रीवा में स्वास्थ्य सेवाओं की नई उपलब्धि! स्किन बैंक की शुरुआत से मरीजों को मिलेगा राहत

रीवा के श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के बर्न यूनिट में मध्यप्रदेश का तीसरा स्किन बैंक शुरू हो गया है। इसका शुभारंभ उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने किया, जिससे अब गंभीर रूप से जलने वाले मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर उपचार उपलब्ध होगा। इससे पहले, प्लास्टिक सर्जरी के लिए मरीजों को महानगरों या विदेशों का रुख करना पड़ता था।
स्किन बैंक की विशेषताएं
- त्वचा दान की प्रक्रिया: मृत व्यक्ति की त्वचा को मृत्यु के 6 घंटे के भीतर दान किया जा सकता है। यदि पार्थिव शरीर को समय पर डीप फ्रीजर में रखा जाए, तो यह 24 घंटे तक उपयोग के योग्य रहता है।
- उपयोगिता: एक डोनर से प्राप्त त्वचा को 8 से 10 मरीजों के उपचार में उपयोग किया जा सकता है।
- संरक्षण: दान की गई त्वचा को सुरक्षित तरीके से संरक्षित किया जाता है, जिससे यह जलने के रोगियों और अन्य त्वचा संबंधित जरूरतों में इस्तेमाल की जा सकती है।
रीवा को मेडिकल हब बनाने की दिशा में कदम
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में अब प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है, जहां कुशल एमसीएच प्लास्टिक सर्जन अत्याधुनिक मशीनों से सर्जरी कर रहे हैं। इसके अलावा, रीवा मेडिकल कॉलेज के रिनोवेशन के लिए 322 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं, जिससे अधोसंरचना निर्माण और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
संपर्क जानकारी
यदि आप स्किन डोनेशन या अन्य जानकारी के लिए संपर्क करना चाहते हैं, तो श्यामशाह मेडिकल कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: ssmcrewa.ac.in
अब देखिए स्किन बैंक की तस्वीरें...




