बेरोजगार युवा बनेंगे आत्मनिर्भर : रीवा सहित ग्वालियर, जबलपुर और सागर में जल्द शुरू होगा स्किल सेंटर

 

शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल का अंतिम बजट मध्यप्रदेश विधानसभा में पेश हो गया है। MP बजट 2023 में विंध्य को क्या मिला है। दैनिक भास्कर आपको बता रहा है। 1 मार्च को आए बजट में रीवा सहित ग्वालियर, जबलपुर और सागर को स्किल सेंटर मिला है। जो आने वाले दिनों में जल्द से जल्द शुरू होगा। एक्सपर्ट की मानें तो स्किल सेंटर खुलने से जहां बेरोजगार युवा आत्मनिर्भर बनेंगे। वहीं छात्रों में कंपटीशन की भावना बढ़ेगी।

3 लाख 14 हजार 25 करोड़ रुपए का बजट
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 1 मार्च को 1.50 घंटा भाषण दिया। इसके बाद पेपरलेस बजट आया है। विपक्ष के हंगामे के बीच वित्त मंत्री ने टैबलेट से ई-बजट पढ़ा है। 2023 के बजट में एमपी की जनता पर कोई नया कर नहीं लगाया है। 2023-24 का बजट 3 लाख 14 हजार 25 करोड़ रुपए का है। जबकि पिछले वर्ष 2022-23 में बजट 2 लाख 79 हजार 697 करोड़ रुपए का था। भाजपा ने बजट को ऐतिहासिक तो वहीं विपक्ष ने आम जनता के साध धोखा बताया है। जबकि व्यापारियों के हिसाब से मुलाजुला असर रहा है।

एक्सपर्ट से जाने क्या है स्किल सेंटर
शासकीय आइटीआई बोदाबाग के प्राचार्य केएस राजपूत ने बताया कि मध्यप्रदेश के बेरोजगार युवाओं को स्किल सेंटर के माध्यम से कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोजगार के लिए दक्ष किया जाएगा। सरकार का प्रयास होगा कि ज्यादा से ज्यादा युवा प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बने। पहले चरण में राज्य सरकार चार स्किल सेंटर स्थापित करेंगी। जिसमे रीवा, ग्वालियर, जबलपुर और सागर का नाम शामिल है। हालांकि अभी गाइड लाइन नहीं आई है। जैसे ही सरकार का पत्र आता है। उस हिसाब से सेंटर तैयार होंगे।

आधा सैकड़ा प्रकार के ट्रेडों का मिलेगा प्रशिक्षण
संभवत: नए स्किल सेंटर में युवाओं को आधा सैकड़ा प्रकार के ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। चार सेंटरों में आए परिणाम के बाद शासन द्वारा अन्य ​जगहों पर विचार किया जाएगा। कहते है कि स्किल सेंटर में कोई भी छात्र प्रशिक्षण ले सकता है। सरकार गरीब वर्ग छात्रों के लिए प्रशिक्षण आवासीय कर सकती है। जिससे गरीबों पर पढ़ाई का बोझ न पड़े। एक्सपर्ट पैनल का मानना है कि स्किल सेंटर खुलने से बेरोजगारों को काफी हद तक रोजगार पाने में मदद मिलेगी। कई लोग खुद का स्टार्टअप चालू कर अपना भविष्य सवार सकते है।