Rewa News : सेमरिया विधायक की शिकायत दबाई : फर्जी डिग्री वाले गुर्दवान का नया कारनामा, कार्यपालन यंत्री ने कबूला, रिपोर्ट में हेराफेरी की,रीवा प्रशासन में मचा हड़कंप

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा में पदस्थ कार्यपालन यंत्री तीरथ प्रसाद गुर्दवान एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक सनसनीखेज वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे खुद बैकडेट में कागजों में हेराफेरी कर उपयंत्री अनितराज सिंह को सस्पेंड होने से बचाने की बात स्वीकारते नजर आ रहे हैं।

विधायक की शिकायत दबाने का दावा
वीडियो में गुर्दवान दावा करते दिख रहे हैं कि उन्होंने सेमरिया विधायक अभय मिश्रा की शिकायत पर कार्रवाई को टालते हुए जांच रिपोर्ट तक में फेरबदल कर दिया। गुर्दवान ने कहा — "मैं नहीं चाहता था कि मेरी कलम से किसी की नौकरी चली जाए।"

जनता और विधायकों की शिकायतें भी दबाईं!
वीडियो में यंत्री ने ये भी माना कि ना सिर्फ उपयंत्री को बचाया बल्कि जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को भी अनदेखा किया। उनका कबूलनामा सिर्फ दस्तावेजी हेराफेरी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि प्रशासनिक तंत्र की कार्यशैली पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर गया।

पहले से ही फर्जी डिग्री के मामले में फंसे
टीपी गुर्दवान पर पहले ही एएमआईई (सिविल इंजीनियरिंग) और एमए (सोशियोलॉजी) की फर्जी डिग्रियां लेने के आरोप सिद्ध हो चुके हैं। रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद की जांच में ये आरोप सही पाए गए थे। रिपोर्ट प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को भेजी जा चुकी है।

कमिश्नर कार्यालय में 3 महीने दबाकर रखी गई थी फाइल
जानकारी के मुताबिक, अधीक्षण यंत्री अतुल चतुर्वेदी ने तीन महीने पहले ही अपना अभिमत देकर फाइल कमिश्नर कार्यालय भेज दी थी, लेकिन उसे जानबूझकर दबा दिया गया। अब यह मामला भी उजागर हो चुका है।

खुद की नौकरी पर खतरा
गुर्दवान इस साल जून के अंत में रिटायर होने वाले हैं, लेकिन रिटायरमेंट से पहले ही इस कबूलनामे ने उनकी नौकरी पर संकट खड़ा कर दिया है। जानकारों का कहना है कि उपयंत्री को बचाते-बचाते गुर्दवान खुद बुरी तरह फंस चुके हैं।

विभाग ने आरोपों को बताया निराधार
हालांकि विभागीय सूत्रों ने इन आरोपों को निराधार बताया है, लेकिन वायरल वीडियो ने प्रशासन की जवाबदेही और पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

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