Rewa News : "साइबर फ्रॉड का भयावह अंत: रीवा में बुजुर्ग ने खुद को गोली मारी, ₹37,000 गंवाए"
यह खबर पूरे देश में साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे और उसके भयावह परिणामों को उजागर करती है। मध्य प्रदेश के रीवा में 65 वर्षीय एक बुजुर्ग ने साइबर ठगों की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर 4 जुलाई को अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली, जिससे उनकी मौत हो गई। इस दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस ने राजस्थान से तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है, जो इस पूरे खेल के पीछे थे।
ठगी का शातिर खेल: 'पुराने नोट-सिक्के' का लालच और पुलिस अधिकारी का डर
आरोपियों ने खुद को 'इंडियन ओल्ड कॉइन सेल कंपनी' नामक एक फर्जी सरकारी संस्था के तौर पर पेश किया, जो पुराने नोट और सिक्के खरीदती है। उन्होंने रीवा निवासी सरोज दुबे (65) को अपना निशाना बनाया। ठगों ने बुजुर्ग से फोन पर संपर्क किया और उन्हें अपने पुराने नोट व सिक्कों की तस्वीरें व्हाट्सएप पर भेजने को कहा।
शुरुआत में, उन्होंने ₹520 की 'प्रक्रिया शुल्क' जमा करने को कहा। बुजुर्ग ने झांसे में आकर 1 जुलाई को यह राशि ट्रांसफर कर दी। इसके बाद, ठगों ने बुजुर्ग की फोटो, आधार कार्ड और पैन कार्ड की तस्वीरें मांगकर ₹65 लाख 75 हजार की भारी-भरकम राशि का लालच दिया, जिसे 2 जुलाई को डिलीवर करने का वादा किया गया। विश्वास जीतने के लिए उन्होंने एक पुलिस अधिकारी की फोटो वाला फर्जी पोस्टर और 'विवेकानंद शुक्ला' नाम का फर्जी आधार कार्ड भी भेजा।
₹37,000 की ठगी और लगातार मानसिक प्रताड़ना
2 जुलाई को, ठगों ने बुजुर्ग पर टैक्स और जीएसटी के नाम पर ₹17,500 और ₹12,630 जैसी बड़ी रकम जमा करने का दबाव डाला। बुजुर्ग ने रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे उधार लेकर कई किश्तों में कुल ₹37,000 ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने पैसे से भरे बैग का एक वीडियो भी भेजा, ताकि बुजुर्ग को लगे कि उनकी रकम तैयार है।
3 जुलाई को भी ठगों का दबाव जारी रहा। उन्होंने धमकी दी कि यदि और पैसे ट्रांसफर नहीं किए गए तो पहले जमा की गई रकम भी वापस नहीं मिलेगी। इस लगातार मानसिक प्रताड़ना और वित्तीय दबाव ने बुजुर्ग को गहरे तनाव में धकेल दिया।
मौत के बाद भी नहीं रुके कॉल, पुलिस ने किया खुलासा
दुखद रूप से, 4 जुलाई को बुजुर्ग ने अपनी जान ले ली। उनकी पत्नी निर्मला दुबे ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद भी आरोपी उन्हें पैसों के लिए लगातार कॉल करते रहे। इस बात से आहत होकर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राजस्थान के खैरथल तिजारा जिले से तीन सगे भाइयों - जुबेर खान, यासीन मोहम्मद और शब्बीर खान (पिता हसन) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों ने ठगी के पूरे तरीके का खुलासा किया।
यह घटना साइबर अपराध के खिलाफ जागरूकता और सावधानी की अहमियत पर जोर देती है। ऐसे किसी भी अंजान व्यक्ति या संस्था के बहकावे में न आएं जो ऐसे लुभावने प्रस्ताव देते हैं।