सोहागी बस हादसा : मौत के मुंह से निकलकर आए युवक ने बताया आंखों देखा हादसा, उड़ जाएंगे आपके होश

 

रीवा। कहते है ईश्वर जिन्दगी में हर किसी को काल से जिंदगी बचाने का एक मौका देता है। हाल ही में इसकी मिसाल देखने को मिली। रीवा के सोहागी बस हादसे में 15 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि 35 यात्री घायल हुए। इन घायलों में एक शख्स ऐसा है जिसने मौत के मुंह से बचा कर आ गया।

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आपको यह पढ़कर किसी कहानी जैसा लग रहा होगा। लेकिन इसकी मिसाल संजीत शाह है। संजीत मुजफ्फरपुर के रहने वाले है। दीपावली की खुशियां बांटने के लिए सुजीत हैदराबाद से अपने घर जा रहे थे। यह बस रीवा जिले के सोहागी में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। नेशनल हाइवे 30 में बस ट्रेलर से टकरा गई इस भीषण टक्कर में बस के परखच्चे उड़ गये थे। बस में 15 सवार यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि बस में सवार अन्य यात्री घायल हो गये। मौत भी भयावह थी। कई शव को काटकर निकालना पड़ा।

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इस हादसे में घायल संजीत ने आपबीती सुनाई है। बस में संजीत आगे के हिस्से में ड्राइवर के पास बैठे थे। लगभग रात 11 बजे खाना खाकर सभी यात्री गंतव्य के लिए रवाना हुए। इसी बीच अचानक संजीत को बस के इंजन में खराबी की आवाज सुनाई दी। पेशे से ड्राइवर होने की वजह से संजीत ने दुर्घटना को भांप लिया। संजीत के पास वक्त कम था, लेकिन मुश्किलें ज्यादा थी। महज 3 सेकंड के अंदर संजीत ने फैसला लेते हुए मुसाफिरों को पीछे की तरफ भागने के लिए कहा और खुद भी भागे। बस यात्रियों से खचाखच भरी थी जिस वजह से मात्र तीन कदम ही पीछे हो पाए। संजीत पीछे के गेट में पहुंचकर बस से कूदना चाहते थे, लेकिन इसके पहले ही बस टकरा गई।

हादसे में संजीत के सभी साथियों की जान चली गई है। जबकि संजीत के पैर में गंभीर चोट आई है। उनका संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय के सर्जरी वार्ड में इलाज चल रहा है और आपरेशन के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे। महज तीन सेकंड के फैसले से उनकी जान बच गई। लेकिन उनकी बात ना मानने वाले मौत के आगोश में समा गए। संजीत को अपनी जान बचने की खुशी तो है लेकिन अपने साथियों के गुजरने का गम भी है।