआत में, पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए यह दावा किया था कि महिला की हत्या किसी भारी हथियार, जैसे डंडे या रॉड, से सिर पर पीट-पीटकर की गई है। इस दावे का आधार सिर से बेहद ज्यादा रक्तस्राव और घाव की प्रकृति थी।
लेकिन अस्पताल की रिपोर्ट ने जाँच की पूरी दिशा बदल दी है:
- दावा खारिज: पुलिस का 'भारी हथियार से हत्या' का दावा सीधे तौर पर गोली लगने की पुष्टि से खारिज हो गया है।
- हत्या की गंभीरता: अब यह एक साधारण हत्या का मामला न रहकर गोली से की गई हत्या (Gunshot Murder) का गंभीर मामला बन गया है, जो अपराध की गंभीरता को कई गुना बढ़ा देता है।
जाँच की दिशा में बड़ा बदलाव
गोली लगने की पुष्टि होने के बाद, पुलिस अब अपनी जाँच में दो प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी:
- हथियार का स्रोत: हत्या में पिस्टल या रिवाल्वर का इस्तेमाल हुआ है। पुलिस को अब यह पता लगाना होगा कि क्या आरोपी के पास अवैध हथियार था, या वह किसी लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति है।
- गोली की दूरी: फॉरेंसिक टीम अब गोली लगने की दूरी (Range) की जाँच करेगी। क्या गोली नजदीक से (Point Blank Range) मारी गई, या कुछ दूरी से? यह हमलावर और मृतका के बीच की झड़प की प्रकृति को स्पष्ट करेगा।
- लूटपाट का एंगल: चूंकि पुलिस पहले ही लूटपाट से इनकार कर चुकी है, इसलिए यह स्पष्ट है कि हत्या का मकसद व्यक्तिगत रंजिश, घरेलू विवाद या किसी गहरे राज से जुड़ा है। अब गोली का इस्तेमाल यह दर्शाता है कि हत्यारा डरपोक नहीं था, बल्कि योजनाबद्ध तरीके से और पूरी क्रूरता के साथ आया था।
पुलिस अब उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में नए साक्ष्यों को जुटा रही है और मामले को सुलझाने के लिए टेक्निकल सबूतों (Technical Evidence) पर अधिक निर्भर करेगी।