REWA : मुंबई-सूरत से लौटने वाले को संदेह की नजर से देख रहे पड़ोसी, मांग रहे मेडिकल सर्टिफिकेट

 
REWA : मुंबई-सूरत से लौटने वाले को संदेह की नजर से देख रहे पड़ोसी, मांग रहे मेडिकल सर्टिफिकेट

रीवा. जिले में दिल्ली, मुंबई, सूरत सहित अन्य प्रदेश से लौट रहे लोगों को लेकर अभी भी शहरी ओर ग्रामीण भयभीत हैं। यही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में कई जगहों पर बाहर से आने वालों से स्वास्थ्य चेकअप का प्रमाण पत्र मांग रहे हैं।

कंट्रोलरूम पर फोन कर पड़ोस में आने वाले की की दे रहे सूचना
शहर के आदर्श नगर से कंट्रोलरूम में सूचना दी गई कि पवार गैस के पीछे जितेन्द्र सेन नाम का युवक मुंबई से लौटकर आया है। अभी तक स्वास्थ्य चेकअप नहीं कराया है। मोहल्ले में उमेश किराना के बगले में घर है। स्क्रीनिंग नहीं होने से मोहल्ले के लोग भयभीत हैं। मनगवां क्षेत्र में चार दिन पहले दिल्ली, मुंबई से दर्जनों की संख्या में युवक लौटकर आए हैं। पड़ोसी स्वास्थ्य चेकअप का प्रमण पत्र मांग रहे हैं। यहां तक कि बाहर से आए लोगों के घर के सामने ग्रामीण निकलना बंद कर दिया है। सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय का दावा है कि जिले में स्क्रीनिंग टीमें घूम रहीं हैं। पंचायतों से सूचना मिलने पर मौके पर जा रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में दस हजार लोगों की हो चुकी स्क्रीनिंग
ग्रामीण क्षेत्र में अब तक लगभग दस हजार लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। शहरी क्षेत्र में सूचना मिलने पर फौरन स्क्रीनिंग कमेटी की टीम पहुूंच रही है। शहर में स्क्रीनिंग के लिए चार टीमें लगी हैं। भीड़ वाले क्षेत्र में दो टीमो को स्पेशल रूप से लगाया गया है। सिरमौर क्षेत्र के बधरा, बड़ागांव, मटीमा, पटेहरा, थबरिया आदि गंावों के युवकों की सोसल मीडिया पर स्क्रीनिंग के प्रमाण पत्र की फोटो वायरल हो रही है। युवकों ने सोसल मीडिया पर लिखा है कि बस्ती में लोगों को स्वास्थ्य चेकअप का प्रमाण पत्र दिखाना पड़ रहा है। विदेश और देश के विभिन्न शहरों से लौटे युवक स्क्रीनिंग के लिए ओपीडी में पहुंचे। स्क्रीनिंग के दौरान कुछ लोग चिकित्सकों से अपनी दास्ता सुना रहे हैं।

14 दिन तक अलग से रहने की सलाह
शहर में मेडिकल आफिसर डॉ. मोहम्मद तारिक अंसारी दल के साथ कई जगहों पर स्क्रीनिंग के लिए पहुंचे। सभी को सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही है। इसी तरह सभी दल के बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। मामूली सर्दी, जुकाम आदि के लक्षण पाए जाने पर चिकित्सक आइसोलेशन में 14 दिन तक परिवार से अलग कमरे में रहने की सलाह दे रहे हैं। साबुन से हाथ धुलने के साथ ही सेनेटाइज करने का भी सुझाव देते हैं। एहतियातन ऐसे लोगों को 28 दिन तक लोगों से दूरी बनाए जाने की जानकारी दे रहे हैं।

आदिवासी बस्ती में घरों से नहीं निकल रहे बाहर से लौटे युवक
जिले के तराई अंचल सहित हनुमना, मऊगंज क्षेत्र के आदिवासी बस्तियों में सरपंच की सूचना पर स्क्रीनिंग के लिए युवक घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। जवा क्षेत्र में कई जगहों पर स्क्रीनिंग टीम जांच के लिए पहुंची तो घर से बाहर ही नहीं निकले। हालांकि बाद सरपंच के हस्तक्षेप पर बाहर निकले और स्क्रीनिंग की गई।

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