क्या आप पहली बार सेक्स करने जा रहे हैं? तो तैयार होने के लिए ये रहा एक छोटा सा चेकलिस्ट!

 


क्या आप पहली बार किसी के साथ सेक्स करने वाले हैंउत्साहित भी हैं और नर्वस भीकन्फ्यूज्ड भीयह रहा एक आसान सा चेकलिस्ट जो इस प्रोसेस में आपकी मदद करेगा।

 

क्या इससे दर्द होगा?

कुछ लोगों के लिएपहली बार सम्भोग (penetrative सेक्स- जिसमें शिश्न योनी के अंदर जाता हैकरना दर्दनाक होता है। लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता। जब तक आप पूरी तरह से तैयार ना होउत्तेजना चरमसीमा पे ना पहुँची होतब तक जल्दबाज़ी करने की कोई ज़रूरत नहीं है। सम्भोग या एनल (anal) सेक्स के दौरान लुब्रिकेशन (lubrication) का प्रयोग करना और एक दूसरे के साथ आराम से पेश आनाये सब पहली बार के सेक्स को आसान बना देता हैऔर काफी आनंद दायक भी!

क्या खून भी निकलेगा?

यह हर बार या हर किसी के साथ नहीं होता। अगर वजाइना (vagina/योनीहै तो सम्भोग के दौरान हैमेन (hymen ) फट भी सकता है और उस से थोड़ा बहुत खून भी निकल सकता है। आक्रामक (rough) तरीके से किये हुए सम्भोग या एनल (anal) सेक्स में भी खून निकल सकता है। अगर सेक्स करते में ज़रा सी भी असुविधा या दर्द होतो वहीँ रुक जाएँऔर मन करे तो बाद में फिर से शुरू करें।

ध्यान दें: लोगों का कहना कि खून निकलना ही वर्जिन (virgin- जिसने पहले सम्भोग ना किया होहोने का संकेत है–  ना ही यह सच है और ना ही जरूरी!

 

तो मुझे क्या करना चाहिए?

सेक्स का मतलब सिर्फ यह नहीं कि पीनिस (penis/शिश्न को वजाइना (vagina) में डाल दिया जाएहै ना? अंग्रेज़ी में जिसे इंटरकोर्स का नाम देते हैं, वो संभोग सेक्स का एक हिस्सा हैलेकिन ऐसी कई दूसरी चीजें भी हैं जो सेक्स का सुंदर हिस्सा हैं। जैसे कि हाथ पकड़नाकिस करनाकिसी के सामने कपड़े उतारनाकिसी के शरीर को छूनागले लगाना– ये सभी चीजें उत्तेजित करती हैं।

चलिए इसे आउटरकोर्स (outercourse) का नाम देते हैं। और इस तरह और बातों को भी इस सिलेबस में जोड़ देते हैं! आउटरकोर्स यानी ऐसा सम्भोग जो आपको यह पता लगाने में मदद करता है कि आपको क्या पसंद हैआप किस चीज में कम्फ़र्टेबल महसूस करते हैं। आप सेक्स को एक से अधिक हिस्से में भी बाँट सकते हैं। जैसे कि एक दिन किस करना और गले लगाना और बाकी चीज़ें किसी और दिन।

 

क्या मैं सचमुच ये चाहता/ चाहती हूँ?

मानसिक तौर पे तैयार होने से पहले ही सेक्सुअली (sexually) एक्टिव होना आपको कूल (cool) नहीं बनाएगाये तो पक्का है। अपने दोस्तों और दोस्त जैसे दुश्मनों की बातों पे ध्यान मत दो। फिल्मों और वीडियोस में दिखाए जाने वाले फ़ालतू दबाव को भूल जाओ। बस खुद से पूछो: “क्या मैं उस व्यक्ति के साथ सेक्स करना चाहता/ चाहती हूँ?”

अगर जवाब में “बिलकुल” के बजाय “शायद” हैतो फिर इंतज़ार करने में कोई हर्ज़ नहीं। और अगर सवाल ये है कि आपको किस हद तक आगे बढ़ना चाहिएइसके लिए पिछले प्रश्न देखें – कि आउटरकोर्स (outercourse) के बारे में क्या कहा गया है!

क्या मेरा पार्टनर भी यही चाहता है?

