रीवा में नौसेना प्रमुख एडमिरल त्रिपाठी ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र
मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र के गौरव और भारतीय नौसेना के अध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी शनिवार, 20 जुलाई, 2025 को रीवा पहुँचे। उन्होंने ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में शिरकत की, जहाँ छात्रों और कॉलेज प्रबंधन ने उनका भव्य स्वागत किया। एडमिरल त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन से छात्रों में न केवल राष्ट्रभक्ति का संचार किया, बल्कि उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के महत्वपूर्ण सूत्र भी दिए।
नौसेना प्रमुख का आगमन और गरिमामय स्वागत
ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय पहुँचने पर भारतीय नौसेना के अध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी का आत्मीय और गरिमामय स्वागत किया गया। महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया, जिससे कार्यक्रम की शोभा बढ़ गई। प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने मुख्य अतिथि एडमिरल त्रिपाठी को शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष राजेंद्र ताम्रकार ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। संस्था की ओर से नौसेना अध्यक्ष को एक अभिनंदन पत्र भी भेंट किया गया। समारोह में छात्राओं द्वारा बनाए गए एडमिरल त्रिपाठी के स्केच को भी उन्हें भेंट किया गया, जो एक विशेष सम्मान था।
यह गौरतलब है कि एडमिरल त्रिपाठी स्वयं सैनिक स्कूल के छात्र रहे थे, और उनके रीवा प्रवास के दौरान उन्होंने सैनिक स्कूल का भी दौरा किया।
छात्रों को सफलता का मंत्र: राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका
अपने प्रेरक उद्बोधन में एडमिरल त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र की रक्षा केवल शस्त्रों और सीमाओं की निगरानी से ही नहीं होती है, बल्कि इसके लिए विचारों में स्पष्टता, उद्देश्य में दृढ़ता और अनुशासन में निरंतरता आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज का युवा ही कल का राष्ट्र निर्माता है, और युवाओं का दृष्टिकोण और संकल्पशक्ति ही देश की दिशा और दशा तय करते हैं। उन्होंने अपने गौरवमयी सैन्य जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए छात्रों को सफलता के कई मूलमंत्र दिए:
- आत्मसंयम: जीवन में संयम का महत्व।
- समय का सम्मान: समय के सदुपयोग और पाबंदी की अहमियत।
- राष्ट्रभक्ति: देश के प्रति निष्ठा और समर्पण।
नेतृत्व के गुण: किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए नेतृत्व क्षमता का विकास।
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि हर विद्यार्थी को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ समाज के लिए अनुकरणीय योगदान देना चाहिए। उन्होंने वर्तमान शताब्दी को भारत की शताब्दी बताते हुए कहा कि देश को उन्नति की ऊंचाइयों तक ले जाने और समग्र विकास में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।
एडमिरल त्रिपाठी ने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण के बारे में क्या कहा?
एडमिरल त्रिपाठी ने छात्रों को सिखाया कि हर युवा को अपनी प्रतिभा और कठिन परिश्रम से समाज को सर्वोत्तम योगदान देना है। उन्होंने विशेष रूप से जीवन की असफलताओं से सीख लेने और मन की हताशा को मिटाकर पूरे उत्साह के साथ अपने लक्ष्य की पूर्ति का प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण से उत्साह के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करें।
उन्होंने भारतीय नौसेना का उदाहरण देते हुए समन्वय के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नौसेना, थलसेना और वायुसेना के साथ समन्वय बनाकर एक संयुक्त शक्ति के रूप में राष्ट्र की रक्षा करती है। इसी प्रकार, जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए भी समन्वय के साथ ही प्रयास करना होगा। अपने संबोधन के अंत में, नौसेना अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को नशामुक्त भारत की शपथ दिलाई, जो युवाओं को एक स्वस्थ और जिम्मेदार भविष्य के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
सम्मान और कार्यक्रम का संचालन
ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में कार्यक्रम में कौन-कौन उपस्थित था?
कार्यक्रम का संयोजन और समन्वय डॉ. अमित तिवारी ने किया, जबकि संचालन समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश शुक्ल ने किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, प्रोफेसर संजय शंकर मिश्रा, प्रोफेसर अजय शंकर पाण्डेय, डॉ. महानंद द्विवेदी, महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। इस गरिमामय कार्यक्रम ने छात्रों को भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी से सीधा संवाद करने और उनसे प्रेरणा प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: भारतीय नौसेना के अध्यक्ष का क्या नाम है जो रीवा आए थे?
A1: भारतीय नौसेना के अध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी रीवा आए थे।
Q2: नौसेना प्रमुख ने छात्रों को सफलता के क्या मूलमंत्र दिए?
A2: उन्होंने आत्मसंयम, समय का सम्मान, राष्ट्रभक्ति और नेतृत्व के गुणों को सफलता का मूलमंत्र बताया।
Q3: एडमिरल त्रिपाठी ने छात्रों को किस चीज की शपथ दिलाई?
A3: उन्होंने छात्रों को नशामुक्त भारत की शपथ दिलाई।
Q4: नौसेना प्रमुख को कॉलेज में कैसे सम्मानित किया गया?
A4: उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, और प्राचार्य ने उन्हें शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
Q5: एडमिरल त्रिपाठी ने राष्ट्र की रक्षा के लिए युवाओं में क्या आवश्यक बताया?
A5: उन्होंने विचारों में स्पष्टता, उद्देश्य में दृढ़ता और अनुशासन में निरंतरता को आवश्यक बताया।