रीवा के जनकहाई गांव में बाढ़ के पानी में फंसे 13 लोगों का 7 घंटे चला सफल रेस्क्यू ऑपरेशन

 
dg

रीवा, मध्य प्रदेश: रीवा जिले की जवा तहसील के जनकहाई गांव में शुक्रवार रात बाढ़ के पानी के बीच एक छत पर फंसे 13 लोगों को होमगार्ड और एनडीआरएफ (NDRF) की संयुक्त टीम ने लगभग 7 घंटे चले रेस्क्यू अभियान के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया। यह अभियान शुक्रवार रात करीब 8:45 बजे तक जारी रहा।

रेस्क्यू अभियान का विवरण

बाढ़ में फंसे इन लोगों में महिलाएं और एक बच्ची भी शामिल थी, जो जनकहाई गांव में अपने घर के पहले माले पर फंसी हुई थीं। बचाव दल, जिसमें डीआरसी (DRC) पटेहरा की होमगार्ड टीम और एनडीआरएफ के जवान शामिल थे, को मौके तक पहुंचने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्हें महाना नदी, तमस नदी और ओड्डा नाला को पार करना पड़ा, जो उफान पर थे। डीआरसी के जवान नीरज तिवारी ने बताया कि टीम ने बड़ी मुश्किल से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र तक पहुंच बनाई और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

प्रशासन की तत्परता और सूचना तंत्र

यह रेस्क्यू अभियान तब शुरू हुआ जब भोपाल स्थित स्टेट कमांड सेंटर से जिला सेनानी एवं आपदा प्रबंधन प्रभारी मीनाक्षी चौहान को बाढ़ में फंसे लोगों की सूचना मिली। सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत एनडीआरएफ टीम को जनकहाई गांव के लिए रवाना कर दिया।

जवा थाना प्रभारी कमलेश साहू ने पुष्टि की कि सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। वहीं, एसडीआरएफ (SDRF) प्रभारी विकास पांडे ने बताया कि मुख्यालय और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर हर घटनाक्रम पर लगातार नजर रखी जा रही है, और आवश्यकतानुसार बल तथा संसाधन भेजे जा रहे हैं।

बाढ़ का कारण

बताया गया है कि महाना नदी और ओड्डा नदी का तेज बहाव तमस नदी के उफान के कारण रुक गया था, जिससे जनकहाई गांव में बैक वॉटर भर गया और निचले इलाके जलमग्न हो गए, जिसके परिणामस्वरूप लोग अपने घरों की छतों पर फंस गए।

रेस्क्यू किए गए लोगों की सूची

रेस्क्यू किए गए 13 लोगों में से 10 की पहचान कर ली गई है:

  1. भोला पटेल (65 वर्ष)

  2. चंद्रपाल पटेल (80 वर्ष)

  3. सत्यम सिंह (18 वर्ष)

  4. कैलाशिया पटेल (60 वर्ष)

  5. अनीता सिंह (30 वर्ष)

  6. ज्ञानेंद्र पटेल (12 वर्ष)

  7. शिवानी पटेल (18 वर्ष)

  8. रेनू सिंह (30 वर्ष)

  9. संगीता सिंह (10 वर्ष)

  10. राम खेलावन पटेल (60 वर्ष)

यह सफल रेस्क्यू ऑपरेशन आपदा के समय प्रशासन और बचाव दलों के समन्वय और समर्पण को दर्शाता है।

Related Topics

Latest News