रीवा: शिक्षा के मंदिर में दाग, टीआरएस कॉलेज के शिक्षक का शराब के नशे में वीडियो वायरल "

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा में शिक्षा के क्षेत्र को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर और शिक्षा जगत में हलचल मचा दी है। शहर के प्रतिष्ठित टीआरएस महाविद्यालय के एक शिक्षक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह एक ठेले पर बैठे हुए हैं और उनके पास शराब का जाम रखा हुआ है। शिक्षक का यह कृत्य न केवल उनके पद की गरिमा के खिलाफ है, बल्कि छात्रों और समाज के लिए भी एक गलत संदेश देता है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। एक शिक्षक, जो छात्रों के लिए आदर्श होता है, का इस तरह का आचरण शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े करता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद, उच्च शिक्षा विभाग ने तत्काल सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जबकि छात्र संगठन ने भी इस शिक्षक के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

क्या है पूरा मामला? कैसे सामने आया वीडियो?
टीआरएस महाविद्यालय के शिक्षक का वीडियो क्यों वायरल हुआ? यह घटना बुधवार को सामने आई, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने अपनी कार के भीतर से इस शिक्षक का वीडियो बनाया। वीडियो में शिक्षक टीआरएस महाविद्यालय के पास एक ठेले पर संदिग्ध अवस्था में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में स्पष्ट रूप से उनके पास एक गिलास रखा हुआ है, जिसमें कथित तौर पर शराब है। यह वीडियो तुरंत ही मीडिया और उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक तक पहुंचा, जिसके बाद इस पर संज्ञान लिया गया।

यह वीडियो एक बड़ा सबूत है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि शिक्षक ने सार्वजनिक स्थान पर अशोभनीय आचरण किया है। यह किसी भी शैक्षणिक संस्थान के नियमों और नैतिकता के खिलाफ है। इस घटना ने शिक्षकों के आचरण और उनके पद की जिम्मेदारियों पर गंभीर बहस छेड़ दी है।

उच्च शिक्षा विभाग ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
उच्च शिक्षा विभाग इस मामले में क्या करेगा? वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद, उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने टीआरएस महाविद्यालय के प्राचार्य को तत्काल संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह निर्देश इस बात का संकेत है कि विभाग इस तरह की अनुशासनहीनता को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।

हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि प्राचार्य ने क्या कार्रवाई की है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि शिक्षक को उनकी इस हरकत के लिए कड़ी सजा दी जाएगी, जिसमें उन्हें सेवा से बर्खास्त करना भी शामिल हो सकता है। यह कार्रवाई भविष्य में अन्य शिक्षकों के लिए एक मिसाल कायम करेगी ताकि वे अपने आचरण को लेकर अधिक सतर्क रहें।

छात्र संगठन ने किया कड़ा विरोध, लगाए गंभीर आरोप
छात्रों ने शिक्षक के खिलाफ क्या कहा? वीडियो के सामने आने के बाद छात्र संगठनों में भारी आक्रोश है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के जिला संयोजक पीएन पांडेय ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। छात्र संगठन ने पूरे कॉलेज परिसर में शिक्षक के खिलाफ पोस्टर चस्पा कर दिए हैं, जिसमें उनकी इस हरकत को शर्मनाक बताया गया है।

छात्र नेताओं ने मांग की है कि ऐसे शिक्षक को तत्काल सेवा से बर्खास्त कर देना चाहिए, क्योंकि उनका यह कृत्य शिक्षक पद की गरिमा को धूमिल करता है। उनका मानना है कि जो व्यक्ति खुद सार्वजनिक स्थान पर इस तरह का आचरण करता है, वह छात्रों को सही रास्ता नहीं दिखा सकता।

शिक्षक के खिलाफ लगे अन्य आरोप
क्या शिक्षक पर पहले भी ऐसे आरोप लगे हैं? विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक पीएन पांडेय ने बताया कि यह शिक्षक पहले भी कई विवादों में फंस चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस शिक्षक के खिलाफ पहले भी छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें मिल चुकी हैं। हालांकि, इन शिकायतों पर क्या कार्रवाई हुई थी, इसकी जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। लेकिन, अगर ये आरोप सही हैं, तो यह मामला और भी गंभीर हो जाता है।

एक शिक्षक का छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करना एक अक्षम्य अपराध है। अगर यह आरोप सच साबित होते हैं, तो यह साबित हो जाएगा कि शिक्षक पद की गरिमा को उन्होंने पहले भी तार-तार किया है। इस मामले में पुलिस और शिक्षा विभाग दोनों को मिलकर जांच करनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

शिक्षक पद की गरिमा और समाज पर इसका प्रभाव
एक शिक्षक को क्या नहीं करना चाहिए? शिक्षक को समाज में एक आदर्श और मार्गदर्शक के रूप में देखा जाता है। वे सिर्फ किताबें नहीं पढ़ाते, बल्कि छात्रों को नैतिक मूल्यों, अनुशासन और सम्मान का पाठ भी पढ़ाते हैं। जब एक शिक्षक खुद ऐसे आचरण में लिप्त होता है, तो वह न केवल अपने पेशे का अपमान करता है, बल्कि पूरे समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

यह घटना बताती है कि नैतिक मूल्यों का पतन किस स्तर तक हो रहा है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में कोई भी शिक्षक इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

निष्कर्ष
आगे क्या होगी कार्रवाई? रीवा के टीआरएस महाविद्यालय के शिक्षक का यह वीडियो एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की जरूरत है। उच्च शिक्षा विभाग और महाविद्यालय प्रशासन को इस मामले में पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए और शिक्षक के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक करना चाहिए। इससे लोगों का शिक्षा प्रणाली पर विश्वास बना रहेगा। साथ ही, यह घटना पुलिस के लिए भी एक सबक है कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

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