Rewa News : सेमरिया विधायक की करारी बेइज्जती! भाजपा मीटिंग से गेट आउट, सर्किट हाउस में पुलिस ने रोका : बाहर धरना देकर बोले — लोकतंत्र की हत्या हो रही है

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रविवार शाम सर्किट हाउस में एक सियासी बवाल खड़ा हो गया, जब सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा को प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल की मीटिंग में बुलाया ही नहीं गया। स्थानांतरण नीति जैसे अहम मुद्दे पर प्रशासनिक अफसर, भाजपा विधायक और पार्टी जिलाध्यक्ष तो बुलाए गए, लेकिन विपक्ष के विधायक को आमंत्रण देना जरूरी नहीं समझा गया। 

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विधायक अभय मिश्रा जब सर्किट हाउस पहुंचे और मीटिंग में जाने का प्रयास किया, तो गेट पर तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया। नाराज़ विधायक ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा और पार्टी नेताओं के साथ वहीं धरना दे दिया। सर्किट हाउस के बाहर ज़मीन पर बैठकर कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज कराया।

विधायक बोले — ‘जनता की आवाज़ उठाने का हक़ छीना जा रहा, ये लोकतंत्र की हत्या है’
अभय मिश्रा ने कहा —
"सरकार ने हमें जनता का प्रतिनिधि चुना है, ताकि हम जनता के मुद्दे सरकार तक रख सकें। ट्रांसफर नीति और जिले के अहम मसलों पर बैठक हो रही है और विपक्ष को बाहर कर दिया गया। क्या प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल सिर्फ भाजपा विधायकों के प्रभारी हैं? क्या सेमरिया विधानसभा रीवा जिले में नहीं आती?"

उन्होंने कहा कि कलेक्टर से भी बात की, तो उन्होंने ऊपर से आदेश होने की बात कह दी। अब लोकतंत्र में विपक्ष का मंच भी छीनने की कोशिश हो रही है।

प्रभारी मंत्री की सफाई — ‘भाजपा की कोर कमेटी मीटिंग थी’
हंगामे के बाद प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल ने बयान दिया कि "ये बैठक भाजपा की कोर कमेटी की थी, इसलिए कांग्रेस विधायक को बुलाने का सवाल ही नहीं उठता। जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह झूठे हैं।"

कांग्रेस का तीखा हमला
घटना के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ बताया। पार्टी नेताओं ने कहा —
"जब जिले में ट्रांसफर नीति जैसे मुद्दे पर बैठक हो और उसमें विपक्ष को ना बुलाया जाए, तो ये लोकतंत्र का अपमान है। रीवा में लोकतंत्र की खुली हत्या की जा रही है।"

पुलिस बल तैनात, माहौल गरमाया
घटना के दौरान सर्किट हाउस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दोनों पक्षों के बीच माहौल तनावपूर्ण बना रहा।

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