SURVEY REPORT : कोरोना ने हर मोर्चे पर बिगाड़ी मध्य प्रदेश की आर्थिक सेहत : पढ़िए

 

     

भोपाल। स्टेट ब्यूरो। प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे मध्य प्रदेश की आर्थिक सेहत कोरोना ने हर मोर्चे पर बिगाड़ी है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति सालाना आय में 4.71 प्रतिशत की कमी आई है यानी 4,870 रुपये की गिरावट। वर्ष 2019-20 में प्रचलित भावों के आधार पर राज्य की शुद्ध प्रति व्यक्ति आय 1,03,288 रुपये थी, जो वर्ष 2020-21 (अग्रिम) में 98,418 हो गई है। वर्ष 2011-12 के स्थिर भाव के आधार पर देखें तो यह 62,236 रुपये से 58,425 रह गई यानी 6.12 प्रतिशत सालाना घटी है। इधर 2019-20 में 7.62 फीसद विकास दर की तुलना में इस साल 3.37 फीसद की कमी का अनमान है। हालांकि, फसल क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई है। यह जानकारी सोमवार को बजट से पहले आई मध्य प्रदेश की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सामने आई है।

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आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट में बताया गया कि मध्य प्रदेश 2004-05 से राजस्व आधिक्य प्रदेश रहा है लेकिन अब घाटे की स्थिति है। वर्ष 2020-21 के बजट के अनुसार राज्य प्राप्तियां 1,36,596.36 करोड़ रुपये रहना अनुमानित है। यह पिछले साल की तुलना में 8.05 प्रतिशत कम है। बैंक शाखाओं में जमा अनुपात में प्रथम छमाही में 4.47 प्रतिशत की कमी आई है।

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औद्योगिक विकास दर में 3.90 फीसद की कमी आई है। वर्ष 2019-20 में 2.88 लाख सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना हुई, जिसमें 19,242 करोड़ रुपये का पूंजी न‍िवेश हुआ। राज्य के रोजगार कार्यालयों में शिक्षित बेरोजगार आवेदकों की संख्या वर्ष 2019 के अंत में 29.33 लाख थी, जो वर्ष 2020 के अंत में घटकर 23.08 लाख रह गई। 2019 में जहां 360 आवेदकों को रोजगार दिया गया था, वहीं इस साल 3,605 को रोजगार दिलाया गया। कारखानों में काम करने वालों की संख्या 6.59 लाख है। मनरेगा में 45.77 लाख परिवारों के 84.19 लाख श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध्ा कराया गया। 1.35 लाख परिवारों को सौ दिन का काम मिला।

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कोरोना और प्राकृतिक आपदा

देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश के जो मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे थे, उन्हें खाद्यान्न्, दवा और रहने की व्यवस्था के लिए 15.50 करोड़ रुपये से ज्यादा खातों में सीधे जमा करावाए। रेल से श्रमिकों को वापस लाने पर सात करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं, ओला पीड़ितों को 166 करोड़, अग्नि पीड़ितों को 12.40 करोड़, राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रविधानों के तहत 770 करोड़ रुपये की सहायता दी गई। पर्यटन क्षेत्र पर कोरोना महामारी का असर पड़ा है, जिससे पर्यटन विकास निगम को नुकसान हुआ है।

रिकॉर्ड 129 लाख टन गेहूं खरीदा

रिपोर्ट में बताया कि समर्थन मूल्य पर रबी और खरीफ फसलों की खरीद लगातार बढ़ रही है। 2019-20 में जहां 73.70 लाख टन गेहूं खरीदा गया था, वह बढ़कर 2020-21 में 129.42 लाख टन हो गया। 15.81 लाख किसानों से यह खरीद की गई और उन्हें 24,806 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जो पिछले साल से 11, 246 करोड़ स्र्पये अध‍िक धान का उपार्जन भी 38 लाख टन हुआ।

अंडा उत्पादन में 11, मांस में नौ और दुग्ध उत्पादन में 7.55 प्रतिशत की वृद्धि

प्रदेश में दुग्ध, मांस और अंडा उत्पादन में वृद्धि हो रही है। दुग्ध उत्पादन 2019-20 में 17,109 टन हो गया, जो पिछले साल की तुलना में 7.55 प्रतिशत अधि‍क है। वहीं, अंडा उत्पादन 2019-20 में 23,794 लाख हो गया। वर्ष 2018-19 के मुकाबले यह वृद्धि 11.02 प्रतिशत की रही। इसी तरह मांस का उत्पादन 9.34 फीसद की वृद्धि के साथ 107 हजार टन हो गया। 2.74 लाख परिवारों को 24,660 महिला स्वसहायता समूहों से जोड़ा गया। 46,207 समहों को 599 करोड़ रुपये का ऋण नवंबर 2020 तक दिलाया गया। 44,490 ग्राीमण बेरोजगार युवाओं को प्रतिशत और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए।

प्रति व्यक्ति व्यक्ति आय की स्थिति

वर्ष- आय

2011-12 - 38,497

2012-13 - 44,773

2013-14- 51,849

2014-15- 55, 678

2015-16- 62,080

2016-17- 74,324

2017-18- 81,973

2018-19- 90,487

2019-20- 1,03,288

2020-21(अग्रिम)- 98,418

गिरावट का अनुमान था

विकास दर और प्रति व्यक्ति आय में कमी अनुमानित ही थी। कोरोना संक्रमण की वजह से आर्थिक गतिविध्ाियां ठप थी। न तो उद्योग चल रहे थे और न ही सेवा क्षेत्र में कोई काम हो रहा था। इसका असर विकास दर पर पड़ना ही था। पूरे देश में यह स्थिति बनी है। इसका असर जाने में समय भी लगेगा। हालांकि, सुध्ाार तेजी के साथ हो रहा है।   केएस शर्मा पूर्व मुख्य सचिव