AMAZON और FLIPKART की सर्विस शुरू, बरमूडा, स्कर्ट्स और अंडर गारमेंट की सबसे ज्यादा मांग

 
AMAZON और FLIPKART की सर्विस शुरू, बरमूडा, स्कर्ट्स और अंडर गारमेंट की सबसे ज्यादा मांग

ECommerce Companies Amazon और Flipkart ने आज से देश के GREEN और ORANGE ZONE  में गैर जरूरी चीजों की डिलेवरी शुरू कर दी है। इसके बाद लोगों ने तेजी से खरीदी भी शुरू कर दी है। ग्र्दथ्त्दड्ढ च्ण्दृद्रद्रत्दढ़ शुरू होते ही लोगों को गैर जरूर लगने वाली बेहद जरूरी चीजों की जरूरत महसूस हुई है। AMAZON और FLIPKART आज से GARMENTS, SMARTPHONES , MOBILE Accesories और दूसरी गैर-जरूरी वस्तुओं की डिलीवरी शुरू करने जा रही हैं। इससे सैकड़ों छोटे कारोबारियों के कारोबार का पहिया लगभग 40 दिनों के बाद फिर घूमने लगेगा।
यह चीजें हो रहीं सबसे ज्यादा ऑर्डर
ECOMERCE कंपनियों के मुताबिक SUMMER APPERAL  कैटेगरी में उपभोक्ता टी-शर्ट, बरमूडा, स्कर्ट्स व अंडरगामेंट्स को सबसे अधिक सर्च और ऑर्डर कर रहे हैं। पर्सनल ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स में हेयर रिमूवर क्रीम, हेयर क्लिपर्स, ट्रिमर्स तो हाउसहोल्ड प्रोडक्ट्स में मच्छर मारने वाले रैकेट्स, मच्छरदानी, एलईडी बल्ब, प्रेशर कुकर्स, पानी बोतल, बेडशीट व तौलिए जैसे आइटम सबसे अधिक ऑर्डर किए जा रहे हैं। वहीं मोबाइल फोन चार्जर, इयरफोन, डाटा केबल्स जैसी चीजों की भी काफी मांग निकल रही है।
FLIPKART ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कॉरपोरेट अफेयर्स प्रमुख रजनीश कुमार ने बताया, "इस दौरान हम देश के लाख से अधिक से एमएसएमई और विक्रेताओं के संपर्क में हैं जिन्हें, उपभोक्ताओं की मांग के मुताबिक सामान मुहैया कराने के लिए मदद की जा रही है। विक्रेताओं को फिर से बिक्री शुरू करने के लिए ऑनलाइन परामर्श भी दिए जा रहे हैं।"
ऑनलाइन खरीदी को प्राथमिकता
गारमेंट कंपनियों ने बताया कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में ऑनलाइन डिलीवरी शुरू होने से उनका 10 फीसदी उत्पादन शुरू हो सकता है। अब तक तैयार माल बेचने की समस्या थी।
ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील के प्रवक्ता के मुताबिक उनके प्लेटफॉर्म पर कारोबार करने वाले अधिकतर लोग छोटे कारोबारी और एमएसएमई से ताल्लुक रखते हैं। बड़े पैमाने पर ई-कॉमर्स शुरू होने से ऐसे उद्यमियों को तत्काल राहत मिलेगी। स्नैपडील मुख्य रूप से छोटे शहरों में डिलीवरी देती है। छोटे कारोबारियों ने बताया कि ग्रीन जोन में दुकानें खुलने पर भी लोग छोटे-छोटे सामान दुकान पर जाकर खरीदने की जगह ऑनलाइन खरीदना पसंद करेंगे। वजह यह है कि ई-कॉमर्स के जरिये सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ज्यादा आसान है।

Related Topics

Latest News