MP News : चुनाव बाद मुकर गई सरकार! मध्यप्रदेश के 4700 गेस्ट फैकल्टी सड़क पर?

भोपाल। मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत करीब 4700 अतिथि विद्वानों की नौकरी पर संकट गहरा गया है। अतिथि विद्वानों का आरोप है कि चुनाव के पहले सरकार ने सेवा निरंतर रखने और नियमितीकरण की बात कही थी, लेकिन चुनाव बीतने के बाद अब कोई सुनवाई नहीं हो रही।
अतिथि विद्वान महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि विगत वर्षों से वो प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ा रहे हैं, लेकिन हर बार वादे और आश्वासन के बाद भी न नौकरी पक्की हुई, न सेवा की गारंटी। अब कई जगह नियमित नियुक्तियों के नाम पर उन्हें हटाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
अतिथि विद्वानों का कहना है कि यदि उनकी सेवा समाप्त की जाती है तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। सरकार से कहा गया है कि अतिथि विद्वानों को नियमित न सही, कम से कम स्थाई सेवा और सामाजिक सुरक्षा दी जाए।
वादाखिलाफी का आरोप
अतिथि विद्वानों ने चुनाव के दौरान नेताओं द्वारा किए गए वादों का हवाला देते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद सरकार वादे भूल गई है। इस मुद्दे पर सरकार और उच्च शिक्षा विभाग की चुप्पी से विद्वानों में रोष है।
बड़ा सवाल — क्या सरकार 4700 शिक्षित बेरोजगारों को फिर सड़क पर धकेल देगी?