रीवा-सिहावल विवाद: धीरेंद्र शास्त्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद तनाव, गांजा तस्करी में नामजद आरोपी शिवम वर्मा की तलाश तेज, हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) बागेश्वर धाम प्रमुख को क्यों गाली दी गई? सोशल मीडिया पर एक वीडियो के वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश में धार्मिक और सामाजिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह वीडियो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को गाली-गलौच और खुली धमकी देने से संबंधित है। इस वीडियो में एक युवक अत्यंत ही आपत्तिजनक और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहा है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले इस कृत्य ने हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश व्यापी विरोध की आशंका बढ़ गई है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की लोकप्रियता और उनके सनातन धर्म के प्रचार के कारण, उन पर किया गया कोई भी सीधा हमला तुरंत ही बड़े समुदाय को आंदोलित कर देता है। इस विशेष वीडियो में, युवक ने न केवल अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, बल्कि हिंसा की खुली धमकी भी दी है, जिसने कानून और व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है।
आपत्तिजनक वीडियो का विवरण: युवक ने क्या कहा?
वायरल हो रहे वीडियो का मुख्य विषय धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन एकता पद यात्रा' और इस दौरान उनके द्वारा डॉक्टरों से इलाज कराने को लेकर की गई टिप्पणियां हैं। युवक, जिसने अपनी पहचान जाहिर नहीं की, ने पद यात्रा और उनके कार्यों पर सवाल उठाते हुए, अभद्र भाषा का उपयोग किया।
शिवम वर्मा ने क्या कहा? वीडियो में युवक ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को सीधे तौर पर संबोधित करते हुए, अत्यधिक आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। इन शब्दों का उद्देश्य न केवल उनकी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करना था, बल्कि उनके समर्थकों और सनातन धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को भी ठेस पहुँचाना था।
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जंगल की आग की तरह फैला, जिसके कारण शुरुआत में रीवा शहर में तनाव की स्थिति बनी, क्योंकि वीडियो को वहीं का बताया जा रहा था। इस तरह के वीडियो से समाज में वैमनस्य कैसे फैल रहा है, यह चिंता का विषय है।
महत्वपूर्ण टिप्पणी: वीडियो में प्रयोग की गई भाषा धर्मिक घृणा और व्यक्तिगत प्रतिशोध की भावना को दर्शाती है, जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा का गंभीर उल्लंघन है।
पुलिस जांच और आरोपी की पहचान: रीवा से सिहावल तक
प्रारंभिक रिपोर्टों में वीडियो को रीवा शहर का बताकर प्रचारित किया गया, जिससे स्थानीय हिंदू संगठनों में तीव्र प्रतिक्रिया हुई और उन्होंने तुरंत आरोपी की तलाश शुरू कर दी। हालांकि, पुलिस की गहन जांच और तकनीकी विश्लेषण के बाद, यह स्पष्ट हुआ कि वीडियो की उत्पत्ति रीवा नहीं, बल्कि जनपद सिहावल क्षेत्र की ग्राम पंचायत सेमरी से हुई थी।
आरोपी को कैसे पकड़ा जाएगा? पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए, धमकी देने वाले युवक की पहचान की। उसकी पहचान शिवम वर्मा, पुत्र शिव प्रसाद वर्मा, उम्र 21 वर्ष, निवासी सेमरी, सिहावल के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, युवक ने जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और समाज में वैमनस्य फैलाने की मंशा से इस तरह की आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया।
आरोपी शिवम वर्मा का आपराधिक रिकॉर्ड और फरार होना
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी शिवम वर्मा का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। उसके खिलाफ पूर्व में गांजा तस्करी जैसे कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। यह तथ्य दर्शाता है कि आरोपी की प्रवृत्ति कानून विरोधी है और वह एक आदतन अपराधी हो सकता है।
पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है? जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और शिवम वर्मा की पहचान हुई, पुलिस की एक टीम तत्काल उसके निवास स्थान सेमरी पहुँची। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी युवक फरार हो गया। पुलिस अब आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है और विभिन्न संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच पूरी हो चुकी है और आरोपी शिवम वर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली गई है। इन धाराओं में संभवतः धार्मिक भावनाओं को आहत करना (धारा 295A), आपराधिक धमकी (धारा 506), और समाज में शत्रुता पैदा करना (धारा 153A) जैसी धाराएं शामिल हैं।
हिंदू संगठनों की कड़ी प्रतिक्रिया और आंदोलन की चेतावनी
इस घटना के बाद हिंदू संगठनों में भारी गुस्सा है। वे इसे केवल एक व्यक्ति विशेष पर हमला नहीं, बल्कि सनातन धर्म और धार्मिक गुरुओं के प्रति असम्मान मानते हैं।
जय महाकाल संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र द्विवेदी ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है:
देवेंद्र द्विवेदी का बयान: "अगर जल्द ही बागेश्वर धाम प्रमुख को गाली देने वाले युवक की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो जय महाकाल संघ एक प्रदेश व्यापी और राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेगा। हम इस तरह के कृत्य को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे लोगों को हम खुलकर चेतावनी देते हैं।"
संगठनों का मानना है कि इस तरह के कृत्यों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह भविष्य में अन्य असामाजिक तत्वों को धार्मिक हस्तियों और समुदायों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। बागेश्वर धाम प्रमुख को धमकी देने वाले को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में खड़ा करने की मांग जोर पकड़ रही है।
पुलिस और प्रशासन की अपील: शांति बनाए रखें
इस तनावपूर्ण माहौल के बीच, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने जनता से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है।
प्रशासन की अपील:
- सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों पर विश्वास करें।
- कानून को अपने हाथ में न लें।
- पुलिस को अपना काम करने दें और आरोपी की गिरफ्तारी में सहयोग करें।
- किसी भी भड़काऊ पोस्ट या संदेश को आगे न बढ़ाएँ।
पुलिस ने आश्वस्त किया है कि आरोपी शिवम वर्मा की तलाश जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कानून अपना काम करेगा और आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का साहस न कर सके।