CBSE अगस्त या सितंबर से प्रारंभ करेगा स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन

 
CBSE अगस्त या सितंबर से प्रारंभ करेगा स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नवीं और ग्यारहवीं के विद्यार्थियों के पंजीयन जुलाई अंत या अगस्त में प्रारंभ करेगा। ये विद्यार्थी वर्ष 2022 में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देंगे। पंजीकृत विद्यार्थी ही परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे।

सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का नवीं और बारहवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का ग्यारहवीं में पंजीयन किया जाता है। इसके तहत नाम, माता-पिता, जन्म तिथि, स्कूल, विषय और अन्य सूचनाएं शामिल होती हैं। वर्ष 2022 में दसवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी इस बार नवीं और ग्यारहवीं कक्षा में अध्ययरत हैं।

इन विद्यार्थियों के पंजीयन अगस्त या सितंबर से प्रारंभ होंगे। इनमें अजमेर, नई दिल्ली, इलाहाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, देहरादून, पंचकुला, गुवाहाटी, पटना, भुवनेश्वर, बेंगलूरू, चंडीगढ़, भोपाल, नोएडा, पुणे एवं दिल्ली वेस्ट रीजन के विद्यार्थी शामिल होंगे। विद्यार्थियों के पंजीयन के अलावा दसवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों के सालाना परीक्षा फार्म भी अगस्त-सितंबर में भरवाए जाने की उम्मीद है।

फरवरी या मार्च में परीक्षाएं.
बोर्ड ने इसा दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू कराई थीं। लेकिन कोरोना लॉकडाउन के चलते 19 मार्च के बाद परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी हैं। फिलहाल दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं बकाया हैं। कॉपियों का मूल्यांकन कराने के बाद परिणाम में जारी करने हैं। वर्ष 2021 में बोर्ड फरवरी के दूसरे पखवाड़े या मार्च के शुरुआत में परीक्षाएं शुरू कर सकता है, लेकिन यह सब मौजूदा वक्त की बकाया परीक्षाएं और परिणाम पर निर्भर करेगा।

विशेषज्ञों को ना किराया ना पारिश्रमिक, कौन देगा मुफ्त में कोचिंग

अजमेर. विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी लिए शुरू की गई नि:शुल्क कोचिंग व्यवस्था बदहाल है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की योजना का शुरुआत में विद्यार्थियों को फायदा भी मिला। विशेषज्ञों को पारिश्रमिक भुगतान बंद करते ही योजना पर खतरा मंडरा गया है।

यह थी नि:शुल्क कोचिंग योजना
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने वर्ष 2013-14 में विज्ञान संकाय के स्कूली विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए नि:शुल्क कोचिंग की शुरूआत की थी। इसके लिए उपग्रह संचार (सेटकॉम) का सहारा लिया गया। इंदिरा गांधी पंचायती राज विभाग में स्था

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