"रीवा की डॉक्टर के साथ ट्रेन में लाखों की लूट, सोती रह गईं और गायब हुआ 6.40 लाख का सामान"
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा की प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेखा सिंघल के साथ आनंद विहार एक्सप्रेस में सफर के दौरान लगभग 6 लाख 40 हजार रुपये के सामान की चोरी हो गई है। यह सनसनीखेज वारदात तब हुई जब वे शनिवार रात दिल्ली से रीवा लौट रही थीं। डॉ. सिंघल के साथ उनकी सहयोगी बीमा गुप्ता और एक अन्य साथी का भी सामान चोरी हुआ है।
घटना का विस्तृत ब्यौरा:
जानकारी के अनुसार, डॉ. रेखा सिंघल शनिवार की रात आनंद विहार ट्रेन के ए-2 कोच में सवार होकर दिल्ली से रीवा के लिए निकली थीं। रात में अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खाना खाने के बाद वे सो गईं। सुबह लगभग 6 बजे जब उनकी नींद खुली, तो उन्होंने देखा कि उनका सारा सामान उनकी सीट के नीचे सुरक्षित रखा हुआ था। हालांकि, कुछ देर बाद उनकी दोबारा आंख लग गई। इसी दौरान, चोरों ने मौका पाकर उनके पर्स, एक ट्रॉली बैग और अन्य कीमती सामान चुरा लिया।
चोरी हुए सामान का विवरण:
चोरी हुए सामान में सोने-चांदी के कीमती जेवरात, दो मोबाइल फोन, कपड़े और नकद रुपए शामिल हैं। परिजनों ने यह भी बताया कि चोरी हुए सामान में उनके एटीएम कार्ड भी थे, जिसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई है।
चोरी का संभावित स्थान:
डॉ. सिंघल ने बताया कि जब उनकी नींद खुली, तब तक ट्रेन प्रयागराज स्टेशन को पार कर चुकी थी। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि चोरी की घटना प्रयागराज स्टेशन या उसके आस-पास के क्षेत्र में हुई होगी, जब ट्रेन या तो स्टेशन पर रुकी थी या धीमी गति से चल रही थी।
पुलिस कार्रवाई और जांच:
इस बड़ी चोरी की घटना को लेकर डॉ. रेखा सिंघल ने रीवा जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) थाने में शिकायत दर्ज कराई है। रीवा जीआरपी थाना प्रभारी आरएस ठक्कर ने मीडिया को बताया कि मामले में जीरो एफआईआर (First Information Report) दर्ज कर ली गई है। चूंकि चोरी की घटना का संभावित स्थान प्रयागराज है, इसलिए आगे की जांच के लिए केस को प्रयागराज जीआरपी को भेज दिया गया है। रेलवे मंत्रालय को भी इस घटना की जानकारी ट्वीट के जरिए दी गई है।
यह घटना चलती ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है और रेलवे सुरक्षा बलों की कार्यप्रणाली पर भी चिंताएं बढ़ाती है। पुलिस अब प्रयागराज में घटना की विस्तृत जांच कर रही है ताकि चोरों का पता लगाया जा सके और चोरी हुआ सामान बरामद किया जा सके।