UJJAIN में दुर्लभ के बाद सोनिया का आतंक : रिवॉल्वर और चाकू लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो-फोटो किए अपलोड

 

उज्जैन में पुलिस ने दहशत फैलाने वाली एक युवती को गिरफ्तार किया है। युवती ने रिवॉल्वर और चाकू लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो-फोटो अपलोड किए। वह गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप को रोल मॉडल मानती है। दुर्लभ की तरह माथे पर टीका और गले में गमछा पहनकर कई फोटो भी डाले हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

थाना प्रभारी पंवासा गजेन्द्र पचोरिया को गुरुवार दोपहर सूचना मिली कि पंवासा मल्टी के पास रास्ते में एक युवती चाकू लहराते हुए आते-जाते लोगों को धमका रही है। इसके चलते वहां लोग दहशत में हैं। इस पर पुलिस वहां पहुंची। घेराबंदी करके पुलिस ने युवती को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चाकू और 200 रुपए जब्त किए। पूछताछ में युवती ने अपना नाम सोनिया उर्फ नेपु थापा (19) बताया। वह नानाखेड़ा क्षेत्र के आनंद नगर की रहने वाली है। जब वह छोटी थी, तभी पिता का निधन हो गया। यहां वह मां के साथ रहती है।

सोशल मीडिया पर अपलोड किए वीडियो-फोटो

सोनिया दुर्लभ कश्यप के लुक में फोटोज अपलोड करते रहती है। वह उसे अपना रोल मॉडल मानती है।

सोनिया सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती है। पुलिस ने उसका इंस्टाग्राम अकाउंट चेक किया, तो दंग रह गई। उसने पिस्टल के साथ, सिगरेट पीते हुए कुछ फोटोज डाल रखे थे। साथ ही, कुछ फोटो में कैप्शन लिखा है- 307 = 302। इसके अलावा, अन्य फोटोज में सोनिया हुक्का पीते, डांस करते, शराब पीते, सिगरेट के छल्ले उड़ाते हुए नजर आ रही है।

गैंगस्टर दुर्लभ जैसा दिखने की कोशिश
बता दें, सितंबर 2020 के गैंगवार में मारा गया गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप कभी सोशल मीडिया पर काफी पाॅपुलर था। पूछताछ में सोनिया ने बताया कि वह गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप से प्रभावित है। वह उसके जैसा ही दिखना चाहती है। उसे ही आदर्श मानती है। वह दुर्लभ कश्यप के वीडियो भी इंटरनेट पर देखा करती थी। सोनिया ने कुछ फाेटो-वीडियो सोशल मीडिया पर डाले हैं, उनमें से कई में उसने खुद को दुर्लभ कश्यप जैसा लुक दिया है। फोटोज में वह माथे पर टीका, गले में गमछा डाले और धमकी देते नजर आ रही है।

सोनिया सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है। फोटोज पर इस तरह चाकू और पिस्टल के साथ उसने फोटोज अपलोड कर रखे हैं।

सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर

एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल द्वारा सोशल साइट पर निगरानी रखते हुए बदमाशों के खिलाफ लगातार कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। पंवासा थाना प्रभारी गजेंद्र पचोरिया ने बताया कि युवती लगातार सोशल मीडिया पर फोटो-वीडियो अपलोड कर रही थी। कुछ दिन पहले युवती को कुछ लड़कों ने चाकू मारे थे। उस मामले को भी दिखवा रहे हैं। युवती किन-किन लोगों के संपर्क में है, उस बारे में पूछताछ की जा रही है।

सोशल मीडिया पर अपलोड किए फोटोज में वह चिलम पीते और नशा करते नजर आ रही है।

अब दुर्लभ कश्यप के बारे में जान लेते हैं

दुर्लभ कश्यप उज्जैन जिले के जीवाजीगंज के अब्दालपुरा में 8 नवंबर 2000 को पैदा हुआ था। मां सरकारी टीचर थी। दुर्लभ अपनी मां के करीब था, इसलिए वह मां के साथ उज्जैन में ही रहता था। पिता इंदौर में रहते थे। उज्जैन में ही रहकर वह पढ़ाई कर रहा था। उसे बिल्लियां बहुत पसंद थी। करीबी बताते हैं, वो बिल्लियां पालने का शौकीन था। 15 साल की उम्र से उसने हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालनी शुरू कर दी थीं। लोगों को धमकाता था। सोशल मीडिया पर अपनी बदमाशी का प्रचार करता था।

16 की उम्र में बनाया गैंग, FB पर लिखा- विवाद निपटारे के लिए संपर्क करें..
टीनएज में ही उसे अपराध का शौक भी चढ़ गया था। सोशल मीडिया पर उसके स्टाइल से प्रभावित होकर खासकर टीनएजर और यूथ्स उससे जुड़ने लगे। फैन फॉलोइंग हर दिन के साथ बढ़ रही थी। इससे उसे मजबूती मिली और वह शहर में छोटी-मोटी वारदातें करने लगा। दुर्लभ ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर कुख्यात बदमाश और नामी अपराधी लिख रखा था। उसने अपने पेज पर लिखा था- किसी भी तरह के विवाद निपटारे के लिए संपर्क करें।

18 साल की उम्र में जेल, 20 की उम्र में हत्या...

दुर्लभ कश्यप गैंग किसी कॉरपोरेट कंपनी की तरह काम करता था। गैंग का अपना स्टाइल और ड्रेस कोड था। गैंग के सदस्य माथे पर तिलक, आंखों में सूरमा और कंधे पर काला गमछा रखते थे। गैंग के इसी स्टाइल के यूथ्स और टीनएजर फैन हुए जा रहे थे। जब उज्जैन शहर में गैंग की बदमाशी बढ़ने लगी, तो पुलिस ने इन्हें उठाना शुरू किया।

27 अक्टूबर 2018 में दुर्लभ 23 साथियों के साथ पकड़ा गया था। तब नाबालिग होने पर उसे बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया। किशोर न्याय बोर्ड ने 24 अप्रैल 2019 को उसे इंदौर भेज दिया। वह बालिग हुआ तो पुलिस ने फिर कार्रवाई की। पुलिस के डर से 1 साल से ज्यादा भैरवगढ़ जेल (उज्जैन) में रहा।

तब उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर थे। जेल में पूछताछ के दौरान उन्होंने दुर्लभ को देखकर कहा था- तू जेल में ही सेफ है, उम्र से ज्यादा दुश्मनी पाल ली है, बाहर निकलेगा तो कोई मार देगा। 18 साल की उम्र में उसके खिलाफ 9 केस दर्ज हो गए थे। वह जेल से भी गैंग चलाता रहा।

जितना ज्यादा खौफ, उससे ज्यादा खौफनाक अंजाम...

2 साल जेल में बंद रहने के बाद कोरोना काल के दौरान 2020 में उसकी रिहाई हो गई। वह कुछ दिन इंदौर में रहकर मां के पास उज्जैन लौट आया। जेल से बाहर आकर वह फिर एक्टिव हो गया। उसके दुश्मन भी उसे मारने का प्लान बना चुके थे। 6 सितंबर 2020 की रात 2 बजे चाकुओं से गोद कर उसकी हत्या कर दी गई थी।