BHOPAL : डॉक्टर, नर्स की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, गलती छुपाने शव को दूसरे अस्पताल किया रेफर

 
BHOPAL : डॉक्टर, नर्स की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, गलती छुपाने शव को दूसरे अस्पताल किया रेफर

भोपाल। जहां एक ओर कोरोना महामारी से लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ समेत सभी लोगों दिन रात मेहनत कर रहे है,लेकिन वही दूसरी तरफ कुछ डॉक्टर, नर्स की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई। इतना ही नहीं महिला के मौत के बाद अपनी लापरवाही छिपाने के चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ मृत महिला के शरीर में बोतल लगाकर ग्वालियर रेफर कर दिया।

ये है मामला
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंबाह से रेफर होकर आई गर्भवती महिला का जिला अस्पताल में ठीक से इलाज नहीं किया गया इसलिए सोमवार की सुबह 7:30 बजे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ ने अपनी लापरवाही छिपाने के लिए उसको बोतल लगाकर ग्वालियर रेफर कर दिया।

महिला का पीएम करवाया गया
परिजन चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर बंगला पहुंचा। वहां सिटी कोतवाली पुलिस पहुंची और कार्रवाई करने का आश्वासन देकर उनको जिला अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उनको समझाया कि पहले मर्ग कायम होगा, उसकी जांच उपरांत मामला दर्ज होगा। तब परिजन मान गए और महिला का पीएम करवाया गया।

रात को अंबाह अस्पताल ले गए
जानकारी के अनुसार ममता (23) पत्नी संतोष प्रजापति निवासी वार्ड क्रमांक एक हीरो माता रोड अंबाह छह माह की गर्भवती थी। उसका स्वास्थ्य विगड़ा तो रात को अंबाह अस्पताल ले गए। वहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रात नौ बजे मेटरनिटी में भर्ती कराया गया।

चिकित्सक घर में सो रही थीं
महिला के पति संतोष प्रजापति ने बताया कि रात को ड्यूटी चिकित्सक अस्पताल में नहीं थी, वह घर सो रही थीं जबकि नर्सिंग स्टाफ इलाज कर रहा था। उन्होंने रात भर इलाज नहीं किया। सुबह जब मेरी पत्नी की मौत हो गई तब ड्यूटी चिकित्सक अस्पताल आईं और उन्होंने आनन फानन में उसको इंजेक्शन लगाया और बोतल लगाकर सुबह आठ बजे ग्वालियर रेफर कर दिया।

बोतल क्यों लगाई गई
परिजन एम्बूलेंस की व्यवस्था कर रहे थे तब तक जिला अस्पताल की एक सीनियर नर्स आयी उसने देखा कि ये मृत हो चुकी है इसको बोतल क्यों लगाई गई है। तब नर्सिंग स्टाफ उसको मेटरनिंटी में वापस ले गया। जबकि उसको पीएम के लिए भेजना चाहिए थे। उसके बाद प्रजापति समाज के अन्य लोग एकत्रित हो गए और कलेक्टर बंगले का घेराव कर दिया।

महिला को पीएम के लिए ले गए
सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और वहां परिजन को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उनसे बातचीत की। परिजन को समझाया कि पहले मर्ग कायम होगा फिर जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी। परिजन समझ गए और दोपहर करीब तीन बजे महिला को पीएम के लिए ले गए।

चार चिकित्सकों की टीम करेगी जांच
मेटरनिटी में इलाज के दौरान मृत हुई गर्भवती महिला के मामले की जांच चार चिकित्सकों की टीम करेगी। इसमें डॉ. विनोद गुप्ता, डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर, डॉ. धर्मेन्द्र गुप्ता, डॉ. गजेन्द्र कुशवाह शामिल हैं। इस टीम को सात दिन में जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को प्रस्तुत करनी होगी।

मेटरनिटी से पता चला है कि महिला को ब्लीडिंग हो रही थी। सुबह साढ़े सात बजे उसकी मौत हो गई है। इस मामले की जांच के लिए चार चिकित्सकों की टीम गठित कर दी है, उसको सात दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अशोक गुप्ता, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल

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