Rewa News : बदमाशों के कारनामों का खुल रहा चिट्ठा, पश्चिम बंगाल में 2000 देकर रिक्शे-ठेले वालों के नाम ठग खुलवाते थे खाते

 

साइबर फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश के पकड़े जाने के बाद अब ठगी का पूरा नेटवर्क धीरे-धीरे सामने आ रहा है।

पुलिस की जांच में नित नए खुलासे हो रहे हैं। ठगी का नेटवर्क इतनी सफाई से चलता था कि आरोपियों को ट्रेस करना भी आसान नहीं होता था। आरोपी पीड़ितों के रुपए ट्रांसफर करने के लिए जिन खातों का इस्तेमाल करते थे वे ज्यादातर पश्चिम बंगाल के बैंकों में खुलवाए गए थे।

जामताड़ा से पश्चिम बंगाल काफी पास है, जिससे आरोपी आसानी से वहां खाते खुलवा लेते थे। आरोपी रिक्शे व ठेले वालों के नाम पर खाते खुलवाते थे, जिसके एवज में उनको दो हजार रुपए दे देते थे। उसके बाद उन खातों में वे लेनदेन करते थे। आरोपी ठगी के लिए फर्जी सिम भी पश्चिम बंगाल से ही लाते थे। एक हजार रुपए में उनको चालू सिम वहां मिलती थी। दरअसल, बिछिया थाना पुलिस ने विगत दिनों झारखंड के जामताड़ा से साइबर फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश प्रद्युम्न मंडल को गिरफ्तार किया था। उसने बिछिया थाना क्षेत्र के एसएएफ में पदस्थ आरक्षक हरीशचंद्र तिवारी को सिम बंद होने का झांसा देकर 89 हजार रुपए निकाले थे। आरोपी फिलहाल जेल में है।

सिम लेने सेट कर रखा था एजेंट

पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई कि फरार आरोपी राहुल यादव निवसी मधूपुर जिला देवघर झारखंड ने वहां एक एजेंट को सेट किया था, जो उनको चालू सिम देता था। यह सिम भी फर्जी आइडी कार्ड के आधार पर ली जाती थी।

आरोपियों पर दर्ज होंगे दर्जनभर नए मामले

आरोपियों के खिलाफ दर्जनभर नए मामले दर्ज होंगे। जिनको को ठगी का शिकार बनाया था, उनमें से कुछ लोगों ने शिकायत थानों में दर्ज नहीं करवाई थी। छोटे एमाउंट वाले कई लोग चिह्नित हुए हैं पर उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।