GOOD NEWS : यात्रीगण कृपया ध्यान दें ! : दिवाली-दशहरे पर रेलवे चलाएगा विशेष ट्रेनें

 
                     
भोपाल। कोरोना वायरस के चलते भारतीय रेलवे ने नियमित ट्रेनों को बंद करके रखा हुआ है। अभी केवल स्पेशल ट्रेन ही चल रही हैं। बात भोपाल की करें तो यहां पर शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस व जनशताब्दी एक्सप्रेस के अलावा अप-डाउन की 22 ट्रेनें रोज गुजरती हैं। वहीं अब जब फेस्टिवल टाइम आने वाला है तो, भारतीय रेलवे जल्‍द ही करीब 100 और ट्रेनें चलाने की योजना है. दशहरा-दिवाली को देखते हुए रेलवे जल्द ही इसका ऐलान कर सकता है। 


फिलहाल अभी भोपाल स्टेशन से कुशीनगर एक्स. गोरखपुर से एलटीटी मुंबई, कामायनी एक्स. वाराणसी से एलटीटी मुंबई, भोपाल एक्स. हबीबगंज से हजरत निजामुद्दीन, पुष्पक एक्स. लखनऊ से मुंबई सीएसटी, मंगला-लक्ष्यदीप एक्स. हजरत निजामुद्दीन से एर्नाकुलम, सचखंड एक्स. अमृतसर से हुजूर साहेब नांदेड़, गोरखपुर-एलटीटी एक्स. गोरखपुर से एलटीटी मुंबई गोवा एक्स. हजरत निजामुद्दीन से वास्कोडिगामा, जनशताब्दी एक्स. हबीबगंज से जबलपुर, तेलंगाना एक्स. नई दिल्ली से हैदराबाद, दूरंतों एक्स. सिकंदराबाद से निजामुद्दीन, संपर्क क्रांति एक्स. निजामुद्दीन से यशवंतपुर, एपी एक्स. नई दिल्ली से विशाखापट्टनम गुजर रही हैं। आने वाले समय में फेस्टिवल को देखते हुए ट्रेनों की संख्या बढ़ भी सकती है।


रेलवे देश के 109 मार्गो पर 150 निजी ट्रेनें चलाएगा,  2023 में शुरू होगी
हालांकि अब सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से 100 नई ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी है। रेलवे जीरो-बेस्‍ड टाइम टेबल जारी करेगा तो इन ट्रेनों के समय में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। साथ ही एक राज्य से दूसरे राज्य में चलाई जाने वाली इन ट्रेनों को लेकर राज्य सरकारों से भी अनुमति मांगी जाएगी। इसमें मध्यप्रदेश को भी कई ट्रेनें मिल सकती हैं।

चल सकती हैं 100 स्पेशल ट्रेनें

बता दें कि भारतीय रेलवे दशहरा और दीवाली जैसे त्योहार के मद्देनजर 100 स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सकता है। इसके साथ ही राज्य के अंदर भी कुछ ट्रेनें शुरू की जा सकती हैं। इन सभी को 'स्‍पेशल ट्रेन' की तरह चलाया जा रहा है। जिन 100 ट्रेनों को चलाने की तैयारी है, उन्‍हें भी 'स्‍पेशल' कैटेगरी में ही रखा जाएगा। हालांकि रेलवे ने अभी नई ट्रेनों की संख्या नहीं बताई है।


बांग्लादेश के लिए स्पेशल मालगाड़ी

राजधानी में हर दिन दो करोड़ रुपए से ज्यादा राजस्व देने वाले रेलवे सोर्स ठप पड़ गए हैं। प्लेटफार्म टिकट और टिकट चैकिंग और अन्य आय से शून्य हो गई है। इस मंदी से उबरने के लिये रेलवे के अफसरों ने यात्री ट्रेनों का घाटा मालगाड़ियों से कवर करने की रणनीति बनाई है। जिससे अगस्त माह में ही कमाई दोगुनी रफ्तार से बढ़ेगी। कुछ ही दिनों के अंदर भोपाल, मंडीदीप स्टेशन से बांग्लादेश के लिए स्पेशल मालगाड़ी चलाई जाएगी। इसकी सहमति रेलवे बोर्ड और गृह मंत्रालय से प्राप्त हो गई है।