Rewa News : गणतंत्र दिवस पर कार में चढ़कर फायरिंग करना पड़ा युवक को भारी, रीवा का किंग बनने का सपना रह गया अधूरा, पुलिस कर रही तलाश

 

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। सोशल मीडिया का प्रभाव युवाओं के सर में इस कदर चढ़कर बोल रहा है कि वह सभी नैतिकता और नियम कायदे कानून को ताक में रखने पर उतारू है। सोशल मीडिया का ही असर है कि लॉरेंस बिश्नोई, दीपक बवाना सहित कई ऐसे नवयुवक है जो सोशल मीडिया के दम पर ही पूरे देश में प्रसिद्धि पा चुके हैं।

उनके अनुयाई पूरे देश में खासकर युवा वर्ग ही है जो दिनभर आवारगी करते हैं और विभिन्न प्रकार के नशे का इस्तेमाल करके खुद को अपने रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। 15-20 लड़कों का झुंड लेकर चलने वाले यह तथाकथित टूटपूजिया गुंडे अपने आप को फिल्मी डॉन से कम नहीं समझते। ऐसे नवयुवकों की मंडली शहर के सुनसान वाले इलाकों में सुबह से ही जमा होना शुरू हो जाती है जहां पर बैठकर ऐसे युवक गांजा, कोरेक्स,चरस, ब्राउन शुगर एवं नशीले इंजेक्शनों का सेवन कर दूसरी दुनिया में सैर करने लगते हैं जिसके बाद इस प्रकार के आवारा युवक बाईकों में सवार होकर झुंड का झुंड निकलते हैं और नशे में धुत्त होने की वजह से यह कब किससे उलझ पड़े यह कह पाना मुश्किल है।

इसी प्रकार के नशेड़ी युवक चेन स्नेचिंग एवं लूट जैसी वारदातों को आए दिन अंजाम देते हैं। कई मामलों की शिकायत तो पुलिस तक पहुंचती ही नहीं है। जिससे इस प्रकार के युवकों के हौसले दिनों दिन बुलंद हो रहे हैं जिसका परिणाम गणतंत्र दिवस के दिन देखने को मिला. जिस दिन आरोपी युवक अपने 20-25 चमचों के साथ कार एवं बाइक की रैली निकाल रहा था जिस दौरान उसने कार में चढ़कर हथियारों का खुलेआम प्रदर्शन किया और फायरिंग भी की। सोशल मीडिया में उक्त वीडियो वायरल होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर नींद से जागे पुलिस अधिकारी सक्रिय हुए और आनन-फानन में आरोपी युवक की तलाश शुरू की।

जिसका परिणाम यह निकला कि कुछ ही घंटों में आरोपी युवक की पहचान विकास दुबे के रूप में हुई जो की आदतन अपराधी है। शहर के विभिन्न थानों में इस युवक के खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं साथ ही इसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज है जिसमें वह जमानत में फिलहाल बाहर है। आरोपी युवक से जुड़े सूत्रों की माने तो उक्त युवक खुद को उत्तर प्रदेश के विकास दुबे नामक अपराधी जिसका इनकाउंटर हो चुका है से अपने आप को कुछ कम नहीं समझता है।

इसीलिए आए दिने इस प्रकार की वीडियो सोशल मीडिया में वीडियो डालकर अपना खौफ बनाने की कोशिश करता है। पुलिस को चाहिए कि शहर में सक्रिय सभी युवाओं की सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखे और इस प्रकार के विवादित वीडियो अपलोड करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए तो इस प्रकार की घटनाओं में अंकुश लगने की संभावना खत्म हो सकती है।