यह अच्छा सवाल हैदूसरे कुछ अच्छे सवाल ऐसे होते हैं  – “क्या हम ये कर सकते हैं?” “क्या हमें ये करना चाहिए?” उसके बाद पूछें कि “क्या आप श्योर (sure) हैं?” बिन बोलेदिए जाने वाले इशारों पर भी ध्यान दें  – क्या आपके साथी असहज लग रहे हैंबिलकुल तन कर बैठे हैं या रूखे से लग रहे हैं ? और आपको यह भी तो पता है  कि जरूरी नहीं है कि एक बार की हाँ या ना पा लेना काफी नहीं है। ज़रूरी नहीं कि वो हर बार के लिए हां या ना के रूप में तय हो गई हो। किसी को मजबूर ना करेंठीक वैसे ही  जैसे आप नहीं चाहेंगे की कोई आपको मजबूर करे।

 

क्या मेरा सेक्स करना लीगल (legal) है

आप जो भी जेंडर के हों और आपका जिस भी जेंडर के प्रति सेक्स को लेकर झुकाव होसेक्स करना बिल्कुल गलत नहीं है जब तक कि आपका पार्टनर भी इसके लिए राज़ी है। इसे कोनसेन्सुअल (consensual), यानी सहमति से किया जाने वाला सेक्स कहते हैं।

जहाँ तक उम्र की बात हैकानूनन १८ साल से कम उम्र के व्यक्ति के साथ सेक्स करनाया फिर १८ साल से कम उम्र के लोगों के बीच सेक्स होनाभारत में गैरकानूनी माना जाता हैभले ही वो कोनसेन्सुअल सेक्स हो/ सहमति के साथ किया गया हो।

 

क्या मुझे पूछना चाहिए– कंडोम है क्या?

नहीं। आप अपने पास कंडोम रखेंचाहे आप पुरुष हों या महिला। कंडोम ही सेक्स में आपका सबसे अच्छा मार्गदर्शक (wingperson) हैआपका सबसे करीबी  चड्डीबड्डी (chaddi-buddy) है। यह सिर्फ प्रेगनेंसी (pregnancy) से बचने में ही मदद नहीं करता है – यह क्लैमाइडिया (chlamydia), सिफिलिस (syphilis) और एचआईवी (HIV) जैसे यौन संक्रमित इन्फेक्शन्स (infections) को भी फैलने से रोकता है। सेक्स करने में मज़ा ही क्या अगर उस कारण से हम बीमार पड़ जाएं?

कंडोम का उपयोग संभोग,ओरल (oral-मुख द्वारा) सेक्स और एनल (anal- गुदा द्वारा) सेक्स के लिए किया जा सकता हैजहांजहां पीनिस/शिश्न का रोल है। जहाँ ओरल सेक्स में वजाईना/योनि

शामिल होवहां डेंटल डैम (dental dam) का प्रयोग करें। और सेक्स के बीच मेंएक राउंड से दूसरे राउंड के बीच भी कंडोम बदलें।

 

मैं अपने शरीर को कैसे तैयार करूँसुंदरता वगैरह में?

दूध या तेल या इत्र में तैरने की ज़रूरत नहीं है – नहाओअपने गुप्तांगों को साफ रखो और अपने दाँत ब्रश करो – ये मूल बातें हैं। आप कैसे दिखते हैंइसके बारे में आप बहुत सोचते होंगेलेकिन ये कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो अच्छे सेक्स में रुकावट नहीं लातीशरीर के बालप्यूबिक हेयर (pubic hair – जननांगो के बाल), छोटू या मोटू शरीर। उसके आगेआप और आपका पार्टनर यह पता कर सकते हैं कि आपकी अपनी पसंद (preferences) क्या हैं – लेकिन बॉडी शेमिंग (body shaming- किसी के शरीर को तुच्छ बतानाऔर बॉडी हेटिंग (body hating- अपने शरीर से घृणा करना) अच्छे सेक्स के रास्ते में ज़रूर रुकावट डाल सकते हैं।

 

क्या यह फिल्मों की तरह होगा – कम से कम थोड़ाबहुत ही सही?

कौन सी फिल्मपोर्न (porn) फिल्म या गैरपोर्न (non-porn) फिल्म –  यह याद रखें कि उन पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। आपका पार्टनर शायद वैसी आवाज़ें ना निकाले जैसा पोर्न फिल्मों में लोग निकालते हैं। शायद आप उसी समय फिर से सेक्स करना चाहें। हो सकता है कि आपको लगे कि आप सेक्स का उतना आनंद नहीं उठा रहे हैं जितना आपने सोचा थाऔर इसलिए ब्रेक लेना चाहेंगे। जैसा सोचा होचीज़ें उस से अलग हो सकती हैंइसमें कोई बुराई भी नहींहो सकता है कि आपको उन्माद (orgasm) के लिए 5 मिनट ही लगे या फिर 15 या 50  मिनट। या फिर उन्माद मिले ही नहीं। तो अगर इसमें आपको मज़ा  रहा हैफिर ट्राई करने में क्या हर्ज़ है?

यहां कुछ अजीबोगरीब आइडियाज (ideas) हैं जो लोगों को पोर्न (porn) से मिले हैंलेकिन जो असल ज़िन्दगी में नहीं होते हैं।

 

लोकेशन सेटअप किया?

क्या आपके पास सेक्स करने के लिए ऐसी कोई सुरक्षित जगह हैजहां आप और आपके पार्टनर को पूरी प्राइवेसी (privacy) मिलेक्या आपके पास वो सब करने के लिए पर्याप्त समय होगा जो सब आप करना चाहते हैंक्या वो जगह साफसुथरी हैइस सब के लिए थोड़ी सी प्लानिंग करना  भूलें!